मंत्री सिलावट ने पेयजल व्यवस्था की समीक्षा की: अधिकारियों से बोले- आम नागरिकों की पेयजल शिकायतों का त्वरित निराकरण करें – Indore News h3>
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए पेयजल व्यवस्था हर हाल में सुचारू बनाए रखने के निर्देश दिए हैं। ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित की जाए जिससे किसी भी नागरिक को पेयजल की समस्या ना हो और इधर-उधर भटकना नहीं पड़े।
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मंत्री सिलावट ने शुक्रवार को रेसीडेंसी में संबंधित विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर सांवेर विधानसभा क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था की समीक्षा की। मंत्री सिलावट ने सांवेर विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण और नगरीय क्षेत्र की पेयजल व्यवस्था के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि पेयजल व्यवस्था की सतत निगरानी रखी जाए। पेयजल संबंधी आम नागरिकों की शिकायतों का त्वरित निराकरण किया जाए।
सिलावट ने बैठक में कहा कि नर्मदा जल प्रदाय योजना और प्रधानमंत्री नल जल योजना का प्रभावी क्रियान्वयन हो। जहां यह योजनाएं नहीं हैं, वहां जल प्रदाय पर विशेष ध्यान दिया जाए। जरूरत होने पर टैंकरों के माध्यम से पर्याप्त पेयजल उपलब्ध कराएं। जरूरत होने पर नए बोरिंग भी कराए जाएं। टंकियों की व्यवस्था की जाए। गौशालाओं सहित अन्य स्थानों पर पशुओं के पेयजल के लिए भी विशेष प्रबंध किए जाएं।
उन्होंने कहा कि विधानसभा क्षेत्र सांवेर के जोन क्रमांक 17 के वार्ड क्रमांक 18 एवं 19 के अंतर्गत आने वाले नर्मदा जल प्रदाय विहीन क्षेत्र भंवरासला, रेवती, बरदारी एवं कुमेड़ी में पेयजल की समस्या के निराकरण हेतु 20 हजार लीटर क्षमता की टंकी में स्टैंड की व्यवस्था की जाए। प्रत्येक गांव में प्रतिदिन टैंकरों के माध्यम से पेयजल प्रदाय करें। जोन क्रमांक 22 के वार्ड क्रमांक 35 के अंतर्गत आने वाले नर्मदा विहीन क्षेत्र केलोद हाला, फोनिक्स टाउनशिप, लसूडिया मोरी, बजरंग नगर कांकड़, टूटी बिल्डिंग, मोटी बाई वाला कांकड़, शक्करखेड़ी, भानगढ़, बजरंग नगर तोड़ा, स्वामी विवेकानंद नगर, सिंगापुर कॉलोनी, पंचवटी एवं कैलाश कुटी में पेयजल संकट को दृष्टिगत रखते हुए 10 नलकूप खनन करें एवं टैंकर से पेयजल प्रदाय करें।
रेसीडेंसी में अधिकारियों की बैठक लेकर जरूरी निर्देश देते जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट।
ग्रामीण क्षेत्र में भी हो पर्याप्त पेयजल व्यवस्था
जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट द्वारा बैठक में कहा गया कि सांवेर विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों के सम्पूर्ण मजरे-टोले, स्कूलों, आंगनवाड़ी, पंचायत भवनों, सामुदायिक भवनों, स्वास्थ्य केंद्रों पर जल की नियमित आपूर्ति और अनुसूचित जाति-जनजाति बहुल क्षेत्रों में पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाये, साथ ही नवीन हैंडपंप के प्लेटफार्म एवं पुराने की मरम्मत की जाए। मंत्री जी ने कहा कि जिन क्षेत्रों में बोरिंग बंद हैं, उन्हें जल्द सुधारे एवं जिस बोरिंग की मोटर खराब है, उन्हें दुरुस्त किए जाए। गौशालाओं में पशुओं के लिए पानी की व्यवस्था की जाए। मांगलिया गाँव में पेयजल व्यवस्था के लिए नई कार्ययोजना बनाकर तुरंत पेयजल मुहैया करायें। नल-जल योजना अन्तर्गत समस्त पेयजल टंकियों से पेयजल उपलब्ध कराने के लिए कार्यवाही करने के निर्देश भी दिये।