राजस्थान में चुनाव अभी 8 महीने दूर, प्रधानमंत्री अब ही चुनावी मोड में आ गए, पुणे में मोदी पर गरजे गहलोत h3>
पुणे/जयपुर : राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को पुणे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि उनके राज्य में विधानसभा चुनाव करीब आठ महीने दूर है लेकिन प्रधानमंत्री अब ही चुनावी ‘मोड’ में आ गए हैं। इसके साथ ही गहलोत ने कहा कि यह कहना उचित नहीं है कि पिछली सरकारों के कार्यकाल में सड़क और रेल बुनियादी ढांचे के विकास के लिए कुछ नहीं हुआ। गहलोत यहां एक कार्यक्रम से इतर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने राजस्थान कांग्रेस में अंदरूनी कलह को लेकर प्रधानमंत्री की टिप्पणियों के संबंध में कोई सीधा जवाब नहीं दिया।वरिष्ठ कांग्रेस नेता गहलोत यहां भारती विद्यापीठ विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए थे।
हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं अमित शाह और पीएम मोदी
कांग्रेस में अंदरूनी कलह पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा कि मोदी ने अभी ही प्रचार करना शुरू कर दिया है जबकि राजस्थान में विधानसभा चुनाव साल के अंत में होने हैं। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री बनने के बाद वह और (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं। राजस्थान में चुनाव आठ महीने बाद होने हैं…।’ प्रधानमंत्री ने आज राजस्थान की अपनी यात्रा के दौरान राजसमंद जिले के नाथद्वारा शहर में एक कार्यक्रम में गहलोत के साथ मंच साझा किया। गहलोत ने कहा कि मोदी ने एक सरकारी कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति में भाषण दिया लेकिन वह कुछ टिप्पणियों से बच सकते थे।
मनमोहन सरकार में बने ऐतिहासिक कानून
उन्होंने कहा, ‘मैंने इस संबंध में ट्वीट किया है। लेकिन यह परंपरा (कहना) उचित नहीं है कि देश में (अतीत में) कुछ भी नहीं हुआ और आज (केंद्र में भाजपा सरकार के तहत) सड़कों एवं रेलवे का विकास हो रहा है। विचित्र स्थिति पैदा हो गई क्योंकि यह एक सरकारी कार्यक्रम था और मैं वहां प्रोटोकॉल के अनुसार गया था। मेरी उपस्थिति में, उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं, जिन्हें टाला जा सकता था।’ गहलोत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने (2004-14 में अपने कार्यकाल में) कुछ ऐतिहासिक कानून बनाए और उनके उत्तराधिकारी मोदी को उनका अनुसरण करना चाहिए। सामाजिक सुरक्षा कानून और स्वास्थ्य का अधिकार अधिनियम जैसे कानून बनाने चाहिए। अपनी पार्टी के नेता और आलोचक सचिन पायलट से जुड़े एक सवाल पर, कांग्रेस नेता ने सीधा जवाब देने से परहेज किया और कहा कि उनकी सरकार का ध्यान महंगाई को नीचे लाने पर है।
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हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं अमित शाह और पीएम मोदी
कांग्रेस में अंदरूनी कलह पर प्रधानमंत्री की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर गहलोत ने कहा कि मोदी ने अभी ही प्रचार करना शुरू कर दिया है जबकि राजस्थान में विधानसभा चुनाव साल के अंत में होने हैं। उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री बनने के बाद वह और (केंद्रीय गृह मंत्री) अमित शाह हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं। राजस्थान में चुनाव आठ महीने बाद होने हैं…।’ प्रधानमंत्री ने आज राजस्थान की अपनी यात्रा के दौरान राजसमंद जिले के नाथद्वारा शहर में एक कार्यक्रम में गहलोत के साथ मंच साझा किया। गहलोत ने कहा कि मोदी ने एक सरकारी कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति में भाषण दिया लेकिन वह कुछ टिप्पणियों से बच सकते थे।
मनमोहन सरकार में बने ऐतिहासिक कानून
उन्होंने कहा, ‘मैंने इस संबंध में ट्वीट किया है। लेकिन यह परंपरा (कहना) उचित नहीं है कि देश में (अतीत में) कुछ भी नहीं हुआ और आज (केंद्र में भाजपा सरकार के तहत) सड़कों एवं रेलवे का विकास हो रहा है। विचित्र स्थिति पैदा हो गई क्योंकि यह एक सरकारी कार्यक्रम था और मैं वहां प्रोटोकॉल के अनुसार गया था। मेरी उपस्थिति में, उन्होंने कुछ ऐसी बातें कहीं, जिन्हें टाला जा सकता था।’ गहलोत ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने (2004-14 में अपने कार्यकाल में) कुछ ऐतिहासिक कानून बनाए और उनके उत्तराधिकारी मोदी को उनका अनुसरण करना चाहिए। सामाजिक सुरक्षा कानून और स्वास्थ्य का अधिकार अधिनियम जैसे कानून बनाने चाहिए। अपनी पार्टी के नेता और आलोचक सचिन पायलट से जुड़े एक सवाल पर, कांग्रेस नेता ने सीधा जवाब देने से परहेज किया और कहा कि उनकी सरकार का ध्यान महंगाई को नीचे लाने पर है।