संजय लील भंसाली की ‘पद्मावत’ में शाहरुख खान बनने वाले थे अलाउद्दीन खिलजी!
संजय लीला भंसाली अपनी भव्य फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने ‘बाजीराव मस्तानी’ से लेकर ‘देवदास’ और ‘हम दिल दे चुके सनम’ जैसी एक से बढ़कर एक ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाई हैं। इस लिस्ट में ‘पद्मावत’ का नाम भी शामिल है, जिसको लेकर उस वक्त काफी बवाल भी मचा था। खैर। क्या आप जानते हैं कि इस मूवी में पहले रणवीर सिंह की बजाय, शाहरुख खान नजर आते, अगर उनकी एक ‘शर्त’ मान ली जाती और दीपिका पादुकोण इस शर्त को मानने से इनकार नहीं करती। आइये आपको बताते हैं, इस दिलचस्प किस्से के बारे में।
Sanjay Leela Bhansali की ‘पद्मावत’ अपनी पूरी शूटिंग और रिलीज के दौरान विवादों में रही। उस दौरान ऐसी भी खबरें सामने आई थीं कि अलाउद्दीन खिलजी का किरदार शाहरुख खान निभाने वाले थे। लेकिन क्या ये बात सही थी?
रणवीर सिंह ने छोड़ दी थी फिल्म
जब भंसाली ने इस फिल्म की प्लानिंग की थी, तभी उन्हें अनगिनत प्रॉब्लम का सामना करना पड़ा था। एक समय पर Ranveer Singh, जिन्हें अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका के लिए फाइनल किया गया था, उन्होंने अपने कारणों से फिल्म से बाहर होने का फैसला किया।
शाहरुख खान के घर गए भंसाली
ये शूटिंग शुरू होने से कुछ ही महीने पहले की बात है। रणवीर ने फिल्म को अलविदा कहा तो संजय लीला भंसाली ने शांति से उनके फैसले को स्वीकार किया। फिर इस किरदार के लिए सीधे शाहरुख खान के घर पर चले गए।
शाहरुख खान ने रखी शर्त
भंसाली की बात सुनने के बाद शाहरुख खान अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभाने के लिए सहमत हो गए। लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी। उनकी शर्त ये थी कि फिल्म का टाइटल बदला जाना चाहिए, क्योंकि उनके फैंस उन्हें हीरोइन के नाम पर फिल्म में देखना पसंद नहीं करेंगे।
दीपिका ने कह दी ये बात
इससे पहले की भंसाली कुछ सोच पाते, दीपिका पादुकोण ने ये स्पष्ट कर दिया कि अगर टाइटल बदला गया तो वो इस प्रोजेक्ट से बाहर हो जाएंगी। इससे पहले कि संजय लीला भंसाली इस दुविधा को सुलझा पाते, रणवीर इस प्रोजेक्ट पर लौट आए। इसके बाद फिल्म का टाइटल ‘पद्मावती’ से ‘पद्मावत’ हुआ। खैर। ये एक अलग कहानी है। फिल्म को काफी पसंद किया गया, लेकिन जरा सोचिए कि अगर इसमें शाहरुख खान खिलजी का किरदार निभाते तो क्या आलम होता।
Sanjay Leela Bhansali की ‘पद्मावत’ अपनी पूरी शूटिंग और रिलीज के दौरान विवादों में रही। उस दौरान ऐसी भी खबरें सामने आई थीं कि अलाउद्दीन खिलजी का किरदार शाहरुख खान निभाने वाले थे। लेकिन क्या ये बात सही थी?
रणवीर सिंह ने छोड़ दी थी फिल्म
जब भंसाली ने इस फिल्म की प्लानिंग की थी, तभी उन्हें अनगिनत प्रॉब्लम का सामना करना पड़ा था। एक समय पर Ranveer Singh, जिन्हें अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका के लिए फाइनल किया गया था, उन्होंने अपने कारणों से फिल्म से बाहर होने का फैसला किया।
शाहरुख खान के घर गए भंसाली
ये शूटिंग शुरू होने से कुछ ही महीने पहले की बात है। रणवीर ने फिल्म को अलविदा कहा तो संजय लीला भंसाली ने शांति से उनके फैसले को स्वीकार किया। फिर इस किरदार के लिए सीधे शाहरुख खान के घर पर चले गए।
शाहरुख खान ने रखी शर्त
भंसाली की बात सुनने के बाद शाहरुख खान अलाउद्दीन खिलजी की भूमिका निभाने के लिए सहमत हो गए। लेकिन उन्होंने एक शर्त रखी। उनकी शर्त ये थी कि फिल्म का टाइटल बदला जाना चाहिए, क्योंकि उनके फैंस उन्हें हीरोइन के नाम पर फिल्म में देखना पसंद नहीं करेंगे।
दीपिका ने कह दी ये बात
इससे पहले की भंसाली कुछ सोच पाते, दीपिका पादुकोण ने ये स्पष्ट कर दिया कि अगर टाइटल बदला गया तो वो इस प्रोजेक्ट से बाहर हो जाएंगी। इससे पहले कि संजय लीला भंसाली इस दुविधा को सुलझा पाते, रणवीर इस प्रोजेक्ट पर लौट आए। इसके बाद फिल्म का टाइटल ‘पद्मावती’ से ‘पद्मावत’ हुआ। खैर। ये एक अलग कहानी है। फिल्म को काफी पसंद किया गया, लेकिन जरा सोचिए कि अगर इसमें शाहरुख खान खिलजी का किरदार निभाते तो क्या आलम होता।