माफिया की जेब में हैं MLA और MP: पूर्व सीएम का दावा- मैं दुनिया से मिटा सकती हूं शराब का नामों-निशान
सोमवार को उमा भारती बैतूल में थी, वहां पर उन्होंने गौशाला में गौ माता की पूजा अर्चना की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मैं आज से नई बात कहना शुरू कर रही हूं। शराब नहीं, देशी गाय का दूध पीयो। मधुशाला से गौशाला की ओर चलो। मधुशाला बंद करो, गौशाला खोलते जाओ। उन्होंने आगे कहा कि वह गाय, जिन्हें किसान रखने में समर्थ थे, वह खत्म हो गए। चरवाहे नहीं बचे, गाय को बांधने की जगह नहीं रही। इन तीनों की व्यवस्था करनी पड़ेगी। गाय सहारा देती है, बोझ नहीं बनती। उमा भारती ने कहा, मैं वह हूं जो चाहूं, तो शराब का नामोनिशान मिटा दूं, लेकिन मैं मान जाती हूं। गम खा जाती हूं।
जैविक खेती के सरकार को सराहा
उमा भारती ने कहा कि मध्यप्रदेश में जैविक खेती मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ी है। इसमें सरकार का योगदान रहा है, जितनी जैविक खेती के बढ़ने से गाय की रक्षा भी होगी। उमा ने कहा कि उन्हें भरोसा है मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार जल्दी ही नई शराब नीति लागू करेगी। क्योंकि पिछले साल जो नीति घोषित हुई थी, उसमें कई खामियां थीं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का बड़प्पन था कि उन्होंने इसे खुलेआम स्वीकार किया।
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खुद को परामर्श के लिए बताया
उमा भारती ने कहा कि पिछले वर्ष की शराब नीति में संशोधन के लिए तीन लोग तय किए गए थे। वीडी शर्मा संगठन की तरफ से, शिवराज सरकार की तरफ से और मैं जनमानस की तरफ से परामर्श के लिए बैठूंगी। इसके बाद नई शराब नीति आएगी, जिसमें नियंत्रित शराब वितरण प्रणाली होगी। उसमें खामी नहीं होगी।
इस पर जताई आपत्ति
उमा ने कहा कि वर्तमान शराब नीति में कई आपत्तियां हैं। जैसे अहातों में बैठकर पिलाना, धर्म स्थलों के पास शराब की दुकान होना, स्कूल के शराब दुकान न हो, मजदूरों की बस्ती के पास शराब की दुकान नहीं होनी चाहिए। स्कूलों, अदालतों, अस्पतालों के पास भी शराब की दुकान नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं परामर्श में बैठने के लिए इंतजार कर रही हूं। जल्दी इसके लिए बैठक की जाए। उमा ने कहा कि मैं चाहती हूं कि मध्यप्रदेश शराब नीति में मॉडल बन जाए।
रिपोर्ट- दीपक राय