सक्षमता परीक्षा : जिले के 3 समेत सूबे के 15 शिक्षकों के प्रमाण-पत्र मिले फर्जी
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सक्षमता परीक्षा : जिले के 3 समेत सूबे के 15 शिक्षकों के प्रमाण-पत्र मिले फर्जी
बीटेट, सीटेट, एसटेट के प्रमाण-पत्रों के क्रमांक में पकड़ी गयीं गड़बड़ियां
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549 उपस्थित शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की हुई जांच
स्थापना डीपीओ ने नियोजन इकाइयों को चयनमुक्त करने का भेजा पत्र
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फोटो :
डीईओ ऑफिस : जिला शिक्षा कार्यालय का भवन।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
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निगरानी जांच में कई शिक्षकों के प्रमाण-पत्र फर्जी मिलने पर कार्रवाई की गयी है। इसके अलावा कई शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच चल रही है। सक्षमता परीक्षा में ऑनलाइन आवेदन करने में भी चौंकाने वाला राज का खुलासा हुआ है। अब तक की जांच में नालंदा जिले के तीन समेत सूबे के 15 शिक्षकों के प्रमाण-पत्र फर्जी मिले हैं। बीटेट, सी-टेट, एस-टेट के प्रमाण-पत्रों के क्रमांक में गड़बड़ियां पकड़ी गयी हैं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने बक्सर, दरभंगा, जहानाबाद, खगड़िया, नालंदा, पूर्णिया, शेखपुरा व सीवान जिलों के डीईओ को पत्र भेजा है। कहा गया है कि स्थानीय निकाय शिक्षक सक्षमता परीक्षा (प्रथम चरण) के अभ्यर्थियों द्वारा ऑनलाइन भरे गये आवेदन पत्रों के दौरान 1051 शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों पर संदेह हुआ था। इनके प्रमाण-पत्रों का भौतिक सत्यापन गठित जांच दल द्वारा किया गया।
बीटेट व सीटेट की हुई जांच :
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शिक्षकों के बीटेट, सीटेट, एसटेट के रौल नंबर के अनुसार जांच करायी गयी। जांच के क्रम में 549 शिक्षक अभ्यर्थियों में से 15 शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रमाण-पत्र जांच दल द्वारा प्रथमदृष्ट्या फर्जी पाया गया है। अभ्यर्थी दूसरे शिक्षक अभ्यर्थी के प्रमाण-पत्र पर कार्य करने की पुष्टि हुई है। इन शिक्षकों के प्रमाण-पत्र संदिग्ध प्रतीत होने पर डाटाबेस मिलान किया गया, जांच में प्रमाण-पत्र डाटाबेस के अनुरूप नहीं पाया गया। डीईओ को संबंधित शिक्षक अभ्यर्थियों का 15 दिनों के अंदर नियोजन रद्द कराने की कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
नियोजन इकाई को भेजा पत्र :
स्थापना डीपीओ सुजीत कुमार राउत ने बताया कि राजगीर प्रखंड के पथरौरा, नगरनौसा प्रखंड के कैला व हरनौत प्रखंड की बसनियावां पंचायत नियोजन इकाई को पत्र भेजा गया है। संबधित शिक्षकों का नियोजन रद्द करने का अनुरोध किया गया है। नालंदा जिले में नगरनौसा प्रखंड के उस्मानपुर-मखदूमपुर प्राइमरी की अर्चना कुमारी, राजगीर प्रखंड के नोनही प्राइमरी स्कूल की पूनम कुमारी व तिसकुरवा स्कूल की स्वेता का प्रमाण-पत्र फर्जी पाया गया है।
इन शिक्षकों का शिक्षकों का प्रमाण-पत्र मिला गलत :
बक्सर जिले के मुरार मध्य विद्यालय के अजय कुमार, नालंदा के मखदूमपुर प्राइमरी स्कूल की अर्चना कुमारी, तिसकुरवा प्राइमरी स्कूल की स्वेता कुमारी व नोनही प्राइमरी स्कूल की पूनम कुमारी, जहानाबाद के शाहपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय की बबीता कुमारी, माधोपुर मध्य विद्यालय की ममता कुमारी, गरैयाबिगहा एनपीएस की सुनीता कुमारी व लोदीपुर एनपीएस की नेहा, पूर्णिया के साठदेव टोला प्राइमरी स्कूल के वीरेन्द्र कुमार, दरभंगा के महादेवमठ स्कूल के चमन कुमार, खगड़िया के गंधारशान मध्य विद्यालय की ममता कुमारी, शेखपुरा के मुरबरिया प्राइमरी स्कूल की रीता कुमारी व कमलपुरा मध्य विद्यालय की प्रीति सोनम, सीवान के भतबालिया की माला कुमारी व छाप पश्चिम टोला प्राइमरी स्कूल की संजु कुमारी का प्रमाण-पत्र गलत पाया गया है।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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सक्षमता परीक्षा : जिले के 3 समेत सूबे के 15 शिक्षकों के प्रमाण-पत्र मिले फर्जी
