यूपी में इन्वेस्ट करेगी टाटा, हीरानंदानी, टस्को, ग्रीनको, सिफी जैसी बड़ी कंपनियां | Tata hiranandani tasco greenco and greenco like big companies invest i | News 4 Social
उत्तर प्रदेश में प्रदेश सरकार ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी यानी GBC के फर्स्ट फेज की तैयारी में जुटी है। फरवरी में हुए यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स के बाद अब तक यूपी को 40 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव प्राप्त हो चुके हैं। वहीं, जीबीसी के पहले फेज में सरकार और उद्यमी 13 लाख करोड़ से अधिक के निवेश को धरातल पर उतारने के लिए तैयार हैं।
औद्योगिक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रथम फेज में निवेश के मामले में जिन टॉप 10 कंपनियों की चर्चा हो रही है, उनमें टाटा, हीरानंदानी, टस्को, ग्रीनको जैसे दिग्गजों के नाम शामिल हैं। ये कंपनियां प्रदेश के अंदर डेटा सेंटर, रिटेल मार्ट, स्किल डेवलपमेंट और ऊर्जा जैसे सेक्टर में निवेश करने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
सरकार से मिली जानकारी के अनुसार जीबीसी के प्रथम फेज में प्रदेश में होने जा रहे सबसे बड़े निवेश की बात करें तो यह एनआईडीपी डेवलपर्स प्राइवेट लिमिटेड (हीरानंदानी) ग्रुप की ओर से गौतमबुद्ध नगर में डेटा सेंटर पार्क के निर्माण में होने जा रहा है। 30 हजार करोड़ का ये निवेश यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में स्थापित करने की तैयारी है।
वहीं, 27 हजार करोड़ से अधिक का निवेश एनटीपीसी लिमिटेड की ओर से किया जाना है। एनटीपीसी प्रदेश में ऊर्जा सेक्टर में दो संयंत्र स्थापित करने के लिए तैयार है। इनमें एक झांसी में और दूसरा सोनभद्र में स्थापित किया जाएगा। इसके लिए सोनभद्र के ओबरा में सुपर थर्मल पॉवर प्लांट की स्थापना के लिए यूपी राज्य विद्युत उत्पादन निगम लि. बोर्ड से अनुमोदन भी प्राप्त हो चुका है। इसके साथ ही 17 हजार करोड़ से अधिक की परियोजना ग्रीनको कंपनी की ओर से सोनभद्र में स्थापित होने जा रही है। ऑफ स्ट्रीम क्लोज लूप पंप स्टोरेज परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
इसी प्रकार 8 हजार करोड़ की परियोजना सिफी इनफिनिट स्पेस लिमिटेड की ओर से धरातल पर उतारी जा रही है। ये प्रोजेक्ट आईटी एंड इलेक्ट्रॉनिक्स में है, जिसमें नोएडा में डेटा सेंटर की स्थापना हो रही है। ये परियोजना निर्माणाधीन है। इसके अतिरिक्त 7,500 करोड़ की परियोजना एम3एम इंडिया प्रा. लिमिटेड की ओर से नोएडा में लगने जा रही है। ये रियल स्टेट की परियोजना है। इसके लिए नोएडा के सेक्टर-94 में 52 हजार वर्ग मीटर भूमि आवंटित की जा चुकी है। साथ ही रेरा से अनुमोदन भी प्राप्त हो चुका है।
एक हजार वाली 6500 करोड़ की योजना जमीन पर उतरने को तैयार
इसी प्रकार टस्को लिमिटेड की ओर से 1 हजार मेगावाट की माताटीला फ्लोटिंग सोलर पॉवर प्लांट की स्थापना 6,500 करोड़ की लागत से धरातल पर उतरने को तैयार है। बुंदेलखंड के ललितपुर जिले में इस पार्क की स्थापना होने जा रही है, जिसके लिए सभी अनुमतियां मिल चुकी हैं तथा परियोजना का कार्यान्वयन प्रगति पर है।
बुंदेलखंड सौर ऊर्जा लिमिटेड की ओर से 6 हजार करोड़ की परियोजना जालौन में धरातल पर उतरने जा रही है। इस परियोजना को भी भारत सरकार की एमएनआरई राष्ट्रीय सौर पार्क योजना के अंतर्गत अनुमोदन प्राप्त हो चुका है। प्रयागराज व मीरजापुर में एसीएमई क्लीनटेक सॉल्यूशंस प्रा. लिमिटेट की ओर से 1250 मेगावाट की दो ऑफ स्ट्रीम क्लोज लूप पंप स्टोरेज परियोजना भी धरातल पर उतरने जा रही है। 6 हजार करोड़ की इस परियोजना को योगी सरकार की ओर से सैद्धांतिक अनुमोदन प्रदान कर दिया गया है। इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है।