लखनऊ में मेडिकल संस्थानों के 50% डॉक्टर छुट्टी पर: 2 महीने तक समर वेकेशन, मरीजों को उठानी पड़ेगी परेशानी – Lucknow News h3>
लखनऊ के 4 बड़े चिकित्सा संस्थानों के डॉक्टरों के समर वेकेशन की शुरुआत हो गई है। 2 राउंड में डॉक्टर एक-एक महीने की छुट्टी पर रहेंगे। एक्सपर्ट डॉक्टर की गैरमौजूदगी से मरीजों की दुश्वारियां बढ़ना तय है। हालांकि, संस्थान प्रशासन का दावा है कि इस व्यवस्था
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इस बार डॉक्टरों की छुट्टी को लेकर असमंजस की स्थिति थी। अचानक से भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते पहले सभी डॉक्टरों की छुट्टियां निरस्त की गई थीं। हालांकि, बुधवार को उस आदेश को वापस ले लिया गया।
लखनऊ के लोहिया संस्थान में डॉक्टरों की समर वेकेशन गुरुवार से ही शुरू हो गई हैं।
छुट्टी रद्द करने का आदेश मंत्रालय ने वापस लिया
पिछले दिनों जब भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध जैसे हालात बन गए थे। दोनों पड़ोसी मुल्कों के बीच तनाव को देखते हुए अस्पतालों को अलर्ट किया था। जिस वजह से डाक्टरों को 24 घंटे डयूटी पर रहने की एडवाइजरी जारी की गई थी।
बाद में सीजफायर होने के बाद हालात थोड़ा बदले। इस बीच स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी अमित कुमार शर्मा ने बुधवार को चिकित्सा संस्थानों के डाक्टरों की छुट्टी रद्द किए जाने का आदेश वापस ले लिया है।
पहले राउंड में 50 फीसदी डॉक्टर कल से छुट्टी पर
लखनऊ में SGPGI, KGMU और लोहिया संस्थान (RMLIMS) और कल्याण सिंह सुपर स्पेशियलिटी कैंसर संस्थान में डॉक्टरों की छुट्टियों से मरीजों का इलाज प्रभावित होगा। 16 मई से 15 जुलाई तक होने वाले समर वेकेशन के लिए आधे डॉक्टरों ने छुट्टी के लिए आवेदन कर दिया था। कई परिवार के साथ घूमने का प्लान भी बना चुके हैं।
लखनऊ के KGMU में कुल 616 रेगुलर फैकल्टी डॉक्टर्स हैं।
KGMU की OPD में रोज आते 7 हजार मरीज
यूपी के सबसे बड़े किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय में 616 रेगुलर डॉक्टर हैं। OPD में 7 हजार से 8 हजार के बीच मरीज रोजाना आते हैं। डॉक्टरों की छुट्टी से दूर-दराज से आने वाले मरीजों पर गंभीर संकट रहता है। इसके अलावा इमरजेंसी के मरीजों पर भी परेशानी होगी।
50% डॉक्टर रहेंगे मौजूद
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी की कुलपति प्रो.सोनिया नित्यानंद ने बताया कि KGMU में किसी भी समय डिपार्टमेंट में 50% से ज्यादा डॉक्टर छुट्टी पर नहीं रह सकते। समर वेकेशन के दौरान भी यही नियम लागू रहेगा। नियम के अनुसार ही छुट्टियां दी गई हैं। किसी भी मरीज को इलाज में कोई समस्या नहीं आने दी जाएगी।
गर्मियों में प्लान सर्जरी नहीं होती
KGMU के फैकल्टी फोरम के अध्यक्ष और मीडिया कम्युनिकेशन विभाग के प्रभारी डॉ. केके सिंह कहते है कि ये हर साल की प्रक्रिया है। सामान्य तौर पर इस सीजन में लोग सर्जरी प्लान नहीं करते। गंभीर और इमरजेंसी के लिए पर्याप्त मात्रा में डॉक्टरों की मौजूदगी रहती है। शेड्यूल कुछ ऐसे तैयार किया जाता है कि चिकित्सा विश्वविद्यालय का कामकाज भी प्रभावित न हो और मरीजों को भी इलाज के लिए कोई समस्या ना हो।
