विधानसभा उपचुनाव में NDA और INDIA की साख दांव पर, लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन दोहराने की चुनौती h3>
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बिहार में लोकसभा चुनाव के बाद अब सभी की निगाहें बिहार विधानसभा के उपचुनावों पर है। राज्य में पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इस चुनाव में जहां राजद, जदयू, माले और हम के सामने लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। लोकसभा चुनाव में इन क्षेत्रों के विधायकों के चुनाव लड़ने से ये सीटें खाली हो गई हैं। इनमें से एक रुपौली के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। वहां दस जुलाई को मतदान होने वाला है।
राज्य के रामगढ़, तरारी, बेलागंज, इमामगंज और रूपौली में उपचुनाव होना है। इनमें राजद के दो, माले, जदयू, हम कोटे की एक-एक सीट है। चार विधायकों के सांसद चुने जाने और एक विधायक के इस्तीफे के बाद ये सीटें खाली हुई हैं। बक्सर से राजद के सुधाकर सिंह के सांसद चुने जाने के बाद रामगढ़ और जहानाबाद से सुरेंद्र यादव के सांसद चुने जाने के बाद बेलागंज सीट पर उपचुनाव होना है। आरा से माले के सुदामा प्रसाद के सांसद बनने के बाद तरारी और गया से हम के जीतन राम मांझी के सांसद बनने के बाद इमामगंज सीट खाली हुई है। बीमा भारती के इस्तीफा देकर लोकसभा चुनाव लड़ने से रूपौली में उपचुनाव हो रहा है। रूपौली में दस जुलाई को मतदान है। यहां से जदयू के कलाधर मंडल, राजद की बीमा भारती और निर्दलीय शंकर सिंह के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
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2020 विधानसभा चुनाव में यह थी तस्वीर
वर्ष 2020 विस चुनाव में बेलागंज पर राजद के सुरेंद्र यादव ने जदयू के अभय कुमार सिन्हा को 28 हजार मतों से हराया था। रामगढ़ पर राजद के सुधाकर सिंह ने बसपा के अंबिका सिंह को सिर्फ 189 मतों से हराया था, यहां भाजपा प्रत्याशी तीसरे नंबर पर रहे थे। इमामगंज पर हम के जीतन राम मांझी ने राजद के उदय नारायण चौधरी को करीब 16 हजार मतों से पराजित किया था। तरारी में माले के सुदामा प्रसाद ने निर्दलीय सुनील पांडेय को 10 हजार मतों से हराया था, यहां भाजपा उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे थे। रूपौली में जदयू की बीमा भारती ने निर्दलीय शंकर सिंह को 19 हजार मतों से पराजित किया था, यहां भाकपा तीसरे नंबर पर रही थी। इस तरह एनडीए में भाजपा का दो, जदयू का दो और हम का एक सीट पर दावा है। वहीं, महागठबंधन से राजद का चार और माले का एक सीट पर दावा है।
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भाजपा अभी नंबर एक पार्टी
अभी विधानसभा में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। भाजपा के 78, जदयू के 44, हम के तीन और एक निर्दलीय विधायक हैं। वहीं, महागठबंधन से राजद के 77, कांर्ग्रेस के 19, माले के 11, भाकपा-माकपा के दो-दो विधायक हैं। पांच सीटें रिक्त हैं।
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बिहार में लोकसभा चुनाव के बाद अब सभी की निगाहें बिहार विधानसभा के उपचुनावों पर है। राज्य में पांच विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होना है। इस चुनाव में जहां राजद, जदयू, माले और हम के सामने लोकसभा चुनाव का प्रदर्शन दोहराने की चुनौती है। लोकसभा चुनाव में इन क्षेत्रों के विधायकों के चुनाव लड़ने से ये सीटें खाली हो गई हैं। इनमें से एक रुपौली के लिए चुनाव की घोषणा हो चुकी है। वहां दस जुलाई को मतदान होने वाला है।
राज्य के रामगढ़, तरारी, बेलागंज, इमामगंज और रूपौली में उपचुनाव होना है। इनमें राजद के दो, माले, जदयू, हम कोटे की एक-एक सीट है। चार विधायकों के सांसद चुने जाने और एक विधायक के इस्तीफे के बाद ये सीटें खाली हुई हैं। बक्सर से राजद के सुधाकर सिंह के सांसद चुने जाने के बाद रामगढ़ और जहानाबाद से सुरेंद्र यादव के सांसद चुने जाने के बाद बेलागंज सीट पर उपचुनाव होना है। आरा से माले के सुदामा प्रसाद के सांसद बनने के बाद तरारी और गया से हम के जीतन राम मांझी के सांसद बनने के बाद इमामगंज सीट खाली हुई है। बीमा भारती के इस्तीफा देकर लोकसभा चुनाव लड़ने से रूपौली में उपचुनाव हो रहा है। रूपौली में दस जुलाई को मतदान है। यहां से जदयू के कलाधर मंडल, राजद की बीमा भारती और निर्दलीय शंकर सिंह के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है।
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भाजपा अभी नंबर एक पार्टी
अभी विधानसभा में भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन गई है। भाजपा के 78, जदयू के 44, हम के तीन और एक निर्दलीय विधायक हैं। वहीं, महागठबंधन से राजद के 77, कांर्ग्रेस के 19, माले के 11, भाकपा-माकपा के दो-दो विधायक हैं। पांच सीटें रिक्त हैं।