लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी उमा भारती को नहीं दिया भाजपा ने टिकट | uma bharti fight lok sabha election 2024 bjp candidate list | News 4 Social h3>
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (uma bharti) ने लोकसभा चुनाव 2024 लडऩे का ऐलान किया था। कई बार उन्होंने यह बयान दिया था, लेकिन एमपी, यूपी से चुनाव में उतरने के उनके रास्ते बंद होते नजर आ रहे हैं। वजह ये कि मप्र, उप्र में उमा की सीट रही खजुराहो, भोपाल, झांसी के टिकट घोषित हो चुके हैं।
कई बार उमा भारती ने मध्यप्रदेश में कई बार यह बयान दिया था कि वे लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी और भाजपा से किनारे करने वाले प्रश्न पर तो यह भी कहा था कि मुझे कोई किनारे नहीं लगता, मैं 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ूंगी और जरूर लड़ूंगी।
क्या ‘तीसरे’ राज्य से लड़ेंगी चुनाव?
पिछले साल अक्टूबर 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले उमा भारती के एक बयान ने सभी को चौंका दिया था। उमा ने कहा था कि वे मध्यप्रदेश से न विधानसभा चुनाव लड़ेंगी न लोकसभा का चुनाव। वे किसी ‘तीसरे राज्य’ से लोकसभा का चुनाव लड़ सकती हैं। बाकी पार्टी का आदेश सिर आंखों पर। भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में उमा भारती ने यह इच्छा जाहिर की थी।
हाल ही में गृह क्षेत्र टीकमगढ़ से भी वीरेंद्र खटीक का नाम घोषित हो गया है। ट्रेक रिकार्ड ऐसा: 2003 में उमा की अगुवाई में भाजपा प्रचंड बहुमत से जीती थी। इसके बाद सीएम बनीं। हुबली विवाद में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद इस्तीफा दे दिया, फिर भाजश पार्टी बनाई। बाद में वापस भाजपा में आ गईं। केंद्रीय मंत्री भी बनीं। उमा ने सितंबर 2023, अक्टूबर 2023 में खुलकर लोकसभा चुनाव लडऩे का कहा था। पहले भी वे चुनाव लडऩे की बात कह चुकी थीं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, शिवराज सिंह चौहान जी अपनी परंपरागत सीटों पर लौटे, दोनों को प्रचंड जीत की हार्दिक शुभकामनाएं। मध्य प्रदेश भाजपा, संगठन एवं सत्ता के संतुलन का अनुपम उदाहरण है। @BJP4India @BJP4MP @JM_Scindia @ChouhanShivraj
— Uma Bharti (@umasribharti) March 3, 2024
उमा ने शिवराज और सिंधिया को दी बधाई
इससे पहले उमा भारती ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट मिलने पर बधाई दी है। उमा भारती ने अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर लिखा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, शिवराज सिंह चौहान जी अपनी परंपरागत सीटों पर लौटे, दोनों को प्रचंड जीत की हार्दिक शुभकामनाएं। मध्यप्रदेश बीजेपी, संगठन और सत्ता के संतुलन का अनुपम उदाहरण है।
प्रज्ञा का दर्द- मेरे कुछ शब्द शायद मोदीजी को पसंद नहीं आए
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का टिकट भाजपा ने इस बार काट दिया है। विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वालीं प्रज्ञा ने टिकट न मिलने पर कहा है कि उनके कुछ शब्द शायद पीएम मोदी को पसंद नहीं आए होंगे, इसलिए उनका टिकट कटा होगा। माफी मांग ली थी प्रज्ञा ने कहा, यह संगठन का निर्णय है, इसमें यह नहीं सोचना चाहिए कि क्यों टिकट कटा, कैसे कटा?
मैंने पहले भी टिकट नहीं मांगा था और अब भी नहीं मांगा है। हो सकता है मैंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर लिया जो मोदीजी को शायद पसंद नहीं आए। उन्होंने कहा था कि मुझे माफ नहीं करेंगे, लेकिन मैंने उसके लिए पहले ही माफी मांग ली थी। यह था मामला प्रज्ञा ने गांधीजी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। बयान के बाद मोदी को भी प्रतिक्रिया देनी पड़ी थी। पीएम मोदी ने बयान की आलोचना करते हुए कहा था कि वो उन्हें मन से कभी माफ नहीं कर पाएंगे। अब क्या कहा प्रज्ञा का अब भी कहना है कि मैंने जो भी कहा सत्य कहा। मीडिया ने विवादित बयान कहकर मुद्दे को हवा दी। मेरा सत्य बोलना विरोधियों और कांग्रेस के लोगों को खटकता है। और मेरी आड़ लेकर वो मोदी जी पर प्रहार करते हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (uma bharti) ने लोकसभा चुनाव 2024 लडऩे का ऐलान किया था। कई बार उन्होंने यह बयान दिया था, लेकिन एमपी, यूपी से चुनाव में उतरने के उनके रास्ते बंद होते नजर आ रहे हैं। वजह ये कि मप्र, उप्र में उमा की सीट रही खजुराहो, भोपाल, झांसी के टिकट घोषित हो चुके हैं।
कई बार उमा भारती ने मध्यप्रदेश में कई बार यह बयान दिया था कि वे लोकसभा का चुनाव लड़ेंगी और भाजपा से किनारे करने वाले प्रश्न पर तो यह भी कहा था कि मुझे कोई किनारे नहीं लगता, मैं 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ूंगी और जरूर लड़ूंगी।
क्या ‘तीसरे’ राज्य से लड़ेंगी चुनाव?
