लखनऊ उद्योग व्यापार संगठन की हुई बैठक: नरेश अग्रवाल बोले- चीन हमारा सबसे बड़ा दुश्मन, कश्मीर के घोड़ा चालकों की तारीफ की – Lucknow News h3>
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लखनऊ में रविवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार संगठन की बैठक हुई। कार्यक्रम में प्रदेश पदाधिकारियों, जिला एवं शहर अध्यक्ष शामिल हुए। मुख्य अतिथि के रूप में संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश अग्रवाल समेत बड़ी संख्या में व्यापारियों ने हिस्सा लिया । कार्य
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चीन सबसे बड़ा दुश्मन
नरेश अग्रवाल ने कहा कि घटना के बाद देश के मुसलमानों ने खुलकर पाकिस्तान का विरोध किया। पहलगाम में कश्मीर के नौजवानों घोड़े वालों ने जिस प्रकार से वहां के लोगों की जान बचाई बेहद सराहनीय है। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में चीन सबसे बड़ा दुश्मन है। बांग्लादेश को हमने आजाद करके बनाया, वह भी आज चीन की बात कर रहा है। पाकिस्तान ने अपना सब कुछ चीन को सौंप दिया है।
अमेरिका ने कई प्रकार के टैक्स लगा दिए, जिससे व्यापारी त्रस्त है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है की सबसे ज्यादा व्यापार हमारा चीन से है। 70 प्रतिशत आयात हम चीन से कर रहे हैं। 30% विश्व के अन्य देशों से कर रहे हैं।
प्रदेश भर से व्यापारियों ने बैठक में हिस्सा लिया।
व्यापारी अर्थव्यवस्था की रीढ़
नरेश अग्रवाल ने कहा कि उद्योग व्यापार संगठन प्रदेश का पहला ऐसा व्यापार संगठन है, जो 22 सालों से व्यापारियों के हितों की रक्षा के लिए कार्य कर रहा है। आज व्यापारियों की एकता ने मजबूर कर दिया है कि सभी राजनैतिक दल व्यापारियों के वोट का महत्व समझने लगी है ।
व्यापारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। हमे अपना रास्ता खुद बनाना है। वैश्य समाज सबसे बड़ा प्रचारक होता है। हमें अपनी शक्तियों का अहसास कराना जरूरी है। लक्ष्मी हमें वरदान में मिली हैं, बस उसकी शक्तियों को पहचानना जरूरी है।
पूर्व मंत्री नरेश अग्रवाल का माला पहनाकर स्वागत किया गया।
व्यापारियों ने भारत सरकार का खजाना भर दिया है
नरेश अग्रवाल ने कहा कि जी.डी.पी. बढ रहीं है इसमें व्यापारियों का महत्वपूर्ण योगदान है। व्यापारियों ने भारत सरकार का खजाना भर दिया , जिससे देश आज तरक्की कर रहा है। भाजपा ने व्यापारियों के हित में कार्य किया है और अनकी उन्नति में हमेशा मद्द की है। हम ‘एक देश एक चुनाव’ का समर्थन करते हैं। हम बक्फ बिल का समर्थन करते है। पिछली सरकारों में खराब कानून व्यवस्था के कारण व्यापारी भयभीत रहता था। आज भय मुक्त हो कर व्यापारी व्यापार कर रहे हैं।