संभल के बीजेपी नेता की हत्या का मामला: हत्यारोपियों से जहर की शीशी और सिरिंज बरामद, दस घंटे की रिमांड में कई राज खुले – Sambhal News h3>
सनी गुप्ता, संभल9 मिनट पहले
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संभल के बहुचर्चित भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव हत्याकांड में पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। बुधवार को हत्या के दो मुख्य आरोपी- धर्मवीर उर्फ धम्मा निवासी मैढ़ोली और नेमपाल निवासी ढड़वारा को दोबारा दस घंटे की पुलिस रिमांड पर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर पीपीएस कॉलेज, सैंजना मुस्लिम गांव के पीछे जंगल से हत्या में प्रयुक्त ज़हर की शीशी और सिरिंज बरामद की गई है।
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सीओ दीपक कुमार तिवारी के मुताबिक, दोनों आरोपियों की निशानदेही पर मेरठ-बदायूं हाईवे स्थित कालेज के पीछे से यह ज़हर की शीशी और सिरिंज मिली। इन्हीं से 10 मार्च को भाजपा नेता गुलफाम सिंह के पेट में जहरीला इंजेक्शन लगाकर उनकी हत्या की गई थी।
वारदात को अंजाम देने वाले थे सफेद अपाची सवार
गुलफाम सिंह यादव की हत्या जुनावई थाना क्षेत्र के दबथरा हिमाचल गांव में हुई थी। तीन बदमाश सफेद अपाची बाइक पर सवार होकर आए और पेट में जहरीला इंजेक्शन घोंपकर भाजपा नेता की हत्या कर फरार हो गए थे।मृतक के बेटे दिव्य प्रकाश यादव ने ब्लॉक प्रमुख रवि यादव, महेश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
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पुलिस ने धर्मवीर उर्फ धम्मा और नेमपाल को बुधवार को दोबारा 10 घंटे की रिमांड पर लिया पर पूछताछ की।
चोरी के मुकदमों में सरेंडर कर बचने की कोशिश की
जांच के दौरान धर्मवीर और नेमपाल का नाम सामने आया। दोनों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित था। पुलिस की दबिश के चलते नेमपाल ने 19 अप्रैल और धर्मवीर ने 13 मई को चोरी के पुराने मुकदमों में बदायूं कोर्ट में सरेंडर किया था।धर्मवीर ने तो बुर्का पहनकर कोर्ट में हाजिरी दी थी, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे। लापरवाही के बाद थाना प्रभारी संत कुमार को हटाया गया। सब-इंस्पेक्टर राम विरेश यादव और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया
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ये तस्वीर हत्या वाले दिन की है। पुलिस ने लोगों से पूछताछ कर साक्ष्य इकट्ठा किए थे।
पहले तमंचा और बाइक, अब जहर की शीशी भी बरामद
30 मई को हुई पहली रिमांड में नेमपाल की निशानदेही पर बिलासपुर गांव के जंगल से तमंचा और कारतूस मिले थे। वहीं धर्मवीर की निशानदेही पर सैमला भूड़ गांव के जंगल से सफेद अपाची बाइक बरामद की गई थी।अब दूसरी बार 18 जून की रिमांड में हत्या में प्रयोग की गई ज़हर की शीशी और सिरिंज भी बरामद हो गई है।
साजिश कबूली, अब कोर्ट में पेशी
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने भाजपा नेता की हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत करने की बात स्वीकारी है। बरामद साक्ष्यों के आधार पर दोनों को दोबारा कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस इस केस को जल्द कोर्ट में चार्जशीट करने की तैयारी में है।
अब जानिए पूरा मामला
गुलफाम सिंह के घर वालों ने बताया- सोमवार दोपहर वह अपने घर में, जहां उनके पशु बंधे थे, वहीं बैठे थे। इसी दौरान बाइक पर सवार 3 युवक आए। भाजपा नेता से बातचीत करने के दौरान उनके पेट में जहरीला इंजेक्शन लगा दिया और भाग गए।
गुलफाम सिंह के चीखने-चिल्लाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद उनको इलाज के लिए पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) लेकर गए। जहां हालत गंभीर पर उन्हें अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। लेकिन, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
