राजन हत्याकांड: ग्रामीणों ने एसपी से मिलकर न्याय की लगाई गुहार

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राजन हत्याकांड: ग्रामीणों ने एसपी से मिलकर न्याय की लगाई गुहार

राजन हत्याकांड: ग्रामीणों ने एसपी से मिलकर न्याय की लगाई गुहार

पोस्टमार्टम रिपोर्ट से राजन की हत्या होने का हुआ है खुलासारही है

बीहट, निज संवाददाता। रिफाइनरी ओपी के सबौरा गांव के ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को…

Newswrapहिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायSat, 15 Jul 2023 07:50 PM

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बीहट, निज संवाददाता। रिफाइनरी ओपी के सबौरा गांव के ग्रामीणों के प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को एसपी से मिलकर राजन हत्या मामले में न्याय की गुहार लगाई है। भाजपा मंडल महामंत्री राम कुमार, अध्यक्ष राजकिशोर सिंह, मृतक के पिता रामाशीष सिंह व भाई रौशन कुमार ने बुधवार को एसपी से मिलकर राजन हत्या मामले में तेघड़ा पुलिस पर सुस्ती का आरोप लगाते हुए कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या मामला का खुलासा होने के वाबजूद तेघड़ा पुलिस उक्त मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रही है। उल्टे पीड़ित के परिजन को ही डांट कर थाना से भगा दे रही है।
मृतक के भाई राजन ने बताया कि आरोपित लड़की के परिजन भी मोबाइल पर केस नहीं उठाने पर जान मरने की धमकी दे रहे हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उक्त मामले में न्याय नहीं मिलने पर वे लोग एसपी कार्यालय के समक्ष आमरण अनशन पर बैठेंगे। बता दें उक्त मामला तेघड़ा थाना कांड संख्या 200/23 का है। गत 27 जून की सुबह स्थानीय लोगों की सूचना पर दुलारपुर नयानगर स्कूल परिसर से 22 वर्षीय युवक का शव तेघड़ा थाना पुलिस ने बरामद किया था। युवक की पहचान बरौनी प्रखंड की महना पंचायत के सबौरा गांव निवासी रामाशीष सिंह के 22 वर्षीय पुत्र राजन कुमार के रूप में हुई थी। सूचना मिलने पर परिजनों ने नयानगर स्कूल परिसर आकर शव की शिनाख्त की थी। मृतक के भाई रौशन को तेघड़ा पुलिस ने शव के पास से सल्फास की दो गोली, ठंडा की खाली बोतल तथा मृतक का मोबाइल मिलने की बात कहते हुए मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट (पंचनामा) में प्रथमदृष्ट्या जहर खाकर आत्महत्या का मामला का जिक्र करते हुए शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा था। शव का पोस्टमार्टम करने आये डॉक्टर ने मृतक के शरीर पर कई जगह चोट के निशान, आंख में चोट आदि रहने पर पोस्टमार्टम कराने गये तेघड़ा थाना के अवर निरीक्षक वरुण कुमार को मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट बदलने के बाद ही पोस्टमार्टम करने की बात कही। उस समय तेघड़ा थाना के अवर निरीक्षक ने रिपोर्ट बदल दी और उसके बाद डॉक्टर ने शव का पोस्टमार्टम किया।

अब जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट से राजन की हत्या की बात प्रमाणित हो चुकी है तो इसके बाद भी तेघड़ा पुलिस के रवैए से परिजनों को नहीं लग रहा है कि उक्त मामले में तेघड़ा पुलिस से उन्हें न्याय मिल पाएगा। ग्रामीणों व परिजनों की शिकायत पर एसपी योगेंद्र कुमार ने तेघड़ा एसडीपीओ तथा तेघड़ा थानाध्यक्ष को उक्त मामले में आवश्यक कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

मृतक के भाई ने बताया कि उसके भाई का प्रेम प्रसंग ताजपुर की एक लड़की के साथ चल रहा था। लड़की के परिजनों ने ही राजन को घर से 26 जून को बुलाकर बुरी तरह से पीटकर उसकी हत्या करने के बाद शव को स्कूल परिसर में फेंक दिया था। मृतक के भाई ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने शव के परीक्षण के 24 घंटे पूर्व ही मृत्यु होने तथा भारी, कठोर तथा कुंद पदार्थ के कारण चोटों के परिणामस्वरूप न्यूरोजेनिक और हाइपोवॉलेमिक सदमे के कारण मृ़त्यु होने की बात कही है। मृतक के विसरा को रासायनिक परीक्षण के लिए संरक्षित कर रखा गया है। मृतक के भाई ने बताया कि लड़की के परिजन मामले को आत्महत्या साबित करवाने के लिए लगातार तेघड़ा थाना में पैरवी कर रहे हैं और मामले के अनुसंधानकर्ता भी उक्त मामले में कुछ भी पूछने पर उल्टे मामले के सूचक के साथ ही दुर्व्यवहार करने लगते हैं।

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