वीकेएसयू : वोकेशनल कोर्स में एडमिशन अब प्रवेश परीक्षा से

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वीकेएसयू : वोकेशनल कोर्स में एडमिशन अब प्रवेश परीक्षा से

वीकेएसयू : वोकेशनल कोर्स में एडमिशन अब प्रवेश परीक्षा से

-केंद्रीयकृत परीक्षा के प्रस्ताव पर एकेडमिक काउंसिल में होगी चर्चा, होगा अनुमोदित
-तीन वर्षीय के बदले चार वर्षीय पाठ्यक्रम लागू करने पर हो रहा विचार

आरा। निज प्रतिनिधि

वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के अंगीभूत और संबद्ध कॉलेजों में संचालित स्नातक स्तरीय वोकेशनल कोर्स में अब प्रवेश परीक्षा के आधार पर विद्यार्थियों को दाखिला मिलेगा। एडमिशन से पहले विद्यार्थियों को प्रवेश परीक्षा में शामिल होना पड़ेगा। यह निर्णय मंगलवार को हुई बैठक में लिया गया। दरअसल स्नातक स्तरीय वोकेशनल कोर्स बीसीए और बीबीए में एडमिशन शुरू करने को लेकर बैठक बुलाई गई थी। यह बैठक छात्र कल्याण अध्यक्ष प्रो केके सिंह की अध्यक्षता में हुई। इसमें स्नातक स्तरीय वोकेशनल कोर्स में एडमिशन शुरू करने पर विस्तार से चर्चा हुई। वैसे कॉलेज जहां बीबीए और बीसीए की पढ़ाई होती है, उनके प्राचार्य बैठक में शामिल हुए। छात्र कल्याण अध्यक्ष ने बताया कि वर्तमान सत्र से वोकेशनल कोर्स में दाखिला केंद्रीयकृत लिया जायेगा। विवि की ओर से प्रवेश परीक्षा आयोजित की जायेगी। इसमें सफल विद्यार्थियों का एडमिशन मेरिट के आधार पर होगा। दरअसल परीक्षा देने के बाद मेरिट के आधार पर विद्यार्थियों को कॉलेज आवंटित किया जायेगा। इससे उनके कॅरियर को काफी लाभ मिलेगा। इधर, मेरिट लिस्ट के बाद अगर सीटें बचती हैं, तो कॉलेजों को नामांकन के लिए अधिकृत कर दिया जायेगा। बैठक में प्रॉक्टर डॉ कुमार कौशलेंद्र सहित सभी कॉलेजों के प्राचार्य मौजूद थे। मालूम हो कि एमबीए और एमसीए में प्रवेश परीक्षा के आधार पर दाखिले का निर्णय पूर्व में लिया जा चुका है।

चार वर्षीय भी हो सकता है पाठ्यक्रम

स्नातक स्तरीय वोकेशनल कोर्स इस सत्र से तीन साल की जगह चार साल का हो सकता है। इसके लिए नई नियमावली जल्द जारी होने की उम्मीद है। स्नातक रेगुलर पाठ्यक्रम में सीबीसीएस लागू होने के बाद वोकेशनल कोर्स में भी इसे लागू करने पर विचार हो रहा है। सीबीसीएस सिस्टम के आधार पर विद्यार्थियों की ग्रेडिंग प्रक्रिया पूरा की जायेयी। प्राचार्यों की बैठक में इस पर भी चर्चा हुई। इसमें वोकेशनल कोर्स चार साल का करने संबंधित राजभवन और सरकार क प्रस्ताव पर मंथन हुआ। जानकारी के अनुसार पूरे बिहार में अब चार वर्षीय वोकेशनल कोर्स संचालित करने पर विचार चल रहा है। इसमें सभी विवि का पाठ्यक्रम भी समान रहेगा।

एकेडमिक काउंसिल में होगी चर्चा

वोकेशनल कोर्स में केंद्रीयकृत एडमिशन और चार वर्षीय पाठ्यक्रम संबंधित एजेंडा पर विवि की एकेडमिक काउंसिल में विस्तार से चर्चा की जायेगी। एकेडमिक काउंसिल की बैठक इसी सप्ताह बुलाई जायेगी। एकेडमिक काउंसिल की सहमति के बाद केंद्रीयकृत एडमिशन के आधार पर दाखिला पूरा कराया जायेगा। अगर चार वर्षीय पाठ्यक्रम पर भी सहमति बनती है, तो इसका सिलेबस तैयार होगा। मालूम हो कि विवि के 21 अंगीभूत और संबद्ध कॉलेजों में स्नातक स्तर पर बीबीए और बीसीए की पढ़ाई होती है।

एडमिशन का विद्यार्थियों को इंतजार

विवि में सीबीसीएस के तहत स्नातक सेमेस्टर वन सत्र 2024-28 में एडमिशन की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है। वहीं, वोकेशनल कोर्स में अब तक एडमिशन की प्रक्रिया शुरू नहीं हो पायी है। विद्यार्थियों को एडमिशन का इंतजार है। सरकार के निर्देश के आलोक में सभी कॉलेज एआईसीटीई से भी जुड़ गये हैं। सरकार ने इससे जुड़ना अनिवार्य किया था। नामांकन की आस लगाये बैठे विद्यार्थी प्रतिदिन एडमिशन की जानकारी लेने कॉलेज पहुंचते हैं। स्नातक स्तर पर वोकेशनल कोर्स की पढ़ाई विवि के 21 अंगीभूत और संबद्ध कॉलेजों में होती है। इनमें कुछ जगह बीसीए में 120 सीटें तो कुछ जगह 90, 60 और 30 सीटें हैं।

इनसेट

इस प्रकार का होगा क्रेडिट और ग्रेडिंग फॉर्मूला

वोकेशनल कोर्स में अगर चार वर्षीय पाठ्यक्रम लागू होता है, तो इस प्रकार क्रेडिट और ग्रेडिंग विद्यार्थियों को मिलेगा। जानकारों के अनुसार (आउटस्टैंडिंग) के लिए 10 ग्रेड (90 से 100 प्रतिशत अंक) प्वाइंट, ए प्लस (एक्सीलेंट) के लिए नौ ग्रेड (80 से 90 प्रतिशत) प्वाइंट, ए (वेरी गुड) के लिए आठ ग्रेड (70 से 80 प्रतिशत) प्वाइंट, बी प्लस (गुड) के लिए सात ग्रेड (60 से 70 प्रतिशत) प्वाइंट, बी (औसत से ज्यादा) के लिए छह ग्रेड (55 से 60 प्रतिशत) प्वाइंट, सी (औसत) के लिए पांच ग्रेड प्वाइंट (50 से 55 प्रतिशत) प्वाइंट, पी (पास) के लिए चार ग्रेड (45 से 50 प्रतिशत) प्वाइंट मिलेगा, जबकि एफ (फेल) 45 प्रतिशत से नीचे को कोई प्वाइंट नहीं मिलेगा।

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