राहत : रहुई में खुलेगा जिले का दूसरा फिश कियोस्क h3>
हिन्दुस्तान एक्सक्लूसिव :
राहत : रहुई में खुलेगा जिले का दूसरा फिश कियोस्क
खरीदारों को मिलेंगी हर वेरायटी की जिंदा मछलियां
लोग यहां बैठकर मछली-भात का स्वाद भी ले सकेंगे
निर्माण कार्य अंतिम चरण में, सावन के बाद शुरुआत
मुख्य बातें:
20 लाख फिश कियोस्क बनाने की है लागत
08 लाख रुपया सरकार दे रही है अनुदान
फोटो
कियोस्क : रहुई के मंदीलपुर फोरलेन के बाद बन रहा फिश कियोस्क।
बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि।
शुद्ध और संक्रमणरहित मछलियां खाने के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा। जिले का दूसरा फिश कियोस्क रहुई में बनकर तैयार होने वाला है। बेहतर सुविधाओं से लैस फिश कियोस्क (मछली बिक्री केन्द्र) में बहुत जल्द ताजी और जिंदा मछलियां मिलेंगी। काम अंतिम चरण में है। सावन के बाद इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। पिछले साल थरथरी में अंचल कार्यालय के पास जिले का पहला फिश कियोस्क खोला गया था।
खास यह कि यहां लोगों की पसंद के अनुसार हर तरह की मछलियों की वेरायटी मिलेगी। वह भी जिंदा। राहत यह भी कि लोग यहां जिंदा मछली खरीद सकेंगे। साथ ही, बनवाकर ले जा सकेंगे। इतना ही नहीं, यहां बैठकर मछली-भात का स्वाद भी ले सकेंगे। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से एसएच 78 बिहटा-सरमेरा मार्ग के किनारे मदीलपुर के पास 20 लाख की लागत से फिश कियोस्क बनाया जा रहा है। लाभुक को 40 फीसद यानी आठ लााख अनुदान सरकार देगी। पहली किस्त के रूप में चार लाख का भुगतान मिल भी चुका है। इसके बन जाने से अब मछलियों के मरने की चिंता कारोबारी को नहीं रहेगी। मछलियों के खुले में काटकर नहीं बेचना पड़ेगा।
बहाल होंगी बेहतर सुविधाएं:
पांच कमरों के बन रहे फिश कियोस्क में लोगों को बैठने की अच्छी व्यवस्था होगी। किचेन और बाथरूम की सुविधा रहेगी। अच्छी बात यह कि मछलियों को कई दिनों तक जिंदा रखने के लिए छह फीट लम्बा तो पांच फीट चौड़ा तथा ढाई फीट गहरा अलग-अलग हॉज बनाये गये हैं। इसमें एक बार में सौ किलो से अधिक मछलियां रह सकेंगी।
कच्चा और पक्का मिलेंगी मछलियां:
संचालक ब्रह्मदेव केवट बताते हैं कि फिश कियोस्क की खासियत यह कि यहां जिंदा और संक्रमणरहित मछलियां मिलेंगी। साथ ही पका पकायी मछलियां भी मिलेंगी। बड़ी बात यह कि लोग परिवार के साथ यहां बैठकर 70 रुपए में दो पीस मछली और भरपेट भात का स्वाद चख सकेंगे। वे बताते हैं कि बिक्री केन्द्र के चालू हो जाने पर कई लोगों को इससे रोजगार मिलेगा।
कहते हैं अधिकारी
मछली कारोबारियों के लिए फिश कियोस्क कमाई का बहुत ही बेहतर माध्यम है। रहुई में इसकी दूसरी इकाई बन रही है। एक माह बाद शुरुआत हो जाएगी। यहां जिंदा के साथ ही कच्चा और पक्का दोनों की तरह की मछलियां मिलेंगी।
शंभु कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
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राहत : रहुई में खुलेगा जिले का दूसरा फिश कियोस्क
खरीदारों को मिलेंगी हर वेरायटी की जिंदा मछलियां
लोग यहां बैठकर मछली-भात का स्वाद भी ले सकेंगे
निर्माण कार्य अंतिम चरण में, सावन के बाद शुरुआत
मुख्य बातें:
20 लाख फिश कियोस्क बनाने की है लागत
08 लाख रुपया सरकार दे रही है अनुदान
फोटो
कियोस्क : रहुई के मंदीलपुर फोरलेन के बाद बन रहा फिश कियोस्क।
बिहारशरीफ, कार्यालय प्रतिनिधि।
शुद्ध और संक्रमणरहित मछलियां खाने के लिए अब भटकना नहीं पड़ेगा। जिले का दूसरा फिश कियोस्क रहुई में बनकर तैयार होने वाला है। बेहतर सुविधाओं से लैस फिश कियोस्क (मछली बिक्री केन्द्र) में बहुत जल्द ताजी और जिंदा मछलियां मिलेंगी। काम अंतिम चरण में है। सावन के बाद इसकी शुरुआत कर दी जाएगी। पिछले साल थरथरी में अंचल कार्यालय के पास जिले का पहला फिश कियोस्क खोला गया था।
खास यह कि यहां लोगों की पसंद के अनुसार हर तरह की मछलियों की वेरायटी मिलेगी। वह भी जिंदा। राहत यह भी कि लोग यहां जिंदा मछली खरीद सकेंगे। साथ ही, बनवाकर ले जा सकेंगे। इतना ही नहीं, यहां बैठकर मछली-भात का स्वाद भी ले सकेंगे। प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना से एसएच 78 बिहटा-सरमेरा मार्ग के किनारे मदीलपुर के पास 20 लाख की लागत से फिश कियोस्क बनाया जा रहा है। लाभुक को 40 फीसद यानी आठ लााख अनुदान सरकार देगी। पहली किस्त के रूप में चार लाख का भुगतान मिल भी चुका है। इसके बन जाने से अब मछलियों के मरने की चिंता कारोबारी को नहीं रहेगी। मछलियों के खुले में काटकर नहीं बेचना पड़ेगा।
बहाल होंगी बेहतर सुविधाएं:
पांच कमरों के बन रहे फिश कियोस्क में लोगों को बैठने की अच्छी व्यवस्था होगी। किचेन और बाथरूम की सुविधा रहेगी। अच्छी बात यह कि मछलियों को कई दिनों तक जिंदा रखने के लिए छह फीट लम्बा तो पांच फीट चौड़ा तथा ढाई फीट गहरा अलग-अलग हॉज बनाये गये हैं। इसमें एक बार में सौ किलो से अधिक मछलियां रह सकेंगी।
कच्चा और पक्का मिलेंगी मछलियां:
संचालक ब्रह्मदेव केवट बताते हैं कि फिश कियोस्क की खासियत यह कि यहां जिंदा और संक्रमणरहित मछलियां मिलेंगी। साथ ही पका पकायी मछलियां भी मिलेंगी। बड़ी बात यह कि लोग परिवार के साथ यहां बैठकर 70 रुपए में दो पीस मछली और भरपेट भात का स्वाद चख सकेंगे। वे बताते हैं कि बिक्री केन्द्र के चालू हो जाने पर कई लोगों को इससे रोजगार मिलेगा।
कहते हैं अधिकारी
मछली कारोबारियों के लिए फिश कियोस्क कमाई का बहुत ही बेहतर माध्यम है। रहुई में इसकी दूसरी इकाई बन रही है। एक माह बाद शुरुआत हो जाएगी। यहां जिंदा के साथ ही कच्चा और पक्का दोनों की तरह की मछलियां मिलेंगी।
शंभु कुमार, जिला मत्स्य पदाधिकारी
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