लोकसभा चुनाव में BJP को भाया ‘सांवेर फॉर्मूला’, 360 डिग्री पर बदलेगा माहौल, जानिए कैसे ?

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लोकसभा चुनाव में BJP को भाया ‘सांवेर फॉर्मूला’, 360 डिग्री पर बदलेगा माहौल, जानिए कैसे ?

लोकसभा चुनाव में BJP को भाया ‘सांवेर फॉर्मूला’, 360 डिग्री पर बदलेगा माहौल, जानिए कैसे ?


Lok Sabha elections 2024: भाजपा को ’सांवेर फॉर्मूला भा गया है जिस पर पार्टी जबरदस्त काम कर रही है। लोकसभा चुनाव में उसके जबरदस्त परिणाम भी सामने आ सकते है, ये वजह है जिससे पार्टी आठ लाख से अधिक वोटों से जीतने का खम्भ ठोक रही है। इस फॉर्मूले के कई पैमाने है जिससे 360 डिग्री का माहौल बदलने का अंदाजा लगाया जा रहा है।

आप सोच रहे होंगे कि सांवेर फॉर्मूला क्या और कैसे कारगर है ? देखा जाए तो 2020 से पहले सांवेर विधानसभा का रिकार्ड उठाकर देख ले तो हार जीत का अंतर सैकड़ों या दो चार हजार से ज्यादा का नहीं होता था लेकिन उपचुनाव में पार्टी ने 54 हजार वोटों से जीत दर्ज कराई। बात यहीं तक सीमित नहीं है, 2023 के विधानसभा चुनाव ने तो सारे रिकार्ड तोड़ दिए। 68 हजार 854 वोटों से तुलसीराम सिलावट ने फतह हासिल की। जीते भले ही सिलावट है लेकिन भाजपा के खाते में जीत का सबसे बड़ा आकड़ा है। एक तरह से कांग्रेस क्षेत्र में पूरी तरह से ध्वस्त हो गई है। उपचुनाव को छोड़ दिया जाए तो आज तक की जीत का कुल आकड़े से ज्यादा अंतर नहीं होगा।

 

नए फॉर्मूलें पर काम कर रही भाजपा

जीत के इस कारगर फॉर्मूले पर ही भाजपा अब काम कर रही है। उसका पूरा फोकस कांग्रेस के मजबूत व जमीनी नेताओं पर है जिन्हें पार्टी में शामिल करने पर है। प्रदेश स्तर पर ये मुहिम चल रही है जिसमें इंदौर में तो कांग्रेस का किला ही ध्वस्त कर दिया गया। पूर्व विधायक इंदौर एक से संजय शुक्ला, देपालपुर से विशाल पटेल, महू से अंतरसिंह दरबार तो पंकज संघवी, स्वप्निल कोठारी और बलराम पटेल सहित कई नेताओं को सदस्यता दिलाई गई। इनके पार्टी में शामिल होने से व्यक्तिगत वोट भी प्रभावित होगा जिसका मल्टीपल असर होगा। पार्टी का मानना है कि कांग्रेस का एक वोट कम होकर उन्हें मिलता है तो दो का असर होता है।

 

इस पर भी हो रहा काम

सांवेर विधानसभा के उपचुनाव में पार्टी ने चुनावी लडऩे की एक ओर नई रणनीति तैयार की थी। तत्कालीन संभागीय संगठन मंत्री जयपालसिंह चावड़ा ने बड़े-बड़े आयोजन करने के बजाए पंचायत स्तर पर सम्मेलन करने पर जोर दिया था। उसके चलते मंडल स्तर के कार्यक्रम को ना करते हुए छोटी छोटी बैठक कर कार्यकर्ताओं में जोश भरने का काम किया गया।

 

हाथ लगे 70 हजार नंबर

सांवेर उपचुनाव में एक बात निकलकर सामने आई थी कि महिलाएं नहीं जुड़ रही है जिसको लेकर एक फॉर्मूला बनाई गई। नर्मदा को सांवेर में लाने की योजना को लेकर कलश यात्रा निकाली गई जिसके गांव-गांव पंजीयन किए गए। उसके लिए बैठकें भी हुई। 70 हजार महिलाओं ने पंजीयन कराया जिनके फोन नंबर भाजपा के पास पहुंच गए। उसके माध्यम से पार्टी ने लगातार प्रचार प्रसार किया। उसी तर्ज पर अब हितग्राही सम्मेलन रखे जा रहे है जिसमें ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को जोड़ा जाएगा। उनकी फोन नंबर मिलने पर पार्टी योजनाओं की जानकारी से लेकर वोट डालने की अपील करेगी।

 

 

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