ज्यादातर विभागों में कोई समस्या नहीं
दो राउंड में डॉक्टरों को छुट्टी सैंक्शन की जाती है। मेडिसिन, सर्जरी, एनेस्थीसिया, साइकेट्री जैसे कई अहम विभागों में जहां बड़े पैमाने पर रेगुलर स्टाफ डॉक्टर की तैनाती है। वहां ये रूटीन वर्क जैसा होता है।
50% से ज्यादा डॉक्टर्स एक साथ नहीं ले सकते छुट्टी
उन्होंने बताया- इस बार क्लीनिकल विभाग के डॉक्टरों को निर्देश दिया गया है कि शहर छोड़ने से पहले HOD को जरूर बताएंगे। साथ ही ये कोशिश की जाती है कि 50 परसेंट से ज्यादा डॉक्टर एक समय में शहर न छोड़ें। इससे यदि कोई बड़ी घटना या कोई युद्ध जैसे हालात या मास कैजुअल्टी हो तो तत्काल रेस्पोंड करने में कोई समस्या न हो।
टॉप मेडिकल संस्थान के डॉक्टर भी अवकाश पर
SGPGI में करीब 325 डॉक्टर तैनात हैं। OPD में रोजाना ढाई से तीन हजार मरीज आते हैं। ऐसे में छुट्टी कैंसिल होने पर डॉक्टरों को जरूर मायूसी होगी, लेकिन मरीजों को राहत मिल सकती है।
SGPGI में भी फैकल्टी डॉक्टर्स आज से छुट्टी पर हैं।
व्यवस्था दुरुस्त रखने के दिए निर्देश
SGPGI के निदेशक प्रो.आरके धीमान ने बताया 16 मई से फैकल्टी डॉक्टर्स का समर वेकेशन शुरू हो रहा है। 2 राउंड में इन डॉक्टरों की छुट्टी अलॉटमेंट की गई है। यह व्यवस्था हर साल लागू की जाती है। इसमें कुछ नया नहीं है। ये जरूर है कि मरीजों को इलाज के लिए कहीं कोई समस्या ना हो इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए गए है। रोस्टर के अनुसार ही छुट्टी की अनुमति दी गई है।
लोहिया संस्थान में गुरुवार से ही छुट्टी पर डॉक्टर
डॉ.राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में 124 डॉक्टर हैं। OPD में रोजाना करीब 3500 मरीज आते है। कुछ दिनों में ये संख्या 5000 तक पहुंच जाती है। लोहिया संस्थान के निदेशक प्रो.सीएम सिंह ने बताया कि 124 रेगुलर डॉक्टर है। 2 राउंड में समर वेकेशन की छुट्टियां दी गई हैं। संस्थान में 99 कांट्रेक्चुअल डॉक्टर है। वो समर वेकेशन की छुट्टी पर नहीं रहेंगे। मरीजों को कोई समस्या नहीं होने दी जाएगी।
कैंसर संस्थान के मरीजों को भी करना होगा इंतजार
लखनऊ के चौथे और बेहद अहम, कल्याण सिंह कैंसर सुपर स्पेशियलिटी संस्थान के डॉक्टर्स भी आज से गर्मियों की छुट्टियों पर रहेंगे। यहां आने वाले ज्यादातर मरीज कैंसर जैसे असाध्य रोग से जूझ रहे होते है। इनके इलाज में देरी जानलेवा साबित हो सकती है। कैंसर संस्थान प्रशासन मरीजों के इलाज में कही कोई परेशानी न होने की बात कहता है।
कल्याण सिंह कैंसर संस्थान में भी दूर दराज से कैंसर रोगी इलाज के लिए आते है।
राष्ट्रीय स्तर पर लागू है व्यवस्था, कहीं परेशानी नहीं
कल्याण सिंह कैंसर सुपर स्पेशियलिटी संस्थान के निदेशक प्रो.एमएलबी भट्ट ने बताया कि मौजूदा समय फैकल्टी के कुल 121 पदों के सापेक्ष 23 की रेगुलर और 7 कांट्रेक्चुअल बेस पर तैनाती है। डॉक्टरों को कल से गर्मी की छुट्टियां शुरू हो रही है।
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