लखनऊ में बिक रहा मिलावटी पेट्रोल-डीजल: 65 रुपए लीटर बेंच रहे, सॉल्वेंट की मिलावट कर चल रहा गोरखधंधा – Lucknow News

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लखनऊ में बिक रहा मिलावटी पेट्रोल-डीजल:  65 रुपए लीटर बेंच रहे, सॉल्वेंट की मिलावट कर चल रहा गोरखधंधा – Lucknow News

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लखनऊ में बिक रहा मिलावटी पेट्रोल-डीजल: 65 रुपए लीटर बेंच रहे, सॉल्वेंट की मिलावट कर चल रहा गोरखधंधा – Lucknow News

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तेल चोरी करने वाले गिरोह के पांच लोगों को पुलिस ने जेल भेजा।

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यूपी में पेट्रोल और डीजल में सॉल्वेंट (पेंट फैक्ट्री में प्रयोग होने वाला केमिकल) मिलाकर बेचा जा रहा है। तेल तस्कर डिपो से निकलने वाले टैंकर चालक की मदद से सील तोड़कर मशीन और पाइप की मदद से पेट्रोल और डीजल चोरी करते थे। उसके बाद किसी को शक न हो उसमें

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अब बताते हैं कैसे करते थे यह मिलावट का खेल

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पेंट में प्रयोग होने वाले सॉल्वेंट को इन्हीं ड्रम में लाकर तेल में मिलाया जाता था।

इंस्पेक्टर राजदेव प्रजापति ने बताया कि पकड़े गए तेल चोर ऑयल डिपो से टैंकर निकलने के बाद अपने ठिकाने पर सीधे नहीं पहुंचाते थे। उन्हें सड़क किनारे झाड़ियों में छिपाकर खड़ा करते थे। उसके बाद बड़ी सावधानी से सील को तोड़कर मशीन और पाइप की मदद से तेल निकालते थे। यह लोग वजन का पूरा ध्यान रखते थे। जिससे डिपो से निकलते वक्त टैंक का वजन और पेट्रोल पंप पर पहुंचने के वक्त बराबर रहे। साथ ही टैंकर से करीब दस प्रतिशत ही पेट्रोल या डीजल चोरी करते थे जिससे गड़बड़ी को आसनी से पकड़ा न जा सके।

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केरोसीन की जगह अब सॉल्वेंट की मिलावट

ऑयल डिपो से टैंकर के निकलते ही अपने ठिकाने पर लाकर निकालते थे तेल।

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि केरोसीन आसानी से न मिलने और रंगीन होने से मिलावट में दिक्कत होती है। इसके चलते सॉल्वेंट का इस्तेमाल करते हैं। यह ऑयल पेंट बनाने वाली कंपनियों में इस्तेमाल होता है। यह सॉल्वेंट 30 से 40 रुपए (डिमांड और स्टॉक के अनुसार) मिलता है। जिसे पेट्रोल में मिला कर करीब तीन गुना मुनाफा कमाया जाता है। ग्रामीण इलाकों में चोरी के तेल की बिक्री

टैंकर में पाइप और मशीन की मदद से निकाला जाता था तेल।

पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह मिलावटी और चोरी का तेल काकोरी, मोहम्मदा, चौकोली, बेहटा और समदा गांव में बेचते थे। यह उन्हें 85 रुपए में पेट्रोल और 75 रुपए लीटर डीजल बेचते थे और वह दस रुपए एक्स्ट्रा लेकर।

केमिकल के 38 नमूने लिए गए पुलिस के मुताबिक 38 ड्रमों में मिले केमिकल के अलग-अलग नमूने लिए गए। जिससे सॉल्वेंट के विषय में जानकारी की जा सके। साथ ही पकड़े गए आरोपियों के साथियों के विषय में जानकारी जुटाई जा रही है। इन लोगों को भेजा गया जेल

पुलिस ने गिरोह के पास से तेल सप्लाई में प्रयोग होने वाले वाहन जब्त किए।

डीसीपी साउथ निपुण अग्रवाल ने बताया कि सरोजनी नगर इंस्पेक्टर राजदेव प्रजापति की टीम ने सरोजनीनगर अनौरा निवासी अजय यादव, ओमप्रकाश यादव व अरुण कुमार के सात ही सरोजनीनगर निवासी जगदीप प्रजापति और आजाद नगर निवासी मिराजुद्दीन को गिरफ्तार किया। पुलिस टीम मौके से मिले टैंकर के फरार चालक आजमगढ़ फूलपुर निवासी सोनू बिंद और एक युवक की तलाश कर रही है। जिसकी मौके पर बाइक मिली। गिरोह के पास से 38 ड्रमों में 7400 लीटर केमिकल, 20 हजार लीटर पेट्रोल से भरा टैंकर, कार, तेल निकालने वाला पाइप और मशीन मिली हैं।

चौकी इंचार्ज और ऑयल डिपो कर्मचारियों की भूमिका की जांच नादरगंज इलाके में केमिकल (सॉल्वेंट) मिलाकर पेट्रोल और डीजल को बेचने मामले में ऑयल डिपो और चौकी इंचार्ज की भूमिका पर भी सवाल उठे हैं। गिरोह पकड़ने के बाद पुलिस ने ऑयल डिपो के अधिकारियों को भी बुलाया था।

डीसीपी ने नादरगंज चौकी इंचार्ज की भूमिका पर सवाल उठने पर जांच के आदेश दिए हैं। जिसकी जांच एसीपी कृष्णानगर विकास कुमार पांडेय करेंगे। डिपो के कर्मचारियों की भूमिका भी संदिग्ध है। उनकी भूमिका की जांच की जा रही है। इसकी जानकारी डिपो के अफसरों को दी गई है।

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