विवादित बयान पर फतेह बहादुर को RJD वर्कर ने पढाया पाठ, कहा- जो वोट मिलता है वह भी खराब हो जाएगा h3>
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हिंदू देवी देवताओं और मंदिरों के बारे में आपत्तिजनक बयान देने वाले राजद विधायक फतेह बहादुर का अपनी पार्टी के अंदर ही विरोध शुरू हो गया है। पटना में लालू राबरी आवास के सामने एक कार्यकर्ता ने फतेह बहादुर के सामने ही मोर्चा खोल दिया। चेतावनी दे डाली की हिन्दू आस्था पर चोट करने पर आपका वोट खराब हो जाएगा। इसके पहले पार्टी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी उनके बयान को अनुचित बताते हुए बचने की सलाह दी थी। राबड़ी देवी आवास से से निकलने के बाद फतेह बहादुर मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनकेन समर्थक आपस में भिड़ते हुए दिखे।
लालू यादव की पार्टी आरजेडी के डेहरी ऑन सोन विधायक फतेह बहादुर ने अपने बयानों से बिहार में सियासी भूचाल खड़ा कर दिया है। शनिवार को उन्होंने विद्या की देवी मां सरस्वती के बारे में आपत्तिजनक बयान दिया। इतने से ही वह शांत नहीं हुए। सोमवार को पटना में बड़ा सा पोस्टर लगाकर हिंदू मंदिरों को अंधविश्वास और पाखंड का केंद्र बता दिया। फतेह बहादुर ने यह पोस्टर सीएम आवास और पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के घर के पास ही लगा दिया है। मीडिया कर्मियों ने जब उनसे सवाल पूछा तो राजद विधायक मजबूती से अपने बयान पर डटे रहे। लेकिन इसी के दौरान उनके पीछे खड़े एक आरजेडी कार्यकर्ता ने विरोध शुरू कर दिया।
राजद MLA ने पटना में लगाया विवादित पोस्टर, लालू-राबड़ी-तेजस्वी की तस्वीर भी मौजूद; निशाने पर हिंदू मंदिर
फतेह बहादुर जब प्रेस को बयान दे रहे थे उसी बीच पीछे से कार्यकर्ता ने टोक दिया। कहा कि आप किसी की आस्था पर चोट क्यों पहुंचा रहे हैं। आप हिंदुओं की आस्था के खिलाफ बोल रहे हैं। जो भी वोट मिल रहा है वह खराब हो जाएगा। इस पर विधायक ने पूछा आप कौन हैं तो उस व्यक्ति ने जवाब दिया हम पार्टी के वर्कर हैं। हालांकि विधायक ने उसकी बात नहीं सुनी और फटकार लगाते हुए सुरक्षा कर्मियों को आदेश देकर बाहर निकलवा दिया। जाते-जाते भी उसने कहा कि हिंदू आस्था पर आपको बोलना महंगा पड़ेगा।
पुलिस के बल पर भले ही उस कार्यकर्ता की आवाज को दबा दिया गया हो, लेकिन राजद विधायक की इस बयान बाजी से पार्टी के अंदर की नाराजगी सतह पर आ गई है। हालांक, फतेह बहादुर के एक अन्य समर्थकों ने उसे बीजेपी का एजेंट करार देते हुए मामले को डाइवर्ट करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि उस कार्यकर्ता के साथ हाथापाई भी की गयी।
इसके पहले आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी फतेह बहादुर के बयान पर विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने कहा कि अगर आपकी आस्था देवी देवताओं में नहीं है तब भी इस तरह से सार्वजनिक रूप से नहीं बोलना चाहिए। यह गलत बात है। ऐसे विवादित बयानों से किसी को भी बचना चाहिए।
फतेह बहादुर पहले भी विवाद पैदा करने वाले बयान दे चुके हैं। उन्होंने दुर्गा पूजा से समय मां दुर्गा को काल्पनिक बताया और कहा कि पंडाल बनाकर इस तरह अराधना करना ढोंग और पैसे की बर्बादी है। शनिवार को औरंगाबाद में उन्होंने मां सरस्वती के बारे में गलतबयानी की। आश्चर्य की बात है कि पार्टी अध्यक्ष खुद मंदिरों में देवी देवता की पूजा करते हैं लेकिन अपने विधायक के बयान पर खामोश हैं।