पिछले साल अक्टूबर 2023 में विधानसभा चुनाव से पहले उमा भारती के एक बयान ने सभी को चौंका दिया था। उमा ने कहा था कि वे मध्यप्रदेश से न विधानसभा चुनाव लड़ेंगी न लोकसभा का चुनाव। वे किसी ‘तीसरे राज्य’ से लोकसभा का चुनाव लड़ सकती हैं। बाकी पार्टी का आदेश सिर आंखों पर। भोपाल में आयोजित एक कार्यक्रम में उमा भारती ने यह इच्छा जाहिर की थी।
हाल ही में गृह क्षेत्र टीकमगढ़ से भी वीरेंद्र खटीक का नाम घोषित हो गया है। ट्रेक रिकार्ड ऐसा: 2003 में उमा की अगुवाई में भाजपा प्रचंड बहुमत से जीती थी। इसके बाद सीएम बनीं। हुबली विवाद में गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद इस्तीफा दे दिया, फिर भाजश पार्टी बनाई। बाद में वापस भाजपा में आ गईं। केंद्रीय मंत्री भी बनीं। उमा ने सितंबर 2023, अक्टूबर 2023 में खुलकर लोकसभा चुनाव लडऩे का कहा था। पहले भी वे चुनाव लडऩे की बात कह चुकी थीं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, शिवराज सिंह चौहान जी अपनी परंपरागत सीटों पर लौटे, दोनों को प्रचंड जीत की हार्दिक शुभकामनाएं। मध्य प्रदेश भाजपा, संगठन एवं सत्ता के संतुलन का अनुपम उदाहरण है। @BJP4India @BJP4MP @JM_Scindia @ChouhanShivraj
— Uma Bharti (@umasribharti) March 3, 2024
उमा ने शिवराज और सिंधिया को दी बधाई
इससे पहले उमा भारती ने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को टिकट मिलने पर बधाई दी है। उमा भारती ने अपने सोशल मीडिया एक्स अकाउंट पर लिखा है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया जी, शिवराज सिंह चौहान जी अपनी परंपरागत सीटों पर लौटे, दोनों को प्रचंड जीत की हार्दिक शुभकामनाएं। मध्यप्रदेश बीजेपी, संगठन और सत्ता के संतुलन का अनुपम उदाहरण है।
प्रज्ञा का दर्द- मेरे कुछ शब्द शायद मोदीजी को पसंद नहीं आए
भोपाल सांसद साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर का टिकट भाजपा ने इस बार काट दिया है। विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहने वालीं प्रज्ञा ने टिकट न मिलने पर कहा है कि उनके कुछ शब्द शायद पीएम मोदी को पसंद नहीं आए होंगे, इसलिए उनका टिकट कटा होगा। माफी मांग ली थी प्रज्ञा ने कहा, यह संगठन का निर्णय है, इसमें यह नहीं सोचना चाहिए कि क्यों टिकट कटा, कैसे कटा?
मैंने पहले भी टिकट नहीं मांगा था और अब भी नहीं मांगा है। हो सकता है मैंने कुछ ऐसे शब्दों का इस्तेमाल कर लिया जो मोदीजी को शायद पसंद नहीं आए। उन्होंने कहा था कि मुझे माफ नहीं करेंगे, लेकिन मैंने उसके लिए पहले ही माफी मांग ली थी। यह था मामला प्रज्ञा ने गांधीजी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे को देशभक्त बताया था। बयान के बाद मोदी को भी प्रतिक्रिया देनी पड़ी थी। पीएम मोदी ने बयान की आलोचना करते हुए कहा था कि वो उन्हें मन से कभी माफ नहीं कर पाएंगे। अब क्या कहा प्रज्ञा का अब भी कहना है कि मैंने जो भी कहा सत्य कहा। मीडिया ने विवादित बयान कहकर मुद्दे को हवा दी। मेरा सत्य बोलना विरोधियों और कांग्रेस के लोगों को खटकता है। और मेरी आड़ लेकर वो मोदी जी पर प्रहार करते हैं।