मुख्तार अंसारी की प्राकृतिक मौत या साजिश? जांच टीम ने जेल में 7 पॉइंट्स पर पूछताछ की | Mukhtar Ansari Death Was it Natural or Murder | News 4 Social h3>
मुख्तार का खाना
जांच टीम ने सबसे पहले मुख्तार को मिलने वाले खाने की जांच की। टीम ने जेल किचन से खाने के नमूने लिए और यह भी पूछा कि मुख्तार ने आखिरी बार क्या खाया था।
खाना देने वाले कर्मचारी
टीम ने उस कर्मचारी से भी पूछताछ की जो मुख्तार को खाना देता था। टीम ने पूछा कि क्या मुख्तार ने कभी खाने में जहर होने की बात कही थी?
बैरक के पास का कैदी
टीम ने यह भी जानकारी ली कि मुख्तार की बैरक के पास कौन सा कैदी रहता था? क्या मुख्तार ने कभी उसे खाने में जहर देने की बात बताई थी?
जेल में मुख्तार की गतिविधियां
टीम ने जेल के कैदियों से भी पूछताछ की कि जेल के अंदर मुख्तार का कैसा बर्ताव था? क्या मुख्तार ने कभी जेल के अंदर अपनी पावर दिखाने की बात कही थी?
डॉक्टरों से पूछताछ
टीम ने उन तीन डॉक्टरों से भी पूछताछ की जिन्होंने मुख्तार का इलाज किया था। डॉक्टरों ने बताया कि 28 मार्च को मुख्तार की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल भेजा गया था।
मुख्तार की बैरक
टीम ने मुख्तार की बैरक में रखी हर चीज की जांच की। टीम ने यह भी पूछा कि क्या मुख्तार रोज किसी तरह की दवाई लेता था?
डिप्टी जेलर और जेलर का निलंबन
टीम ने यह भी पूछा कि डिप्टी जेलर और जेलर का निलंबन क्यों हुआ? सूत्रों के मुताबिक, मुख्तार का खाना टेस्ट करवाने की जिम्मेदारी इनकी थी, लेकिन खाना टेस्ट करने वाले के बीमार पड़ने के बाद भी खाना नहीं बदला गया था।
मुख्तार का खाना
जांच टीम ने सबसे पहले मुख्तार को मिलने वाले खाने की जांच की। टीम ने जेल किचन से खाने के नमूने लिए और यह भी पूछा कि मुख्तार ने आखिरी बार क्या खाया था।
खाना देने वाले कर्मचारी
टीम ने उस कर्मचारी से भी पूछताछ की जो मुख्तार को खाना देता था। टीम ने पूछा कि क्या मुख्तार ने कभी खाने में जहर होने की बात कही थी?
बैरक के पास का कैदी
टीम ने यह भी जानकारी ली कि मुख्तार की बैरक के पास कौन सा कैदी रहता था? क्या मुख्तार ने कभी उसे खाने में जहर देने की बात बताई थी?
जेल में मुख्तार की गतिविधियां
टीम ने जेल के कैदियों से भी पूछताछ की कि जेल के अंदर मुख्तार का कैसा बर्ताव था? क्या मुख्तार ने कभी जेल के अंदर अपनी पावर दिखाने की बात कही थी?
डॉक्टरों से पूछताछ
टीम ने उन तीन डॉक्टरों से भी पूछताछ की जिन्होंने मुख्तार का इलाज किया था। डॉक्टरों ने बताया कि 28 मार्च को मुख्तार की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल भेजा गया था।
मुख्तार की बैरक
टीम ने मुख्तार की बैरक में रखी हर चीज की जांच की। टीम ने यह भी पूछा कि क्या मुख्तार रोज किसी तरह की दवाई लेता था?
डिप्टी जेलर और जेलर का निलंबन
टीम ने यह भी पूछा कि डिप्टी जेलर और जेलर का निलंबन क्यों हुआ? सूत्रों के मुताबिक, मुख्तार का खाना टेस्ट करवाने की जिम्मेदारी इनकी थी, लेकिन खाना टेस्ट करने वाले के बीमार पड़ने के बाद भी खाना नहीं बदला गया था।