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हिंदू देवी देवताओं और मंदिरों के बारे में आपत्तिजनक बयान देने वाले राजद विधायक फतेह बहादुर का अपनी पार्टी के अंदर ही विरोध शुरू हो गया है। पटना में लालू राबरी आवास के सामने एक कार्यकर्ता ने फतेह बहादुर के सामने ही मोर्चा खोल दिया। चेतावनी दे डाली की हिन्दू आस्था पर चोट करने पर आपका वोट खराब हो जाएगा। इसके पहले पार्टी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी उनके बयान को अनुचित बताते हुए बचने की सलाह दी थी। राबड़ी देवी आवास से से निकलने के बाद फतेह बहादुर मीडिया को संबोधित कर रहे थे। इस दौरान उनकेन समर्थक आपस में भिड़ते हुए दिखे।
लालू यादव की पार्टी आरजेडी के डेहरी ऑन सोन विधायक फतेह बहादुर ने अपने बयानों से बिहार में सियासी भूचाल खड़ा कर दिया है। शनिवार को उन्होंने विद्या की देवी मां सरस्वती के बारे में आपत्तिजनक बयान दिया। इतने से ही वह शांत नहीं हुए। सोमवार को पटना में बड़ा सा पोस्टर लगाकर हिंदू मंदिरों को अंधविश्वास और पाखंड का केंद्र बता दिया। फतेह बहादुर ने यह पोस्टर सीएम आवास और पार्टी सुप्रीमो लालू यादव के घर के पास ही लगा दिया है। मीडिया कर्मियों ने जब उनसे सवाल पूछा तो राजद विधायक मजबूती से अपने बयान पर डटे रहे। लेकिन इसी के दौरान उनके पीछे खड़े एक आरजेडी कार्यकर्ता ने विरोध शुरू कर दिया।
राजद MLA ने पटना में लगाया विवादित पोस्टर, लालू-राबड़ी-तेजस्वी की तस्वीर भी मौजूद; निशाने पर हिंदू मंदिर
फतेह बहादुर जब प्रेस को बयान दे रहे थे उसी बीच पीछे से कार्यकर्ता ने टोक दिया। कहा कि आप किसी की आस्था पर चोट क्यों पहुंचा रहे हैं। आप हिंदुओं की आस्था के खिलाफ बोल रहे हैं। जो भी वोट मिल रहा है वह खराब हो जाएगा। इस पर विधायक ने पूछा आप कौन हैं तो उस व्यक्ति ने जवाब दिया हम पार्टी के वर्कर हैं। हालांकि विधायक ने उसकी बात नहीं सुनी और फटकार लगाते हुए सुरक्षा कर्मियों को आदेश देकर बाहर निकलवा दिया। जाते-जाते भी उसने कहा कि हिंदू आस्था पर आपको बोलना महंगा पड़ेगा।
पुलिस के बल पर भले ही उस कार्यकर्ता की आवाज को दबा दिया गया हो, लेकिन राजद विधायक की इस बयान बाजी से पार्टी के अंदर की नाराजगी सतह पर आ गई है। हालांक, फतेह बहादुर के एक अन्य समर्थकों ने उसे बीजेपी का एजेंट करार देते हुए मामले को डाइवर्ट करने की कोशिश की। बताया जा रहा है कि उस कार्यकर्ता के साथ हाथापाई भी की गयी।
इसके पहले आरजेडी प्रवक्ता भाई वीरेंद्र ने भी फतेह बहादुर के बयान पर विरोध दर्ज कराया था। उन्होंने कहा कि अगर आपकी आस्था देवी देवताओं में नहीं है तब भी इस तरह से सार्वजनिक रूप से नहीं बोलना चाहिए। यह गलत बात है। ऐसे विवादित बयानों से किसी को भी बचना चाहिए।
फतेह बहादुर पहले भी विवाद पैदा करने वाले बयान दे चुके हैं। उन्होंने दुर्गा पूजा से समय मां दुर्गा को काल्पनिक बताया और कहा कि पंडाल बनाकर इस तरह अराधना करना ढोंग और पैसे की बर्बादी है। शनिवार को औरंगाबाद में उन्होंने मां सरस्वती के बारे में गलतबयानी की। आश्चर्य की बात है कि पार्टी अध्यक्ष खुद मंदिरों में देवी देवता की पूजा करते हैं लेकिन अपने विधायक के बयान पर खामोश हैं।