मनोज झा ठाकुर विवाद पर बीजेपी-जेडीयू नेताओं के सुर मिले, RJD में बवाल के बाद पार्टी मनोज झा के पीछे खड़ी हुई

14
मनोज झा ठाकुर विवाद पर बीजेपी-जेडीयू नेताओं के सुर मिले, RJD में बवाल के बाद पार्टी मनोज झा के पीछे खड़ी हुई

मनोज झा ठाकुर विवाद पर बीजेपी-जेडीयू नेताओं के सुर मिले, RJD में बवाल के बाद पार्टी मनोज झा के पीछे खड़ी हुई

आरजेडी सांसद मनोज झा के राज्यसभा में ‘ठाकुर का कुंआ’ कविता पाठ पर सियासी बवाल छिड़ गया है। इस पर ठाकुर समाज के नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। एक ओर जहां मनोज झा के खिलाफ बीजेपी और जेडीयू के सुर एक हैं। वहीं दूसरी ओर आरजेडी में पहले बवाल के बाद अब पार्टी अपने नेता के पीछे खड़ी हो गई। पहला विरोध आरजेडी के विधायक चेतन आनंद ने दर्ज कराया। उसके बाद बीजेपी, आरजेडी, जेडीयू के कई नेता इसमें कूद पड़ें। इन सबने मनोज झा पर निशाना साधा। साथ ही चेतावनी दी कि वे माफी मांगें। वहीं, आरजेडी ने अपने आधिकारिक X हैंडल पर मनोज झा की बात का समर्थन किया और इसे दमदार व शानदार बताया। 

पूर्व सांसद आनंद मोहन ने दिल्ली में मीडिया से बातचीत में तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ‘अगर मैं राज्यसभा में होता तो राख से जीभ खींचकर आसन की तरफ उछाल देता, सभापति की ओर। आप इतने बड़े समाजवादी हो तो नाम के साथ ‘झा’ क्यों लगाते हो, आप पहले अपने अंदर के ब्राम्हण को मारो। उनसे पहले उनके पुत्र व राजद विधायक चेतन आनंद ने कड़ी प्रतिक्रिया दी और फेसबुक लाइव कर कहा कि “मनोज झा ब्राहणों पर कविता क्यों नहीं सुनाते हैं। वो जनता से माफी मांगें। हम चूड़ी पहनकर नहीं बैठेंगे। कुछ लोग पार्टी में रहकर ए-टू-जेड का फार्मूला बिगाड़ना चाहते हैं। उनका बयान समाजवाद नही है।

हिन्दू तो बचा पर भरी जवानी में मरा ठाकुर; मनोज झा के खिलाफ आनंद मोहन का पूरा परिवार कूदा, अब बेटी सुरभि बोली

वहीं जदयू एमएलसी संजय सिंह ने कहा कि मनोज झा का बयान निंदनीय है। ऐसे तो हम लोग ब्राह्मणों का सम्मान करते हैं। मगर, मैं उन्हें चेतावनी देता हूं कि क्षत्रिय समाज आग है। उसे भड़काएं नहीं। वरना कोई दमकल बुझा नहीं पाएगा। सबसे ज्यादा क्षत्रिय समाज ही ब्राह्मण समाज को सम्मान देता रहा है। अपने इस बयान के लिए सार्वजनिक तौर पर माफी मांगनी चाहिए। राजद इस पर संज्ञान ले और और उनसे स्पष्टीकरण मांगे।

दूसरी ओर, भाजपा विधायक नीरज कुमार बबलू ने कहा कि मनोज झा का बयान शर्मनाक है, ठाकुरों के प्रति अगर मेरे सामने कोई ऐसा बयान दिया होता तो मैं उसकी औकात बता देता। मेरे सामने बालते तो पटक कर मुंह तोड़ देता, मनोज झा माफी मांगें। वहीं बीजेपी सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि आरजेडी सांसद मनोज झा ने जिस तरह से नाम लेकर ठाकुर ( राजपूत) जाति का अपमान किया है, उसके लिए पार्टी के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव को क्षमा मांगनी चाहिए। मोदी ने कहा कि मनोज  झा ने राज्यसभा में नारी शक्ति वंदन (महिला आरक्षण ) विधेयक का विरोध करते हुए, जो कविता पढी, वह ठाकुर जाति के लोगों के प्रति दुराग्रह और अपमान से भरी थी।  

मैं राज्यसभा में होता तो जीभ खींच लेता, ठाकुरों को कहां-कहां से मारोगे? मनोज झा पर भड़के आनंद मोहन

इस बीच प्रदेश राजद के मुख्य प्रवक्ता शक्ति सिंह यादव ने कहा कि पार्टी विधायक चेतन आनंद राज्यसभा सांसद मनोज झा के वक्तव्य एवं मर्म को समझ नहीं पाए। ऐसे में उसकी व्याख्या करने की कोशिश न करें, कुछ लोगों का दर्द कहां छिपा हुआ है, पता है। वहीं, जदयू के प्रदेश प्रवक्ता डॉ. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि मनोज झा को भारत के इतिहास में ठाकुरों का बलिदान नहीं पता है। बलिदान हमने दिया, सर हमने कटाया, सब कुछ गवां कर धर्म और देश की रक्षा की। उनको यह सब कौन समझाए। कविता किस प्रसंग में लिखी गयी, यह अलग विषय है। मनोज झा अपने अंदर के ठाकुर की बात क्यों करते हैं, वे अपने अंदर के ब्राम्हण को मारने की बात करते। जितनी बार मर्जी हो अपने अंदर के ब्राम्हण को मारे, इससे हमें क्या? 

बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News