भाजपा नेता की मौत की सूचना मिलने के बाद उनके समर्थकों का गांव पहुंचना शुरू हो गया है। वहीं, परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद है। एसपी कृष्ण विश्नोई भी मौके पर हैं। लोगों से पूछताछ की जा रही है।
एसपी ने बताया- भाजपा नेता की हत्या की गई है। उनको जहरीला इंजेक्शन दिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। आसपास के CCTV खंगाले जा रहे हैं। आरोपियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
यह तस्वीर हत्या वाले दिन की है। घटना के बाद घर पर रिश्तेदारों की भीड़ था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
पत्नी प्रधान, बेटा पूर्व ब्लॉक प्रमुख
गुलफाम सिंह यादव अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव- 2022 में संभल विधानसभा के प्रभारी थे। इसके पहले लोकसभा चुनाव में भी प्रभारी रह चुके हैं। पत्नी जावित्री लगातार 3 बार से गांव की प्रधान हैं। उनके 8 बच्चे हैं।
इनमें 2 बेटे और 6 बेटियां हैं। सभी बेटियों की शादी हो गई है। दो बेटे दिव्य प्रकाश यादव और विकास यादव हैं। छोटे बेटे विकास की शादी हो गई है। वह घर पर रहकर खेती करता है। वहीं बड़े बेटे ने शादी नहीं की है। वह पिता के साथ राजनीति करता है। दिव्य प्रकाश जुनावई ब्लॉक प्रमुख रह चुका है।
इसी जगह पर गुलफाम सिंह की हत्या की गई थी।
2004 के उपचुनाव में हार गए थे गुलफाम
संभल जिले में 4 विधानसभा सीटें हैं- गुन्नौर, असमोली, संभल और चंदौसी (अनुसूचित जाति)। गुन्नौर विधानसभा सीट यादव बहुल है। 2004 में इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए। तब सपा के कद्दावर नेता शफीकुर्रहमान बर्क ने जातीय समीकरण साधते हुए यहां से मुलायम सिंह यादव से चुनाव लड़ने की अपील की। मुलायम सिंह यादव यहां से मैदान में उतरे।
उनके सामने भाजपा के गुलफाम सिंह यादव और बसपा के आरिफ अली थे। उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव को कुल 91.77% यानी 1 लाख 95 हजार 213 वोट मिले। गुलफाम सिंह यादव को मात्र 6 हजार 941 वोट मिले। दूसरे नंबर पर बसपा के आरिफ अली रहे थे, जिन्हें 11 हजार 314 वोट मिले थे।
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सनी गुप्ता, संभल9 मिनट पहले
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संभल के बहुचर्चित भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव हत्याकांड में पुलिस को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। बुधवार को हत्या के दो मुख्य आरोपी- धर्मवीर उर्फ धम्मा निवासी मैढ़ोली और नेमपाल निवासी ढड़वारा को दोबारा दस घंटे की पुलिस रिमांड पर लिया गया। पूछताछ के दौरान आरोपियों की निशानदेही पर पीपीएस कॉलेज, सैंजना मुस्लिम गांव के पीछे जंगल से हत्या में प्रयुक्त ज़हर की शीशी और सिरिंज बरामद की गई है।
सीओ दीपक कुमार तिवारी के मुताबिक, दोनों आरोपियों की निशानदेही पर मेरठ-बदायूं हाईवे स्थित कालेज के पीछे से यह ज़हर की शीशी और सिरिंज मिली। इन्हीं से 10 मार्च को भाजपा नेता गुलफाम सिंह के पेट में जहरीला इंजेक्शन लगाकर उनकी हत्या की गई थी।
वारदात को अंजाम देने वाले थे सफेद अपाची सवार
गुलफाम सिंह यादव की हत्या जुनावई थाना क्षेत्र के दबथरा हिमाचल गांव में हुई थी। तीन बदमाश सफेद अपाची बाइक पर सवार होकर आए और पेट में जहरीला इंजेक्शन घोंपकर भाजपा नेता की हत्या कर फरार हो गए थे।मृतक के बेटे दिव्य प्रकाश यादव ने ब्लॉक प्रमुख रवि यादव, महेश यादव समेत छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
पुलिस ने धर्मवीर उर्फ धम्मा और नेमपाल को बुधवार को दोबारा 10 घंटे की रिमांड पर लिया पर पूछताछ की।
चोरी के मुकदमों में सरेंडर कर बचने की कोशिश की
