राम मंदिर के दर्शन की अवधि फिर बढ़ी: भक्तों की भीड़ को देखते हुए ट्रस्ट ने लिया निर्णय, सुबह मंगला आरती के बाद भक्तों के लिए मंदिर का पट खुला – Ayodhya News h3>
अयोध्या में श्रद्धालुओं का जनसैलाब।
प्रयागराज के महाकुंभ के साथ-साथ रविवार के अवकाश को अयोध्या में श्रद्धालुओं का अपार जनसैलाब उमड़ा। मकर संक्रांति मौनी अमावस्या पर्व की तरह रविवार को भी भक्तों की भीड़ रही। सोमवार को भी सुबह से ही राम मंदिर और हनुमान गढ़ी पर दर्शनार्थियों की लंबी कतार लग
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शनिवार की सुबह 6 से रात्रि 11 बजे तक लगभग 3 लाख 80 से अधिक श्रद्धालुओं दर्शन किया है। इसी तरह रविवार को भी साढ़े 3 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के दर्शन करने का अनुमान है। यानि दो दिन के विकेंड पर साढ़े छह लाख श्रद्धालुओं ने रामलला का दर्शन प्राप्त किया है। देर रात तक राम मंदिर में भक्त करते रहे राम लला का दर्शन
दर्शनार्थियों की भारी भीड़ के कारण रामलला का दर्शन शनिवार को मध्य रात्रि तक चलता रहा जबकि शयन आरती रात दस बजे ही हो गयी, लेकिन लाइन में आए सभी श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के लिए मंदिर को खुला रखा गया। उधर सुबह श्रृंगार आरती के साथ शुरू दर्शन का क्रम रविवार को भी देर रात तक चलता रहा। इस बीच राजभोग आरती के समय पुन: 15 मिनट के बजाय महज पांच मिनट के लिए ही पर्दा लगाया गया। इसी तरह से उत्थापन व संध्या आरती व शयन आरती के समय भी पांच-पांच मिनट के लिए पर्दा लगाया गया। उधर भारी भीड़ के कारण वीआईपी आरती पास नहीं जारी किया गया लेकिन सुगम व विशिष्ट दर्शन के पास के आधार पर दर्शन में कोई अवरोध नहीं रहा।
राम पथ पर श्रद्धालुओं का जनसैलाब।
श्री राम जन्मभूमि परिसर के पुलिस अधीक्षक सुरक्षा बलरामाचारी दुबे ने बताया “भीड़ काफी होने के कारण अनवरत दर्शन का क्रम तब तक जारी रखा गया। शयन के निर्धारित समय के बाद ही प्रवेश को रोक दिया गया था। इसके बाद जितने श्रद्धालु कतार में थे, उन सभी को दर्शन कराया गया। उन्होंने बताया कि भीड़ के कारण यहां भोर से ही लंबी लाइन लग जा रही। इसके चलते श्रृंगार आरती के समय में बदलाव किया गया। उधर इस सम्बन्ध में मंदिर निर्माण प्रभारी गोपाल राव ने बताया कि वह संगठन की बैठक के सिलसिले में प्रयागराज में है।”
राम मंदिर पथ पर श्रद्धालुओं की भीड़ है।
भक्तों के रूट डायवर्जन
पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष प्रतिबंधों के साथ पैदल दर्शनार्थियों के रूट डायवर्जन का दायरा बढ़ा दिया गया है। बाईपास से पैदल आ रहे श्रद्धालुओं को फटिक शिला आश्रम की ओर मोड़ दिया जा रहा है। यहां से चौधरी चरण सिंह व संत तुलसीदास घाट होकर श्रद्धालु लता चौक पहुंच रहे हैं। उन्हें दर्शन के लिए दाहिने तरफ की लाइन जो कि लता चौक से ही शुरू होती है, इसी तरह से टेढ़ी बाजार से पैदल दुराही कुआँ की ओर भेजे जा रहे है। श्रद्धालुओं को श्वेताम्बर जैन मंदिर के आगे बैरिकेडिंग लगाकर राजघाट की ओर मोड़ दिया जा रहा है। यहां से श्रद्धालु मांझी नगर होते हुए ऋणमोचन घाट और फिर आधे अशर्फी भवन व आधे गोला बाजार की ओर भेज दिए जा रहे हैं। अशर्फी भवन चौराहे से राम पथ की ओर जाने वाली भीड़ को दोबारा मत्त गजेन्द्र से मधुसूदन विद्या मंदिर इंटर कालेज होते हुए नया घाट भेज दिया जा रहा है। इस बीच में श्रद्धालु दूसरी गलियों में भटक कर इधर-उधर हो रहे हैं।
इसके अतिरिक्त पुलिस प्रशासन ने टेढ़ी बाजार से अशर्फी भवन की ओर आने वाले रास्ते को भी पूरी तरह से बंद कर दिया है। अशर्फी भवन से टेढ़ी बाजार की ओर आने वाले श्रद्धालुओं व स्थानीय नागरिकों को भी कटरा पुलिस चौकी से मीरापुर बुलंदी होते हुए परिक्रमा पथ पर भेजा जा रहा है। इस डायवर्सन के कारण सर्वाधिक परेशानी स्थानीय नागरिकों को हो रही है। पुलिस अफसरों का कहना है कि भीड़ की लगातार मॉनिटरिंग की जा रही है और भीड़ का दबाव कम होने पर बैरियर को हटाकर यातायात को सामान्य बनाने की कोशिश हो रही है।