यूपी-कालेज की प्रबंध समिति विवाद पर सरकार ने मांगी रिपोर्ट: विश्वविद्यालय बनाने की चल रही प्रक्रिया, 05 पॉइंट्स पर डीएम से मांगा जवाब – Varanasi News h3>
वाराणसी के उदय प्रताप महाविद्यालय जिसे लोग यूपी कालेज के नाम से पुकारते हैं, को राज्य विश्वविद्यालय बनाने के लिए कागजी प्रक्रिया तेजी से चल रही है। शासन ने वाराणसी के जिलाधिकारी से यूपी कालेज के संबंध पांच बिंदुओं पर जानकारी।मांगी है।
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नैक से यूपी कालेज को मिला है A ग्रेड
शासन ने इन बिंदुओं पर मांगी रिपोर्ट
1 – यूपी कालेज से जुड़ी प्रबंध समिति/ ट्रस्ट की वर्तमान स्थिति ( पंजीकरण, समिति के सदस्यों की संख्या के साथ ही समिति में विवाद की वर्तमान स्थिति)
2 – शासन ने समिति/ ट्रस्ट द्वारा संचालित ऐसी शिक्षण संस्थाओं का विवरण मांगा है जो विश्वविद्यालय में शामिल होंगे। साथ ही इन शिक्षण संस्थाओं में कार्यरत शिक्षक, कर्मचारियों की संख्या के साथ ही छात्रों की संख्या का विवरण मांगा गया है।
3 – शासन ने विश्वविद्यालय के लिए समिति/ ट्रस्ट द्वारा दी जाने वाली जमीन का पूरा विवरण मांगा गया है। इसमें सरकारी जमीन से लेकर जमीन को लेकर किसी तरह के विवाद से जुड़ी संबंधित जानकारी भी मांगी गई है।
04 – कॉलेज के परिसर में मौजूद भवनों की संख्या, क्षेत्रफल, नक्शा, खेल के मैदान से संबंधित जानकारी मांगी गई है। परिसर में मौजूद सरकारी जमीन के संबंध में शासन ने डीएम से आख्या मांगी है।
5 – उत्तर प्रदेश शासन के विशेष सचिव ने यूपी कालेज से जुड़ी समिति के नाम मौजूद संपत्ति, भवन व अन्य परिसंपत्तियों का मूल्यांकन करते हुए समिति की वित्तीय स्थिति की रिपोर्ट।
संस्थापन दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आए थे सीएम योगी
योगी की पहल पर शुरू हुई 115 साल पुराने कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाने की तैयारी
सीएम योगी आदित्यनाथ यूपी कालेज के 115वें स्थापना दिवस समारोह के मौके पर 25 नवंबर 2024 को बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए थे। इस दौरान अपने संबोधन में कहा था कि आप सादे पेपर पर लिखकर दे दीजिए, इस कालेज को राज्य स्तरीय बनाने की पहल शुरू हो जाएगी। कालेज प्रबंधन ने इस सम्बन्ध में प्रस्ताव बनाकर 01 जनवरी 2025 को शासन में दिया।
प्रमुख सचिव ने किया था निरीक्षण, तैयार की फाइल
20 अप्रैल को प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल ने यूपी कालेज का टीम के साथ निरीक्षण किया था। इस दौरान कैंपस में मौजूद सभी संकाय, लाइब्रेरी, आरएसएमटी, डेयरी का निरीक्षण करने के साथ ही कैंपस में मौजूद अन्य सुविधाओं का जायजा लिया था।
प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा ने कालेज के प्राचार्य डॉक्टर धर्मेंद्र सिंह से ला फैकल्टी, नर्सिंग, पैरा मेडिकल से जुड़े कोर्स शुरू करने पर चर्चा की थी।