शाहनवाज राणा के समधी पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी गिरफ्तार: जेल मोबाइल प्रकरण में पूछताछ के बाद कार्रवाई, नौकर की आईडी पर लिया था सिम – Muzaffarnagar News h3>
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वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर3 मिनट पहले
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पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी।
मुजफ्फरनगर में जिला कारागार में पूर्व विधायक शाहनवाज राणा से मोबाइल बरामदगी के मामले में उनके समधी और बिजनौर के बढापुर विधानसभा से पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी को नई मंडी कोतवाली पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
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गाजी पर आरोप है कि उन्होंने अपने नौकर आमिर की आईडी का दुरुपयोग कर कूटरचित तरीके से सिम निकलवाया, जिसे बाद में शाहनवाज राणा तक जेल में पहुंचाया गया। पुलिस ने गाजी से घंटों पूछताछ के बाद उन्हें मुल्जिम बनाते हुए गिरफ्तारी की। गाजी को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पूर्व विधायक शाहनवाज राणा।
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मोबाइल बरामदगी और प्रारंभिक जांच
यह मामला तब शुरू हुआ जब जीएसटी चोरी के मामले में मुजफ्फरनगर जिला कारागार में बंद शाहनवाज राणा की बैरक से चेकिंग के दौरान एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। जेलर की शिकायत पर नई मंडी थाने में शाहनवाज के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जांच में खुलासा हुआ कि मोबाइल में इस्तेमाल सिम आमिर निवासी समना सराय शेरकोट की आईडी पर था, जो मोहम्मद गाजी के यहां नौकरी करता है।
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इस बरामदगी के बाद जेल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हेड वार्डन रामरूप को निलंबित कर दिया और चार जेल गार्ड्स के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की।
सिम की साजिश का खुलासा
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मोहम्मद गाजी ने अपने नौकर आमिर की आईडी, जो उनके पास पहले से थी, का उपयोग कर सिम निकलवाया। इस सिम को शाहनवाज राणा के परिवार को भेजा गया, जहां कुछ समय तक परिवार के एक सदस्य ने इसका उपयोग किया।
बाद में जेल में मुलाकात के दौरान यह सिम शाहनवाज तक पहुंचा दिया गया। गाजी ने अपने नौकर को इस साजिश की कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस ने इस मामले में कूटरचित सिम उपलब्ध कराने और धोखाधड़ी की धाराएं जोड़ी हैं।
शाहनवाज राणा पर गैंगस्टर
ताजा जानकारी के अनुसार, शाहनवाज राणा और उनके बेटे पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है। इस मामले में मोहम्मद गाजी का नाम भी शामिल होने से जांच का दायरा बढ़ गया है। पुलिस ने गाजी को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।
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वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर3 मिनट पहले
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पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी।
मुजफ्फरनगर में जिला कारागार में पूर्व विधायक शाहनवाज राणा से मोबाइल बरामदगी के मामले में उनके समधी और बिजनौर के बढापुर विधानसभा से पूर्व विधायक मोहम्मद गाजी को नई मंडी कोतवाली पुलिस ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।
गाजी पर आरोप है कि उन्होंने अपने नौकर आमिर की आईडी का दुरुपयोग कर कूटरचित तरीके से सिम निकलवाया, जिसे बाद में शाहनवाज राणा तक जेल में पहुंचाया गया। पुलिस ने गाजी से घंटों पूछताछ के बाद उन्हें मुल्जिम बनाते हुए गिरफ्तारी की। गाजी को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया जाएगा।
पूर्व विधायक शाहनवाज राणा।
मोबाइल बरामदगी और प्रारंभिक जांच
यह मामला तब शुरू हुआ जब जीएसटी चोरी के मामले में मुजफ्फरनगर जिला कारागार में बंद शाहनवाज राणा की बैरक से चेकिंग के दौरान एक मोबाइल फोन बरामद हुआ। जेलर की शिकायत पर नई मंडी थाने में शाहनवाज के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। जांच में खुलासा हुआ कि मोबाइल में इस्तेमाल सिम आमिर निवासी समना सराय शेरकोट की आईडी पर था, जो मोहम्मद गाजी के यहां नौकरी करता है।
इस बरामदगी के बाद जेल प्रशासन ने त्वरित कार्रवाई करते हुए हेड वार्डन रामरूप को निलंबित कर दिया और चार जेल गार्ड्स के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की।
सिम की साजिश का खुलासा
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि मोहम्मद गाजी ने अपने नौकर आमिर की आईडी, जो उनके पास पहले से थी, का उपयोग कर सिम निकलवाया। इस सिम को शाहनवाज राणा के परिवार को भेजा गया, जहां कुछ समय तक परिवार के एक सदस्य ने इसका उपयोग किया।
बाद में जेल में मुलाकात के दौरान यह सिम शाहनवाज तक पहुंचा दिया गया। गाजी ने अपने नौकर को इस साजिश की कोई जानकारी नहीं दी। पुलिस ने इस मामले में कूटरचित सिम उपलब्ध कराने और धोखाधड़ी की धाराएं जोड़ी हैं।
शाहनवाज राणा पर गैंगस्टर
ताजा जानकारी के अनुसार, शाहनवाज राणा और उनके बेटे पर गैंगस्टर एक्ट के तहत भी कार्रवाई की गई है। इस मामले में मोहम्मद गाजी का नाम भी शामिल होने से जांच का दायरा बढ़ गया है। पुलिस ने गाजी को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था, जिसके बाद उनकी गिरफ्तारी हुई।