राम आएंगे… लक्ष्मी भी आएंगी, सजा आस्था का बाजार | Ram will come… Lakshmi will also come, the market of faith | News 4 Social h3>
भोपालPublished: Dec 30, 2023 07:34:36 pm
झंडों, पटखों और मंदिर के मॉडल की खूब डिमांड
राम आएंगे… लक्ष्मी भी आएंगी, सजा आस्था का बाजार
भोपाल. अयोध्या में 22 जनवरी को राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। इसको लेकर देशभर में रामभक्तों में जबर्दस्त उत्साह है। जो लोग रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या नहीं जा पा रहे हैं वे अपनी आस्था प्रदर्शित करने के लिए अपने घरों और प्रतिष्ठानों में राम मंदिर के मॉडल, रामनामी पटखे और जय श्रीराम के झंडे खरीद रहे हैं। इससे राममंदिर से जुड़े प्रोडक्ट को लेकर आस्था का नया बाजार चल पड़ा है। आस्था के बाजार को बूस्ट करने के लिए व्यापारियों की संस्था कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स यानी सीएआइटी 1 जनवरी से दुकान-दुकान,बाजार-बाजार जाएगी और श्रीराम की अलख जगाएगी। हर शहर और हर घर अयोध्या बनेगा।
4 से 12 इंच के मंदिर
अयोध्या के राममंदिर के मॉडल बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। राम मंदिर के पीतल और लकड़ी दोनों के मॉडल खूब बिक रहे हैं। 2 इंच से लेकर 2 फुट तक के मॉडल लोग खरीद रहे हैं। पीतल वाले मॉडल की कीमत 1,000 रुपए से 1 लाख रुपए तक है। लकड़ी वाले राम मंदिर मॉडल की कीमत 300 रुपए से 10,000 रुपए तक है। सबसे ज्यादा मांग 4 इंच से 12 इंच के मंदिरों की है, जिनकी कीमत 125 रुपए से 700 रुपए तक है।
जयश्री राम के झंडे
राममंदिर के प्रति दीवानगी सिर चढक़र बोल रही है। आमजन और व्यापारी अपने घरों और प्रतिष्ठानों में जय श्रीराम लिखे झंडे लगा रहे हैं। 8 रुपए से लेकर 250 रुपए तक के झंडे बाजार में बिक रहे हैं। जबकि, गाड़ी पर लगाने वाला झंडे की शुरुआती कीमत 8 रुपए से लेकर २५० रुपए तक है। इसी तरह पटका 5 रुपए से लेकर 50 रुपए तक में बिक रहा है।
इनकी डिमांड बाजार में ज्यादा
बाजार में श्रीराम ध्वजा, भगवान श्रीराम वाले लॉकेट, चाबी के छल्ले, रामदरबार की फोटो, साथ ही हनुमान जी के चित्र और राममंदिर के मॉडल की डिमांड ज्यादा है। बाजार में रामनामी कुर्तें, टीशर्ट, सजावटी लटकन, कड़े आदि भी बन रहे हैं।
केदारनाथ, बद्रीनाथ के भी मॉडल
शहर के एक आर्ट एंड क्राफ्ट शॉप के ऑनर रवि बताते हैं कि उज्जैन के महाकाल, केदारनाथ, बदरीनाथ और काशी विश्वनाथ आदि मंदिरों के लकड़ी के मॉडल की भी डिमांड है। लेकिन इन दिनों लोगों में राम मंदिर का उत्साह है।
रामराज्य दिवस घोषित हो
सीएआइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भारतीया और प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा का दिन ऐतिहासिक है। राममंदिर से जुड़े प्रोडक्ट की बिक्री के लिए व्यापारियों ने व्यापक तैयारी की है। देश में सनातन अर्थव्यवस्था की जड़ें काफी गहरी हैं। इसलिए 22 जनवरी को रामराज्य दिवस घोषित किया जाना चाहिए।
