मच्छर वाले कॉइल से गद्दे में लगी आग, शास्त्री पार्क के दर्दनाक हादसे की पूरी कहानी पढ़िए
दिल दहला देने वाली यह घटना नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के शास्त्री पार्क इलाके की है। सुबह 11:15 पर खबर लिखे जाने तक डिस्ट्रिक्ट के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर थे। सभी डेड बॉडीज़ को पोस्टमॉर्टम के लिए मॉर्चरी भिजवा दिया गया था। आस-पास के लोगों व मकान मालिक से पूछताछ कर मामले की छानबीन की जा रही थी।
बेड के पास जलाई थी कॉइल
शुरुआती जांच में पता चला है कि एक महिला बेड के पास मच्छर मारने की कॉइल जलाकर सो गई। इससे बेड के गद्दे में आग लगी, जो फैल गई। महिला बच गई, लेकिन आग से ऊपरी तीन मंजिलों पर काफी धुआं भर गया। वहां सो रहे लोगों का दम घुट गया। सात को अचेत तो चार को झुलसी हालत में जग प्रवेश चंद अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने हमजा (2), मोहम्मद जैदुन (47), दानिश (26), फजलू (50), दीपालु (36), महिला नसीम (28) को मृत करार दिया। अजमत (38), उनकी बेटी सोनी (15), जाइरूल (50), रहमान (40), ताजुद्दीन (38) का इलाज चल रहा है। बच्चे को छोड़ बाकी सभी मृतक किरायेदार थे। शास्त्री पार्क पुलिस केस दर्ज कर जांच कर रही है।
शास्त्री पार्क स्थित 100 गज के मकान में रहता था परिवार
पुलिस के मुताबिक, असगर परिवार के साथ शास्त्री पार्क स्थित 100 गज के मकान में रहते हैं। दो भाई अन्ना और अकबर ग्राउंड फ्लोर पर अपने परिवारों के साथ रहते हैं। फर्स्ट फ्लोर पर अजमत और दो किरायेदार, दूसरी मंजिल पर असगर और चार कमरों में किराएदार रहते हैं। तीसरी मंजिल पर भी चार कमरों में किरायेदार हैं। रमजान का महीना होने से शुक्रवार तड़के मकान में सभी लोग सहरी कर अपने-अपने कमरों में सो गए थे। अन्ना एक केस में जेल में है। इसकी पत्नी शुमाइला अपने डेढ़ साल के बेटे के साथ कमरे में थीं।
सुबह मच्छर भगाने के लिए जलाई थी कॉइल
शुमाइला ने सुबह करीब 6 बजे मच्छरों से परेशान होकर कॉइल जलाकर बेड के पास रख ली और सो गईं। धुएं से दम घुटने लगा तो उनकी आंख खुली। देखा गद्दे में आग लगी हुई है। बराबर वाले कमरे में सो रहे जेठ अकबर को आवाज देकर उठाया। देखते ही देखते आग भड़क उठी। शुमाइला अपने बेटे को लेकर घर से बाहर निकल गई। कमरे में आग फैलती चली गई, जिसका धुआं सीढ़ियों से ऊपरी मंजिलों पर फैल गया। वहां सो रहे लोगों का दम घुटने लगा। फायर ब्रिगेड की तीन गाड़ियां भी मौके पर आईं, जिन्होंने आग बुझाई।
शास्त्री पार्क में हादसे की कॉल शुक्रवार सुबह 9 बजे मिली थी। पुलिस मौके पर पहुंची और अचेत हालत में लोगों को अस्पताल में भर्ती करवाया। छह लोगों को मृत घोषित कर दिया गया। सीएफएसएल की टीम ने घर से सैंपल उठाए हैं। सभी शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है। शुरुआती जांच में मौत की वजह दम घुटना माना जा रहा है।
डॉ. जॉय टिर्की, डीसीपी (नॉर्थ ईस्ट)
कोई मदद भी नहीं मांग सका
सूत्रों ने बताया कि दो साल के हमजा के माता-पिता इसी मकान में दूसरी जगह सो रहे थे। वह पूरी तरह स्वस्थ हैं। बिल्डिंग में कई लोग सो रहे थे। उन्हें भी कोई नुकसान नहीं हुआ। बस उसी कमरे में सो रहे लोग हादसे का शिकार हुए हैं। वह इस कदर बेसुध हो गए थे कि मदद के लिए गुहार लगाना तो दूर, किसी ने कोई आहट भी नहीं की, जिससे बाहर सो रहे लोगों को कुछ पता चल पाता।