शूटिंग छोड़ने का था मन, छोड़ी दी डॉक्टरी, कौन हैं भारत को ओलिंपिक कोटा दिलाने वाले सिफ्त कौर समरा
Sift Kaur Samra: पेरिस ओलिंपिक (Paris 2024) में अब एक साल से भी कम का समय बचा हुआ है। इससे पहले भारतीय खिलाड़ी लगातार ओलिंपिक कोटा हासिल करने में लगे हैं। आईएसएसएफ विश्व चैंपियनशिप में सिफ्ट कौर समरा ने भारत को शूटिंग में छठा ओलिंपिक कोटा दिला दिया। हालांकि 21 साल की सिफ्ट मेडल नहीं जीत पाईं। महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन इवेंट में सिफ्ट कौर समरा ने 5वां स्थान हासिल करते हुए भारत को ओलिंपिक कोटा दिलाया।
कौन हैं सिफ्त कौर समरा?
21 साल की सिफ्त कौर समरा पंजाब के फरीदकोट की रहने वाली हैं। उनके पिता पवनदीप सिंह किसान हैं। वह फरीदकोट की जीजीएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थीं। शूटिंग के साथ पढ़ाई मुश्किल हो रही थी। कॉलेज भी सिफ्त को सपोर्ट नहीं कर रही थी। इसकी वजह से सिफ्त ने डॉक्टरी की पढ़ाई ही छोड़ दी। अब उनका पूरा फोकस शूटिंग पर ही है।
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में दो गोल्ड
पिछले महीने के अंत में चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन किया गया था। सिफ्त ने इसमें भारत के लिए दो गोल्ड मेडल जीते थे। वर्ल्ड कप में भी सिफ्त दो ब्रॉज मेडल जीत चुकी हैं। जूनियर कप में तो उनका रिकॉर्ड और शानदार है। उन्होंने पिछले साल एक ही जूनियर कप में एक गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉज मेडल जीते थे। हालांकि वर्ल्ड चैंपियनशिप में अभी तक सिफ्त का खाता नहीं खुला है।
एक इंटरव्यू में सिफ्त ने कहा था कि वह पिछले साल खेल छोड़ने वाली थी। इस बारे में उन्होंने कहा- MBBS के लिए चुने जाने के बाद मैंने शूटिंग छोड़ने का मन बना लिया था। हालांकि, भोपाल में एक नेशनल चैंपियनशिप हो रही थी, मैंने खुद से कहा कि इसके बाद मैं शूटिंग छोड़ दूंगी। मैंने नेशनल रिकॉर्ड बनाया और जीवन बदल गया। मुझे फिर लगा कि शूटिंग नहीं छोड़नी चाहिए।
दो ओलिंपिक से शूटिंग में मेडल नहीं
2008 ओलिंपिक में अभिनव बिंद्रा ने भारत को शूटिंग में गोल्ड दिलाया था। 2012 में तो शूटिंग में दो मेडल मिले। लेकिन पिछले दो ओलिंपिक में भारत को शूटिंग में एक भी मेडल नहीं मिला है। तोक्यो 2020 में भारत को शूटिंग से सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं। 15 सदस्यीय दल में कई वर्ल्ड चैंपियन थे। लेकिन कोई मेडल नहीं जीत पाया। अब पेरिस में देश को शूटिंग से एक बार फिर सबसे ज्यादा उम्मीदें होंगी।
कौन हैं सिफ्त कौर समरा?
21 साल की सिफ्त कौर समरा पंजाब के फरीदकोट की रहने वाली हैं। उनके पिता पवनदीप सिंह किसान हैं। वह फरीदकोट की जीजीएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही थीं। शूटिंग के साथ पढ़ाई मुश्किल हो रही थी। कॉलेज भी सिफ्त को सपोर्ट नहीं कर रही थी। इसकी वजह से सिफ्त ने डॉक्टरी की पढ़ाई ही छोड़ दी। अब उनका पूरा फोकस शूटिंग पर ही है।
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स में दो गोल्ड
पिछले महीने के अंत में चीन में वर्ल्ड यूनिवर्सिटी गेम्स का आयोजन किया गया था। सिफ्त ने इसमें भारत के लिए दो गोल्ड मेडल जीते थे। वर्ल्ड कप में भी सिफ्त दो ब्रॉज मेडल जीत चुकी हैं। जूनियर कप में तो उनका रिकॉर्ड और शानदार है। उन्होंने पिछले साल एक ही जूनियर कप में एक गोल्ड, दो सिल्वर और एक ब्रॉज मेडल जीते थे। हालांकि वर्ल्ड चैंपियनशिप में अभी तक सिफ्त का खाता नहीं खुला है।
एक इंटरव्यू में सिफ्त ने कहा था कि वह पिछले साल खेल छोड़ने वाली थी। इस बारे में उन्होंने कहा- MBBS के लिए चुने जाने के बाद मैंने शूटिंग छोड़ने का मन बना लिया था। हालांकि, भोपाल में एक नेशनल चैंपियनशिप हो रही थी, मैंने खुद से कहा कि इसके बाद मैं शूटिंग छोड़ दूंगी। मैंने नेशनल रिकॉर्ड बनाया और जीवन बदल गया। मुझे फिर लगा कि शूटिंग नहीं छोड़नी चाहिए।
दो ओलिंपिक से शूटिंग में मेडल नहीं
2008 ओलिंपिक में अभिनव बिंद्रा ने भारत को शूटिंग में गोल्ड दिलाया था। 2012 में तो शूटिंग में दो मेडल मिले। लेकिन पिछले दो ओलिंपिक में भारत को शूटिंग में एक भी मेडल नहीं मिला है। तोक्यो 2020 में भारत को शूटिंग से सबसे ज्यादा उम्मीदें थीं। 15 सदस्यीय दल में कई वर्ल्ड चैंपियन थे। लेकिन कोई मेडल नहीं जीत पाया। अब पेरिस में देश को शूटिंग से एक बार फिर सबसे ज्यादा उम्मीदें होंगी।