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भोपालPublished: Dec 30, 2023 07:34:36 pm
झंडों, पटखों और मंदिर के मॉडल की खूब डिमांड
राम आएंगे… लक्ष्मी भी आएंगी, सजा आस्था का बाजार
भोपाल. अयोध्या में 22 जनवरी को राममंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हो रही है। इसको लेकर देशभर में रामभक्तों में जबर्दस्त उत्साह है। जो लोग रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या नहीं जा पा रहे हैं वे अपनी आस्था प्रदर्शित करने के लिए अपने घरों और प्रतिष्ठानों में राम मंदिर के मॉडल, रामनामी पटखे और जय श्रीराम के झंडे खरीद रहे हैं। इससे राममंदिर से जुड़े प्रोडक्ट को लेकर आस्था का नया बाजार चल पड़ा है। आस्था के बाजार को बूस्ट करने के लिए व्यापारियों की संस्था कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स यानी सीएआइटी 1 जनवरी से दुकान-दुकान,बाजार-बाजार जाएगी और श्रीराम की अलख जगाएगी। हर शहर और हर घर अयोध्या बनेगा।
4 से 12 इंच के मंदिर
अयोध्या के राममंदिर के मॉडल बिक्री के लिए उपलब्ध हैं। राम मंदिर के पीतल और लकड़ी दोनों के मॉडल खूब बिक रहे हैं। 2 इंच से लेकर 2 फुट तक के मॉडल लोग खरीद रहे हैं। पीतल वाले मॉडल की कीमत 1,000 रुपए से 1 लाख रुपए तक है। लकड़ी वाले राम मंदिर मॉडल की कीमत 300 रुपए से 10,000 रुपए तक है। सबसे ज्यादा मांग 4 इंच से 12 इंच के मंदिरों की है, जिनकी कीमत 125 रुपए से 700 रुपए तक है।
जयश्री राम के झंडे
राममंदिर के प्रति दीवानगी सिर चढक़र बोल रही है। आमजन और व्यापारी अपने घरों और प्रतिष्ठानों में जय श्रीराम लिखे झंडे लगा रहे हैं। 8 रुपए से लेकर 250 रुपए तक के झंडे बाजार में बिक रहे हैं। जबकि, गाड़ी पर लगाने वाला झंडे की शुरुआती कीमत 8 रुपए से लेकर २५० रुपए तक है। इसी तरह पटका 5 रुपए से लेकर 50 रुपए तक में बिक रहा है।
इनकी डिमांड बाजार में ज्यादा
बाजार में श्रीराम ध्वजा, भगवान श्रीराम वाले लॉकेट, चाबी के छल्ले, रामदरबार की फोटो, साथ ही हनुमान जी के चित्र और राममंदिर के मॉडल की डिमांड ज्यादा है। बाजार में रामनामी कुर्तें, टीशर्ट, सजावटी लटकन, कड़े आदि भी बन रहे हैं।
केदारनाथ, बद्रीनाथ के भी मॉडल
शहर के एक आर्ट एंड क्राफ्ट शॉप के ऑनर रवि बताते हैं कि उज्जैन के महाकाल, केदारनाथ, बदरीनाथ और काशी विश्वनाथ आदि मंदिरों के लकड़ी के मॉडल की भी डिमांड है। लेकिन इन दिनों लोगों में राम मंदिर का उत्साह है।
रामराज्य दिवस घोषित हो
सीएआइटी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीसी भारतीया और प्रवीण खंडेलवाल का कहना है कि प्राण प्रतिष्ठा का दिन ऐतिहासिक है। राममंदिर से जुड़े प्रोडक्ट की बिक्री के लिए व्यापारियों ने व्यापक तैयारी की है। देश में सनातन अर्थव्यवस्था की जड़ें काफी गहरी हैं। इसलिए 22 जनवरी को रामराज्य दिवस घोषित किया जाना चाहिए।