जांच के दौरान धर्मवीर और नेमपाल का नाम सामने आया। दोनों पर एक-एक लाख का इनाम घोषित था। पुलिस की दबिश के चलते नेमपाल ने 19 अप्रैल और धर्मवीर ने 13 मई को चोरी के पुराने मुकदमों में बदायूं कोर्ट में सरेंडर किया था।धर्मवीर ने तो बुर्का पहनकर कोर्ट में हाजिरी दी थी, जिससे पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठे। लापरवाही के बाद थाना प्रभारी संत कुमार को हटाया गया। सब-इंस्पेक्टर राम विरेश यादव और दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया गया
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पहले तमंचा और बाइक, अब जहर की शीशी भी बरामद
30 मई को हुई पहली रिमांड में नेमपाल की निशानदेही पर बिलासपुर गांव के जंगल से तमंचा और कारतूस मिले थे। वहीं धर्मवीर की निशानदेही पर सैमला भूड़ गांव के जंगल से सफेद अपाची बाइक बरामद की गई थी।अब दूसरी बार 18 जून की रिमांड में हत्या में प्रयोग की गई ज़हर की शीशी और सिरिंज भी बरामद हो गई है।
साजिश कबूली, अब कोर्ट में पेशी
पूछताछ में दोनों आरोपियों ने भाजपा नेता की हत्या एक सोची-समझी साजिश के तहत करने की बात स्वीकारी है। बरामद साक्ष्यों के आधार पर दोनों को दोबारा कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस इस केस को जल्द कोर्ट में चार्जशीट करने की तैयारी में है।
अब जानिए पूरा मामला
गुलफाम सिंह के घर वालों ने बताया- सोमवार दोपहर वह अपने घर में, जहां उनके पशु बंधे थे, वहीं बैठे थे। इसी दौरान बाइक पर सवार 3 युवक आए। भाजपा नेता से बातचीत करने के दौरान उनके पेट में जहरीला इंजेक्शन लगा दिया और भाग गए।
गुलफाम सिंह के चीखने-चिल्लाने पर आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। इसके बाद उनको इलाज के लिए पहले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) लेकर गए। जहां हालत गंभीर पर उन्हें अलीगढ़ रेफर कर दिया गया। लेकिन, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
भाजपा नेता की मौत की सूचना मिलने के बाद उनके समर्थकों का गांव पहुंचना शुरू हो गया है। वहीं, परिजनों का भी रो-रोकर बुरा हाल है। मौके पर भारी पुलिस फोर्स मौजूद है। एसपी कृष्ण विश्नोई भी मौके पर हैं। लोगों से पूछताछ की जा रही है।
एसपी ने बताया- भाजपा नेता की हत्या की गई है। उनको जहरीला इंजेक्शन दिया गया है। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। आसपास के CCTV खंगाले जा रहे हैं। आरोपियों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा।
यह तस्वीर हत्या वाले दिन की है। घटना के बाद घर पर रिश्तेदारों की भीड़ था। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल था।
पत्नी प्रधान, बेटा पूर्व ब्लॉक प्रमुख
गुलफाम सिंह यादव अन्य पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य रह चुके हैं। विधानसभा चुनाव- 2022 में संभल विधानसभा के प्रभारी थे। इसके पहले लोकसभा चुनाव में भी प्रभारी रह चुके हैं। पत्नी जावित्री लगातार 3 बार से गांव की प्रधान हैं। उनके 8 बच्चे हैं।
इनमें 2 बेटे और 6 बेटियां हैं। सभी बेटियों की शादी हो गई है। दो बेटे दिव्य प्रकाश यादव और विकास यादव हैं। छोटे बेटे विकास की शादी हो गई है। वह घर पर रहकर खेती करता है। वहीं बड़े बेटे ने शादी नहीं की है। वह पिता के साथ राजनीति करता है। दिव्य प्रकाश जुनावई ब्लॉक प्रमुख रह चुका है।
इसी जगह पर गुलफाम सिंह की हत्या की गई थी।
2004 के उपचुनाव में हार गए थे गुलफाम
संभल जिले में 4 विधानसभा सीटें हैं- गुन्नौर, असमोली, संभल और चंदौसी (अनुसूचित जाति)। गुन्नौर विधानसभा सीट यादव बहुल है। 2004 में इस विधानसभा सीट पर उपचुनाव हुए। तब सपा के कद्दावर नेता शफीकुर्रहमान बर्क ने जातीय समीकरण साधते हुए यहां से मुलायम सिंह यादव से चुनाव लड़ने की अपील की। मुलायम सिंह यादव यहां से मैदान में उतरे।
उनके सामने भाजपा के गुलफाम सिंह यादव और बसपा के आरिफ अली थे। उपचुनाव में मुलायम सिंह यादव को कुल 91.77% यानी 1 लाख 95 हजार 213 वोट मिले। गुलफाम सिंह यादव को मात्र 6 हजार 941 वोट मिले। दूसरे नंबर पर बसपा के आरिफ अली रहे थे, जिन्हें 11 हजार 314 वोट मिले थे।
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