मुग्धा गोडसे से 18 साल बड़े राहुल देव बोले- उम्र में अंतर परेशानी नहीं, रिश्ते को मजेदार बनाती है
हाल ही ओटीटी पर ‘हंटर: टूटेगा नहीं तोड़ेगा’ और ‘गैसलाइट’ में पुलिस अफसर के रोल में नजर आए राहुल देव ने इस इंटरव्यू में मुग्धा गोड से लेकर सुनील शेट्टी के साथ अपनी बॉन्डिंंग और भट्ट कैम्प की फिल्म ‘1920’ के अगले पार्ट में काम करने को लेकर भी बात की है।
‘गैसलाइट’ में भी आप पुलिस वाले का रोल कर रहे हैं। आपको क्या लगता है कि दूसरे की तुलना में यह अधिक चुनौतीपूर्ण था?
‘हंटर’ सीरीज में मैं एक ऐसे पुलिसवाले के रोल में हूं, जिसके चेहरे पर गुस्सा है और वह तेजतर्रार हैं, जबकि ‘गैसलाइट’ में मेरा किरदार एक ऐसे पुलिसवाले का है, जिसका अपने काम के प्रति नजरिया ईमानदार है। वह एक सीनियर आईपीएस अधिकारी हैं। मैंने इसे अच्छे से निभाया है। मेरी हमेशा से इस बात पर नजर रही है कि असल जिंदगी में पुलिस कैसे काम करती है। ऐसे में यह रोल निभाने में सहूलियत होती है।
विक्रांत मैसी और सारा अली खान जैसे एक्टर्स के साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
‘गैसलाइट’ के सेट पर मैंने एक गंभीरता देखी है, जो अद्भुत था। सारा ने अपने रोल में फिट बैठने के लिए एक वर्कशॉप में हिस्सा लिया, मैं उन्हें करियर की शुरुआत में इस तरह की सीरियसनेस के लिए बधाई देना चाहता हूं। विक्रांत एक बेहतरीन एक्टर हैं, जो अपनी हर परफॉर्मेंस के साथ और बेहतर होते जा रहे हैं। मुझे उनके साथ काम कर के बहुत मजा आया।
अपने एक इंटरव्यू में आपने मुग्धा के बारे में बात की थी और बताया था कि वह कैसे एक अलग पीढ़ी से ताल्लुक रखती हैं। आपको क्या लगता है कि आपके रिश्ते का सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा क्या रहा है?
मैं यही कहूंगा कि उम्र का अंतर कहीं से भी चुनौतीपूर्ण नहीं है। हम दोनों अलग-अलग बैकग्राउंड से हैं। मैं उत्तर भारत से हूं और वो मध्य भारत से है। मैं देश के बेहतरीन स्कूलों में से एक में गया। उनकी स्कूली शिक्षा अच्छी थी, लेकिन वह सेल्फ एजुकेटेड भी थीं, जो एक दुर्लभ बात है। हमारा बॉन्ड काफी अलग है। बल्कि हमारा रिश्ता बड़ा मजेदार है।
आप और मुग्धा किन चीजों में एक जैसे हैं?
फिल्मों में हमारे एक जैसे इंट्रेस्ट के अलावा, हम दोनों के बीच एक बहुत ही मजबूत स्पीरिचुअल रिलेशन (आध्यात्मिक संबंध) है, जो हमारे आध्यात्मिक गुरु तरनीव जी के कारण है। वह हम दोनों के लिए हमारी दुनिया हैं। हम दोनों को ट्रेवलिंग पसंद है और हम दोनों समंदर किनारे बसर करने वाले लोग हैं।
आप सिंगल पैरेंट होने की चुनौतियों को जानते हैं, वह कौन सी पैरेंटिंग की सलाह है जो आप सिंगल माता-पिता को देंगे?
मैं किसी को किसी भी तरह की कोई सलाह देने से परहेज करता हूं, क्योंकि हर किसी की स्थिति और परिस्थिति अलग होती है। हमारे बच्चे केवल एक चीज चाहते हैं, वह है हमारा ध्यान। किसी से उनकी तुलना हमेशा गलत होती है, क्योंकि हर बच्चा अलग होता है।