लोकसभा चुनावः BJP-JDU को इन नए सात चेहरों पर भरोसा; लवली-विवेक-देवेश इन, अश्विनी-अजय-सुनील आउट h3>
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Lok Sabha Election 2024: बिहार में एनडीए के दोनों प्रमुख घटक दलों, भाजपा व जदयू ने रविवार को अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। दोनों दलों को मिलाकर 7 नये चेहरे मैदान में उतारे गए हैं। जबकि पांच वर्तमान सांसद बेटिकट हुए हैं। इसमें भाजपा के तीन और जदयू के दो हैं। भाजपा-जदयू ने 3-3 उम्मीदवारों को पहली बार लोकसभा चुनाव में उतारा है। दोनों दलों ने अपने कोटे की क्रमश 17 और 16 सीटों पर 25 वर्तमान सांसदों को फिर मौका दिया है। भाजपा ने 13 जबकि जदयू ने 12 सांसदों को फिर से मैदान में उतारा है। भाजपा ने बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे, मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद तथा सासाराम के सांसद छेदी पासवान को बेटिकट कर दिया है। वहीं जदयू ने दो सांसदों सीवान से कविता सिंह और सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू का पत्ता साफ कर दिया है।
भाजपा ने बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बदले पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। मुजफ्फरपुर से अजय निषाद के बदले राजभूषण निषाद को उतरा गया है। सासाराम से छेदी पासवान के बदले शिवेश राम तो नवादा से राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है।
मिथिलेश तिवारी, शिवेश राम और विवेक ठाकुर लोकसभा चुनाव के रण में पहली बार ताल ठोकेंगे। भाजपा ने किसी महिला को प्रत्याशी नहीं बनाया है। मौजूदा सांसदों में शिवहर से रमा देवी पार्टी की इकलौती महिला सांसद थीं। शिवहर सीट जदयू के कोटे में जाने से रमा देवी पहले ही बेटिकट हो चुकी हैं। अलवत्ता जदयू ने यहां से पूर्व सांसद लवली आनंद को टिकट दिया है।
जदयू ने अपने 12 वर्तमान सांसदों को फिर मौका दिया है। वहीं, दो सांसदों सीवान से कविता सिंह और सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू का पत्ता कट गया है। इनकी जगह सीवान से विजया लक्ष्मी देवी और सीतामढ़ी से विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को टिकट दिया गया है।
किशनगंज में भी नया उम्मीदवार मुजाहिद आलम को टिकट दिया गया है। मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की मुहर लगने के बाद रविवार को वरिष्ठ जदयू नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर उम्मीदवारों की सूची जारी की। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने प्रत्याशियों के नाम सार्वजनिक किये। गौर हो कि जदयू ने अपनी दो सीटिंग सीटें काराकाट और गया सहयोगी दलों के लिए छोड़ दी है। काराकाट से रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और गया से हम के संरक्षक जीतन राम मांझी लड़ेंगे। किशनगंज में 2019 में जदयू ने महबूब अशरफ को टिकट दिया था, जिन्हें 3.32 लाख वोट मिले थे। बाद में उनका निधन हो गया था। अब जदयू ने मजाहिद आलम को यहां से उतारा है।
जदयू ने 16 में 11 पिछड़ा व अतिपिछड़ा को मौका दिया
जदयू के 16 उम्मीदवारों में छह पिछड़ा, पांच अतिपिछड़ा, एक महादलित, 3 सामान्य, एक मुस्लिम वर्ग से शामिल हैं। वहीं, दो महिलाओं को भी प्रत्याशीं बनाया गया है।
भाजपा ने 17 उम्मीदवारों में 10 सवर्ण चेहरा उतारा
भाजपा ने अपने 17 प्रत्याशियों में दस सवर्ण को टिकट दिया है। इनमें सबसे अधिक पांच राजपूत हैं। ये पांचों अभी सांसद हैं। दो भूमिहार और दो ब्राह्मण एक कायस्थ उम्मीदवार पर दांव लागाया है। वहीं चार पिछड़े, दो अतिपिछड़े और एक दलित को उम्मीदवार बनाया गया है।
