राज्यपाल की पदयात्रा: गुलाब चंद कटारिया बोले- यह अब ‘जन यात्रा’, सरकार और पुलिस की सराहना की

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राज्यपाल की पदयात्रा: गुलाब चंद कटारिया बोले- यह अब ‘जन यात्रा’, सरकार और पुलिस की सराहना की

राज्यपाल की पदयात्रा: गुलाब चंद कटारिया बोले- यह अब ‘जन यात्रा’, सरकार और पुलिस की सराहना की

पंजाब में नशा मुक्ति को लेकर चलाए जा रहे युद्ध नशे के विरुद्ध अभियान के तहत राज्यपाल गुलाब चंद कटारिया ने पदयात्रा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह इस अभियान का चौथा दिन है और अब यह एक ‘जन यात्रा’ का रूप ले चुकी है।

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राज्यपाल कटारिया ने कहा स्थानीय लोग इस अभियान से जुड़ रहे हैं। बड़ी संख्या में छात्र भी इसमें भाग ले रहे हैं। मेरी यही इच्छा थी कि यह यात्रा केवल राज्यपाल यात्रा तक सीमित न रहे, बल्कि एक जन यात्रा बने। यह तो केवल शुरुआत है, अब लोगों को इसे अपने-अपने गांवों तक लेकर जाना होगा।

इससे पहले शनिवार को राज्यपाल ने अमृतसर में पदयात्रा के दौरान कहा कि सदियों से बाहरी हमलों का मुंहतोड़ जवाब देने वाले बहादुर पंजाबियों को अब पंजाब में बहने वाले नशे के छठे दरिया को भी खत्म करने के लिए युद्ध लड़ने की जरूरत है। नशा एक सामाजिक बुराई बनकर पनप रहा है और इसे समाप्त करने के लिए समाज के हर वर्ग का सहयोग लिया जाएगा। 

नशे के नेटवर्क को तोड़ने में कामयाब हो रही सरकार और पुलिस

राज्यपाल कटारिया ने नवापिंड स्थित श्री गुरु हरिकृष्ण पब्लिक स्कूल से शुरू अपनी पदयात्रा से पहले विलेंज डिफेंस कमेटी के सदस्यों के साथ जनसभा की। उन्होंने कहा कि इन कमेटियों को और मजबूत किया जाएगा। उन्होंने कहा कि विलेज डिफेंस कमेटी के कारण गांवों में नशे की बड़ी खेप बरामद हो रही है। उन्होंने कमेटी सदस्यों की समस्याएं सुनते इस बात पर जोर दिया कि गांव स्तर पर महिलाएं भी आगे आएं और अपने घर और समाज में नशे या अन्य समस्याओं को खत्म करने के लिए प्रशासन के साथ समन्वय बढ़ाएं। उन्होंने विलेज डिफेंस कमेटी के सदस्यों से कहा कि वह अपने-अपने गांवों में खेल स्टेडियम तैयार करवाएं, ताकि गांवों के युवा अपनी ऊर्जा का सही इस्तेमाल कर अपने देश का भविष्य बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर सकें। इस दौरान सेहत विभाग की टीम ने खूनदान कैंप भी लगाया। 

पंजाब की धरती धर्म और संस्कृति की रक्षा का प्रतीक

राज्यपाल ने कहा कि पंजाब की धरती धर्म और संस्कृति की रक्षा का प्रतीक है। यहां की धरती ने उत्पीड़न के खिलाफ बलिदान दिया है। उन्होंने गुरु गोबिंद सिंह जी के बेटों की ओर से धर्म की रक्षा के लिए 9 और 7 वर्ष की आयु में सरहिंद में दीवार में चिनवाकर शहीद किए गए अत्याचारों के खिलाफ दिए गए संदेश को याद किया। उन्होंने कहा कि आज भी जब हम उस स्थान पर जाते हैं तो हमारी आंखें नम हो जाती हैं। हमें ऐसी महान धरती पर जन्मे बहादुर पंजाबियों को शारीरिक रूप से कमजोर करने की बाहरी ताकतों की इस साजिश का डटकर विरोध करना चाहिए।

युद्ध नशे के विरुद्ध मुहिम से जुड़ पंजाब की धरती को बनाएंगे नशा मुक्त

राज्यपाल ने कहा कि पंजाब सरकार की ओर से शुरू युद्ध नशे के विरुद्ध मुहिम के सकरात्मक परिणाम सामने आ रहे हैं और अब पंजाब के हर जागरूक नागरिक के लिए मौका है कि वह इस लड़ाई में सरकार का साथ दें और पंजाब की धरती को नशा मुक्त बनाएं। उन्होंने कहा कि पदयात्रा के माध्यम से वह प्रदेशवासियों को नशे के खिलाफ लामबंद कर रहे हैं।

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