मेहसौल आरओबी का शुरू हुआ निर्माण कार्य h3>
सीतामढ़ी। शहर के बहुचर्चित मेहसौल फ्लाई ओवर निर्माण कार्य पुन: शुरु हो गया है। कार्य एजेंसी के द्वारा पहले लंबे समय से बंधे सरिया से आरओबी के फ्लाई ओवर का बीम ढालने को लेकर कार्य शुरु किया गया है। जिसके लिए दो पीलरों के बीच शटरिंग का कार्य शुरु किया गया है। कार्य स्थल पर निर्माण कार्य करवा रहे कर्मियों ने बताया पहले लंबे समय से बंधे सरिया के उपयोग के लिए बीम का निर्माण किया जाएगा। साथ ही बीम की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सरिया लगाया जा रहा है। ज्ञात हो कि निर्माण कार्य में बिलंब के साथ बरसात के मौसम में खुले आसमान में बंधे सरिया का जंग लगते व निर्माण में लापरवाही देख कर आमलोगों के साथ रेलवे के अभियंता भी आश्चर्य करने लगे थे कि कैसे लापरवाही बरती जा रही है। क्यों न जल्द पुल व फ्लाई ओवर जल्द जर्जर हो जाएगा। जब निर्माण के समय ही लापरवाही बरती जाए। निर्माण में समय सीमा का पालन नहीं हो जिससे निर्माण में लगने वाले सामग्री की गुणवत्ता कमजोर हो जाए। जिसे आपके अखबार हिन्दुस्तान ने प्रमुखता उठाया था। जिसके बाद डीएम रिची पांडेय ने खुद संज्ञान लेकर निर्माण एजेंसी के साथ अपने कक्ष में कार्य की समीक्षा की। साथ ही निर्माण स्थल पर नियमित मॉनिटरिंग को लेकर सदर एसडीओ को जाबावदेही सौंपी। जिसके बाद निर्माण एजेंसी ने पुन: आरओबी के निर्माण कार्य में हाथ लगाया।
समय सीमा के अंदर नहीं होगा निर्माण कार्य
समस्तीपुर रेल मंडल के सहायक अभियंता विजय शंकर सिंह ने बताया मेहसौल आरओबी का निर्माण बिहार राज्य पूल निगम कर रही है। जिसमें फ्लाई ओवर के एप्रोच पथ का निर्माण कार्य 22 अगस्त 2024 तक पूरा किये जाने का समय सीमा निर्धारित है। जब रेलवे के हिस्से पर निर्माण कार्य शुरू होगा तो रेल के अभियंता उसकी निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा निर्माण के दौरान सरिया में जंग लगने से उसके मोटाई में कमी आ जाती है। जिसके सीधे उपयोग करने से गुणवत्ता में भारी कमी हो जाती है। अन्यथा निर्माण करते समय यदि गुणवत्ता की जांच कर उपयोग किया जाता है तो एस्टीमेट से अतिरिक्त लगाना पड़ता है जिसमें एस्टीमेट से अतिरिक्त खर्च हो जाता है। कार्यों को देख नहीं लगता है कि 22 अगस्त 2024 तक एप्रोच पथ का निर्माण पूरा हो पाएंगे। कई पाया के साथ एप्रोच पथ के पूरे फ्लाई ओवर का सड़क निर्माण को लेकर बीम आदि कार्य बांकी है। निर्माण स्थल पर कार्य शिथिल होने से निर्माण स्थल पर सरिया के अलावे सामग्रियां बर्वाद हो रहे हैं। सरिया बारिश के पानी में जंग लग रहा है।
जहां लोग सूबे में पूलों को गिरते देख यहां भी सवाल करने लगे हैं। लोगों को निर्माण की गुणवत्ता की चिंता सता रही है। ज्ञात हो कि मेहसौल ओवर ब्रीज निर्माण बहुपरिचित रहा है। इसका निर्माण चुनावी मुद्दा भी बन चुका है। इसके निर्माण को लेकर सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठ चुकी है।