बीटेट, सीटेट, एसटेट के प्रमाण-पत्रों के क्रमांक में पकड़ी गयीं गड़बड़ियां
549 उपस्थित शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की हुई जांच
स्थापना डीपीओ ने नियोजन इकाइयों को चयनमुक्त करने का भेजा पत्र
फोटो :
डीईओ ऑफिस : जिला शिक्षा कार्यालय का भवन।
बिहारशरीफ, हिन्दुस्तान संवाददाता।
निगरानी जांच में कई शिक्षकों के प्रमाण-पत्र फर्जी मिलने पर कार्रवाई की गयी है। इसके अलावा कई शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों की जांच चल रही है। सक्षमता परीक्षा में ऑनलाइन आवेदन करने में भी चौंकाने वाला राज का खुलासा हुआ है। अब तक की जांच में नालंदा जिले के तीन समेत सूबे के 15 शिक्षकों के प्रमाण-पत्र फर्जी मिले हैं। बीटेट, सी-टेट, एस-टेट के प्रमाण-पत्रों के क्रमांक में गड़बड़ियां पकड़ी गयी हैं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव ने बक्सर, दरभंगा, जहानाबाद, खगड़िया, नालंदा, पूर्णिया, शेखपुरा व सीवान जिलों के डीईओ को पत्र भेजा है। कहा गया है कि स्थानीय निकाय शिक्षक सक्षमता परीक्षा (प्रथम चरण) के अभ्यर्थियों द्वारा ऑनलाइन भरे गये आवेदन पत्रों के दौरान 1051 शिक्षकों के प्रमाण-पत्रों पर संदेह हुआ था। इनके प्रमाण-पत्रों का भौतिक सत्यापन गठित जांच दल द्वारा किया गया।
बीटेट व सीटेट की हुई जांच :
शिक्षकों के बीटेट, सीटेट, एसटेट के रौल नंबर के अनुसार जांच करायी गयी। जांच के क्रम में 549 शिक्षक अभ्यर्थियों में से 15 शिक्षक अभ्यर्थियों का प्रमाण-पत्र जांच दल द्वारा प्रथमदृष्ट्या फर्जी पाया गया है। अभ्यर्थी दूसरे शिक्षक अभ्यर्थी के प्रमाण-पत्र पर कार्य करने की पुष्टि हुई है। इन शिक्षकों के प्रमाण-पत्र संदिग्ध प्रतीत होने पर डाटाबेस मिलान किया गया, जांच में प्रमाण-पत्र डाटाबेस के अनुरूप नहीं पाया गया। डीईओ को संबंधित शिक्षक अभ्यर्थियों का 15 दिनों के अंदर नियोजन रद्द कराने की कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है।
नियोजन इकाई को भेजा पत्र :
स्थापना डीपीओ सुजीत कुमार राउत ने बताया कि राजगीर प्रखंड के पथरौरा, नगरनौसा प्रखंड के कैला व हरनौत प्रखंड की बसनियावां पंचायत नियोजन इकाई को पत्र भेजा गया है। संबधित शिक्षकों का नियोजन रद्द करने का अनुरोध किया गया है। नालंदा जिले में नगरनौसा प्रखंड के उस्मानपुर-मखदूमपुर प्राइमरी की अर्चना कुमारी, राजगीर प्रखंड के नोनही प्राइमरी स्कूल की पूनम कुमारी व तिसकुरवा स्कूल की स्वेता का प्रमाण-पत्र फर्जी पाया गया है।
इन शिक्षकों का शिक्षकों का प्रमाण-पत्र मिला गलत :
बक्सर जिले के मुरार मध्य विद्यालय के अजय कुमार, नालंदा के मखदूमपुर प्राइमरी स्कूल की अर्चना कुमारी, तिसकुरवा प्राइमरी स्कूल की स्वेता कुमारी व नोनही प्राइमरी स्कूल की पूनम कुमारी, जहानाबाद के शाहपुर उत्क्रमित मध्य विद्यालय की बबीता कुमारी, माधोपुर मध्य विद्यालय की ममता कुमारी, गरैयाबिगहा एनपीएस की सुनीता कुमारी व लोदीपुर एनपीएस की नेहा, पूर्णिया के साठदेव टोला प्राइमरी स्कूल के वीरेन्द्र कुमार, दरभंगा के महादेवमठ स्कूल के चमन कुमार, खगड़िया के गंधारशान मध्य विद्यालय की ममता कुमारी, शेखपुरा के मुरबरिया प्राइमरी स्कूल की रीता कुमारी व कमलपुरा मध्य विद्यालय की प्रीति सोनम, सीवान के भतबालिया की माला कुमारी व छाप पश्चिम टोला प्राइमरी स्कूल की संजु कुमारी का प्रमाण-पत्र गलत पाया गया है।
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