राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा में सीता रसोई के लिए बिहार से अयोध्या जाएंगे बर्तन, एक लाख लोगों का महाप्रसाद बनेगा h3>
ऐप पर पढ़ें
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या के भव्य मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारी के बीच उत्तर बिहार विशेषकर मिथिलांचल में जबरदस्त उत्साह है। इस खास अवसर को हर कोई अपने तरीके से विशेष बनाने की तैयारी में जुटा है। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि करीब 500 साल बाद भगवान राम अपने घर में विराजमान हो रहे हैं तो उनक़े ससुराल में उत्साह स्वाभाविक है। उन्होंने बताया कि परंपरा के अनुरूप अपनी बेटी के गृहप्रवेश के लिए उपहारों के साथ अयोध्या की सीता रसोई के लिए मायके से बर्तन भेजने की तैयारी है। इस रसोई में रोजाना करीब एक लाख श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद बनेगा।
कामेश्वर चौपाल के अनुसार, बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी एवं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने ट्रस्ट से बात कर बर्तनों की जरूरत पूछी थी। इस बारे में पूछने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि दो जनवरी को हमारी बैठक होनी है। इस बैठक में सीता रसोई के लिए बर्तन समेत तमाम मुद्दों पर निर्णय होगा। सूत्र बताते हैं कि दो जनवरी को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल, बिहार प्रभारी विनोद तांवड़े, तरुण चुग जैसे नेताओं के साथ बिहार भाजपा के सभी बड़े नेताओं की बैठक होनी है।
मिथिला के 50 से अधिक साधु-संतों को मिला है आमंत्रण इसमें शामिल होने के लिए मिथिला के 50 से अधिक साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है।
25 जनवरी को कई जिलों से अयोध्या के लिए चलेंगी ट्रेनें
बिहार भाजपा के प्रदेश महासचिव और रामलला दर्शन अभियान समिति के प्रदेश संयोजक जगन्नाथ ठाकुर बताते हैं कि 25 जनवरी को हजारों श्रद्धालुओं को लेकर एक साथ बिहार के कई जिलों से दर्जनों ट्रेनें अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगी।
इन ट्रेनों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेडिकल टीम से लेकर कीर्तन मंडली भी रहेंगी। श्रद्धालुओं को ले जाने, लाने, ठहराने व भोजन का इंतजाम निशुल्क होगा। यह अभियान 25 मार्च तक चलेगा। प्राण-प्रतिष्ठा के दिन सभी गांवों में दीपोत्सव मनाने की तैयारी है।
नेपाल की नदियों से अयोध्या ले जाया गया जल
गुरुवार की देर रात प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला के जलाभिषेक के लिए नेपाल की विभिन्न नदियों से एकत्र किए गए जल के कलश को गोपालगंज के रास्ते अयोध्या ले जाया गया। रथ पर लदे जल कलश को रोक कर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। जल कलश के साथ चल रहे साधु संतों ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के समय भगवान की मूर्ति को पवित्र नदियों के जल से स्नान कराया जाएगा। नेपाल के वीरगंज निवासी दीपेंद्र गुप्ता ने बताया कि जल कलश में गंडकी,कोशी,नारायणी,त्रिवेणी,महाकाली व टंडली सहित कई नदियों के जल को संग्रह कर ले जाया जा रहा है।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
ऐप पर पढ़ें
Ram Mandir Pran Pratishtha: अयोध्या के भव्य मंदिर में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा की तैयारी के बीच उत्तर बिहार विशेषकर मिथिलांचल में जबरदस्त उत्साह है। इस खास अवसर को हर कोई अपने तरीके से विशेष बनाने की तैयारी में जुटा है। श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के सदस्य कामेश्वर चौपाल ने बताया कि करीब 500 साल बाद भगवान राम अपने घर में विराजमान हो रहे हैं तो उनक़े ससुराल में उत्साह स्वाभाविक है। उन्होंने बताया कि परंपरा के अनुरूप अपनी बेटी के गृहप्रवेश के लिए उपहारों के साथ अयोध्या की सीता रसोई के लिए मायके से बर्तन भेजने की तैयारी है। इस रसोई में रोजाना करीब एक लाख श्रद्धालुओं के लिए महाप्रसाद बनेगा।
कामेश्वर चौपाल के अनुसार, बिहार भाजपा के अध्यक्ष सम्राट चौधरी एवं केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने ट्रस्ट से बात कर बर्तनों की जरूरत पूछी थी। इस बारे में पूछने पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने बताया कि दो जनवरी को हमारी बैठक होनी है। इस बैठक में सीता रसोई के लिए बर्तन समेत तमाम मुद्दों पर निर्णय होगा। सूत्र बताते हैं कि दो जनवरी को दिल्ली में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव, संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री बीएल संतोष, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल, बिहार प्रभारी विनोद तांवड़े, तरुण चुग जैसे नेताओं के साथ बिहार भाजपा के सभी बड़े नेताओं की बैठक होनी है।
मिथिला के 50 से अधिक साधु-संतों को मिला है आमंत्रण इसमें शामिल होने के लिए मिथिला के 50 से अधिक साधु-संतों को आमंत्रित किया गया है।
25 जनवरी को कई जिलों से अयोध्या के लिए चलेंगी ट्रेनें
बिहार भाजपा के प्रदेश महासचिव और रामलला दर्शन अभियान समिति के प्रदेश संयोजक जगन्नाथ ठाकुर बताते हैं कि 25 जनवरी को हजारों श्रद्धालुओं को लेकर एक साथ बिहार के कई जिलों से दर्जनों ट्रेनें अयोध्या के लिए प्रस्थान करेंगी।
इन ट्रेनों में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेडिकल टीम से लेकर कीर्तन मंडली भी रहेंगी। श्रद्धालुओं को ले जाने, लाने, ठहराने व भोजन का इंतजाम निशुल्क होगा। यह अभियान 25 मार्च तक चलेगा। प्राण-प्रतिष्ठा के दिन सभी गांवों में दीपोत्सव मनाने की तैयारी है।
नेपाल की नदियों से अयोध्या ले जाया गया जल
गुरुवार की देर रात प्राण प्रतिष्ठा के दिन रामलला के जलाभिषेक के लिए नेपाल की विभिन्न नदियों से एकत्र किए गए जल के कलश को गोपालगंज के रास्ते अयोध्या ले जाया गया। रथ पर लदे जल कलश को रोक कर श्रद्धालुओं ने पूजा-अर्चना की। जल कलश के साथ चल रहे साधु संतों ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के समय भगवान की मूर्ति को पवित्र नदियों के जल से स्नान कराया जाएगा। नेपाल के वीरगंज निवासी दीपेंद्र गुप्ता ने बताया कि जल कलश में गंडकी,कोशी,नारायणी,त्रिवेणी,महाकाली व टंडली सहित कई नदियों के जल को संग्रह कर ले जाया जा रहा है।