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सीतामढ़ी। शहर के बहुचर्चित मेहसौल फ्लाई ओवर निर्माण कार्य पुन: शुरु हो गया है। कार्य एजेंसी के द्वारा पहले लंबे समय से बंधे सरिया से आरओबी के फ्लाई ओवर का बीम ढालने को लेकर कार्य शुरु किया गया है। जिसके लिए दो पीलरों के बीच शटरिंग का कार्य शुरु किया गया है। कार्य स्थल पर निर्माण कार्य करवा रहे कर्मियों ने बताया पहले लंबे समय से बंधे सरिया के उपयोग के लिए बीम का निर्माण किया जाएगा। साथ ही बीम की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अतिरिक्त सरिया लगाया जा रहा है। ज्ञात हो कि निर्माण कार्य में बिलंब के साथ बरसात के मौसम में खुले आसमान में बंधे सरिया का जंग लगते व निर्माण में लापरवाही देख कर आमलोगों के साथ रेलवे के अभियंता भी आश्चर्य करने लगे थे कि कैसे लापरवाही बरती जा रही है। क्यों न जल्द पुल व फ्लाई ओवर जल्द जर्जर हो जाएगा। जब निर्माण के समय ही लापरवाही बरती जाए। निर्माण में समय सीमा का पालन नहीं हो जिससे निर्माण में लगने वाले सामग्री की गुणवत्ता कमजोर हो जाए। जिसे आपके अखबार हिन्दुस्तान ने प्रमुखता उठाया था। जिसके बाद डीएम रिची पांडेय ने खुद संज्ञान लेकर निर्माण एजेंसी के साथ अपने कक्ष में कार्य की समीक्षा की। साथ ही निर्माण स्थल पर नियमित मॉनिटरिंग को लेकर सदर एसडीओ को जाबावदेही सौंपी। जिसके बाद निर्माण एजेंसी ने पुन: आरओबी के निर्माण कार्य में हाथ लगाया।
समय सीमा के अंदर नहीं होगा निर्माण कार्य
समस्तीपुर रेल मंडल के सहायक अभियंता विजय शंकर सिंह ने बताया मेहसौल आरओबी का निर्माण बिहार राज्य पूल निगम कर रही है। जिसमें फ्लाई ओवर के एप्रोच पथ का निर्माण कार्य 22 अगस्त 2024 तक पूरा किये जाने का समय सीमा निर्धारित है। जब रेलवे के हिस्से पर निर्माण कार्य शुरू होगा तो रेल के अभियंता उसकी निगरानी करेंगे। उन्होंने कहा निर्माण के दौरान सरिया में जंग लगने से उसके मोटाई में कमी आ जाती है। जिसके सीधे उपयोग करने से गुणवत्ता में भारी कमी हो जाती है। अन्यथा निर्माण करते समय यदि गुणवत्ता की जांच कर उपयोग किया जाता है तो एस्टीमेट से अतिरिक्त लगाना पड़ता है जिसमें एस्टीमेट से अतिरिक्त खर्च हो जाता है। कार्यों को देख नहीं लगता है कि 22 अगस्त 2024 तक एप्रोच पथ का निर्माण पूरा हो पाएंगे। कई पाया के साथ एप्रोच पथ के पूरे फ्लाई ओवर का सड़क निर्माण को लेकर बीम आदि कार्य बांकी है। निर्माण स्थल पर कार्य शिथिल होने से निर्माण स्थल पर सरिया के अलावे सामग्रियां बर्वाद हो रहे हैं। सरिया बारिश के पानी में जंग लग रहा है।
जहां लोग सूबे में पूलों को गिरते देख यहां भी सवाल करने लगे हैं। लोगों को निर्माण की गुणवत्ता की चिंता सता रही है। ज्ञात हो कि मेहसौल ओवर ब्रीज निर्माण बहुपरिचित रहा है। इसका निर्माण चुनावी मुद्दा भी बन चुका है। इसके निर्माण को लेकर सड़क से लेकर सदन तक आवाज उठ चुकी है।