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‘वह रोहित की तरह है और किसी सेलेक्टर ने…’, अश्विन का वर्ल्ड कप 2023 को लेकर हैरतअंगेज सुझाव

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‘वह रोहित की तरह है और किसी सेलेक्टर ने…’, अश्विन का वर्ल्ड कप 2023 को लेकर हैरतअंगेज सुझाव
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‘वह रोहित की तरह है और किसी सेलेक्टर ने…’, अश्विन का वर्ल्ड कप 2023 को लेकर हैरतअंगेज सुझाव

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आईसीसी वनडे वर्ल्ड कप 2023 का आयोजन 5 अक्टूबर से 19 नवंबर तक भारत में होगा। केएल राहुल और श्रेयस अय्यर के कमबैक पर असमंजस की स्थिति है, जिसके चलते भारत टीम प्लेइंग इलेवन में प्रयोग कर रही है। ऐसे में दिग्गज स्पिनर आर अश्विन ने चीफ सेलेक्टर अजीत अगरकर और भारतीय टीम मैनेजमेंट को वर्ल्ड कप को लेकर एक हैरतअंगेज सुझाव दिया है। उन्होंने युवा बल्लेबाज तिलक वर्मा के नाम पर गौर करने की सलाह दी है, जिन्होंने हाल ही में वेस्टइंडीज के खिलाफ दो टी20 मैचों में मथ्यक्रम में जबर्दस्त छाप छोड़ी। तिलक ने डेब्यू मैच में 39 और दूसरे टी20 में 51 रन की पारी खेली। अश्विन को लगता है कि तिलक भारतीय टीम के मध्यक्रम की समस्याओं को दूर कर सकते हैं।

अश्विन का मानना है कि तिलक का गेम रोहित शर्मा की तरह है। अश्विन ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, ”तिलक वर्मा जिस तरह उभरकर सामने आए हैं, उसने सभी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित किया है। वह पहले टी20 मैच में धीमी पिच पर भी जबर्दस्त लय में नजर आ रहे थे। उनका बैटिंग स्टाइल इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू करने वाले किसी भारतीय खिलाड़ी से बिल्कुल अलग है। उनका गेम काफी हद तक रोहित शर्मा से मिलता-जुलता है। वह पुल शॉट खेलते हैं। आमतौर पर भारतीय बल्लेबाज पुल शॉट खेलने के लिए तैयार नहीं होंगे। तिलक का गेम ऐसा लगता है जैसे उनके पास नेचुरल पुल शॉट है और वह गेंद को ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज की तरह बाउंड्री के बाहर भेजते हैं। अभी मूल्यांकन करना जल्दबाजी होगी मगर वो पारी लाजवाब थी।”

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अश्विन ने आगे कहा, ”वर्ल्ड कप के संबंध में कांटे की टक्कर है। अगर हमारे पास पर्याप्त बैकअप नहीं है तो क्या वे विकल्प के रूप में तिलक वर्मा के बारे में सोचेंगे? क्योंकि संजू सैमसन ने वनडे में काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। लेकिन तिलक वर्मा के बारे में रोमांचक बात यह है कि वह बाएं हाथ के खिलाड़ी हैं और टीम इंडिया में बाएं हाथ के बल्लेबाजों की कमी है। रविंद्र जडेजा टॉप-7 में एकमात्र बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वहीं, सभी शीर्ष टीमों में ऑफ स्पिनर्स हैं। ऑस्ट्रेलिया के पास एश्टन एगर हैं। इंग्लैंड के पास मोईन अली और आदिल राशिद हैं। ज्यादातर टीमों के पास बाएं हाथ के बल्लेबाजों को चुनौती देने के लिए फिंगर स्पिनर नहीं है। ऐसे में तिलक का उभरना अहम है। अभी कुछ कहना जल्दबाजी है लेकिन क्या वे तिलक को एक विकल्प के रूप में देखेंगे? हालांकि, कम से कम वह सभी का ध्यान आकर्षित करने में कामयाब रहा है। वह निश्चित रूप से कंटिनजेंसी प्लान में है। क्योंकि किसी भी सेलेक्टर ने अगर वो पारी देखी होगी तो जरूर वाह  कहा होगा।’

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