वाराणसी में गंगा में गिरे पिता-पुत्री, NDRF ने बचाया: गंगाआरती में शामिल होने पहुंचे थे, नाव से फिसलकर पानी में गिरे – Varanasi News

34
वाराणसी में गंगा में गिरे पिता-पुत्री, NDRF ने बचाया:  गंगाआरती में शामिल होने पहुंचे थे, नाव से फिसलकर पानी में गिरे – Varanasi News
Advertising
Advertising

वाराणसी में गंगा में गिरे पिता-पुत्री, NDRF ने बचाया: गंगाआरती में शामिल होने पहुंचे थे, नाव से फिसलकर पानी में गिरे – Varanasi News

वाराणसी में गुरुवार को गंगा आरती में शामिल होने आए पिता-पुत्री पानी में डूब गए। नाव पर पैर फिसलने के बाद दोनों गहरे पानी में चले गए और डूबने लगे। आसपास के लोगों ने चीख पुकार की तो जलपुलिस और एनडीआरएफ कर्मी मौके पर पहुंचे।

Advertising

.

दूसरी नाव पर सवार एनडीआरएफ कर्मियों ने गंगा में छलांग लगा दी और दोनों को सकुशल बाहर निकाल लिया। पानी में डूबने से दोनों बदहवास हो गए थे और अंदर पानी भर गया था। नाव पर लाकर उन्हें प्राथमिक रेस्क्यू ट्रीटमेंट दिया गया, उनके अंदर भरे पानी को निकाला गया।

Advertising

हालांकि दोनों की हालत ठीक है और इटावा से बनारस आए अन्य लोग भी उनके साथ थे, जिनकी मदद से एक होटल तक पहुंचाया गया है। एनडीआरएफ की सतर्कता से एक बड़ी घटना टल गई।

एनडीआरएफ के डीआईजी मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि 15 मई को इटावा निवासी नवीन मिश्रा अपनी बेटी आशी मिश्रा के साथ वाराणसी आए थे। शाम को छह बजे दशाश्वमेध घाट पर गंगा आरती देखने के लिए पहुंचे थे। अन्य लोगों के साथ पानी में खड़ी नाव में सवार हो गए और नाव गहराई की ओर पहुंच गई।

घाट पर आरती से पहले आशी मिश्रा नाव पर खड़े होकर फोटो खिंचा रही थी, तभी अचानक संतुलन बिगड़ने से उसका पैर फिसल गया। उसे बचाने के लिए नवीन मिश्रा ने प्रयास किया और हाथ पकड़ना चाहा लेकिन बाद में वे भी गंगा में कूद गए। तैरना नहीं आने के चलते दोनों डूबने लगे।

Advertising

नाव से लोगों के गिरते के बाद घाट पर हड़कंप मच गया, नाव पर अफरा तफरी की स्थिति हो गई। साथ में सवार लोगों ने चीख पुकार करते हुए पुलिस को आवाज लगाई। इसी दौरान कुछ दूरी पर दूसरी नाव में मौजूद एनडीआरएफ कर्मी गंगा में कूद पड़े।

एनडीआरएफ बचाव कर्मिकों ने कुशलता से आशी मिश्रा और नवीन मिश्रा को बाहर निकाला। साथ काशी दर्शन के बाद गंगा आरती में सम्मिलित होने के लिए दशाश्वमेध घाट पर नाव से पहुंच के दौरान फिसल कर गहरे जल में चली गई और डूबने लगी।

उसे बचाने के प्रयास में उसके पिता ने भी नदी में छलांग लगा दी और वो भी डूबने लगे। इन दोनों पिता पुत्री के जीवन को संकट में देख मौके पर मौजूद एनडीआरएफ के बचाव कार्मिकों ने तत्काल बिना समय गवाएं नदी में छलांग लगा कर दोनों श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला।

Advertising

प्रमुख घाटों पर तैनात एनडीआरएफ

एनडीआरएफ के डीआईजी मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि काशी के विभिन्न गंगाघाटों पर एनडीआर दिशा निर्देश में दिन रात काशी के गंगा घाटों की निगरानी करती है और किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्यवाही के द्वारा संकटग्रस्त जीवन की रक्षा करती है। आज एनडीआरएफ बचाव कार्मिकों द्वारा किया गया कार्य इसका उदाहरण है। पिता-पुत्री की जान बचाने के बाद एनडीआरएफ बचाव कार्मिकों के साहसिक और दक्षता पूर्ण बचाव कार्य की घाट पर मौजूद लोगों ने सराहना की।

उत्तर प्रदेश की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Uttar Pradesh News

Advertising