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Lok Sabha Election 2024: बिहार में एनडीए के दोनों प्रमुख घटक दलों, भाजपा व जदयू ने रविवार को अपने-अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। दोनों दलों को मिलाकर 7 नये चेहरे मैदान में उतारे गए हैं। जबकि पांच वर्तमान सांसद बेटिकट हुए हैं। इसमें भाजपा के तीन और जदयू के दो हैं। भाजपा-जदयू ने 3-3 उम्मीदवारों को पहली बार लोकसभा चुनाव में उतारा है। दोनों दलों ने अपने कोटे की क्रमश 17 और 16 सीटों पर 25 वर्तमान सांसदों को फिर मौका दिया है। भाजपा ने 13 जबकि जदयू ने 12 सांसदों को फिर से मैदान में उतारा है। भाजपा ने बक्सर के सांसद अश्विनी कुमार चौबे, मुजफ्फरपुर के सांसद अजय निषाद तथा सासाराम के सांसद छेदी पासवान को बेटिकट कर दिया है। वहीं जदयू ने दो सांसदों सीवान से कविता सिंह और सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू का पत्ता साफ कर दिया है।
भाजपा ने बक्सर से केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के बदले पूर्व विधायक मिथिलेश तिवारी को उम्मीदवार बनाया है। मुजफ्फरपुर से अजय निषाद के बदले राजभूषण निषाद को उतरा गया है। सासाराम से छेदी पासवान के बदले शिवेश राम तो नवादा से राज्यसभा सांसद विवेक ठाकुर को उम्मीदवार बनाया है।
मिथिलेश तिवारी, शिवेश राम और विवेक ठाकुर लोकसभा चुनाव के रण में पहली बार ताल ठोकेंगे। भाजपा ने किसी महिला को प्रत्याशी नहीं बनाया है। मौजूदा सांसदों में शिवहर से रमा देवी पार्टी की इकलौती महिला सांसद थीं। शिवहर सीट जदयू के कोटे में जाने से रमा देवी पहले ही बेटिकट हो चुकी हैं। अलवत्ता जदयू ने यहां से पूर्व सांसद लवली आनंद को टिकट दिया है।
जदयू ने अपने 12 वर्तमान सांसदों को फिर मौका दिया है। वहीं, दो सांसदों सीवान से कविता सिंह और सीतामढ़ी से सुनील कुमार पिंटू का पत्ता कट गया है। इनकी जगह सीवान से विजया लक्ष्मी देवी और सीतामढ़ी से विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर को टिकट दिया गया है।
किशनगंज में भी नया उम्मीदवार मुजाहिद आलम को टिकट दिया गया है। मुख्यमंत्री व जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की मुहर लगने के बाद रविवार को वरिष्ठ जदयू नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर उम्मीदवारों की सूची जारी की। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने प्रत्याशियों के नाम सार्वजनिक किये। गौर हो कि जदयू ने अपनी दो सीटिंग सीटें काराकाट और गया सहयोगी दलों के लिए छोड़ दी है। काराकाट से रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा और गया से हम के संरक्षक जीतन राम मांझी लड़ेंगे। किशनगंज में 2019 में जदयू ने महबूब अशरफ को टिकट दिया था, जिन्हें 3.32 लाख वोट मिले थे। बाद में उनका निधन हो गया था। अब जदयू ने मजाहिद आलम को यहां से उतारा है।
जदयू ने 16 में 11 पिछड़ा व अतिपिछड़ा को मौका दिया
जदयू के 16 उम्मीदवारों में छह पिछड़ा, पांच अतिपिछड़ा, एक महादलित, 3 सामान्य, एक मुस्लिम वर्ग से शामिल हैं। वहीं, दो महिलाओं को भी प्रत्याशीं बनाया गया है।
भाजपा ने 17 उम्मीदवारों में 10 सवर्ण चेहरा उतारा
भाजपा ने अपने 17 प्रत्याशियों में दस सवर्ण को टिकट दिया है। इनमें सबसे अधिक पांच राजपूत हैं। ये पांचों अभी सांसद हैं। दो भूमिहार और दो ब्राह्मण एक कायस्थ उम्मीदवार पर दांव लागाया है। वहीं चार पिछड़े, दो अतिपिछड़े और एक दलित को उम्मीदवार बनाया गया है।