भोपाल में डॉक्टर को कुचलने वाला बस ड्राइवर पकड़ाया: बैरसिया के गांव में छिपा था, 5 बिंदुओं पर पूछताछ में जुटी पुलिस – Bhopal News

31
भोपाल में डॉक्टर को कुचलने वाला बस ड्राइवर पकड़ाया:  बैरसिया के गांव में छिपा था, 5 बिंदुओं पर पूछताछ में जुटी पुलिस – Bhopal News
Advertising
Advertising

भोपाल में डॉक्टर को कुचलने वाला बस ड्राइवर पकड़ाया: बैरसिया के गांव में छिपा था, 5 बिंदुओं पर पूछताछ में जुटी पुलिस – Bhopal News

बस ने 8 वाहनों को टक्कर मारी। डॉ. आयशा स्कूटी से घर लौट रही थी।

Advertising

भोपाल के बाणगंगा में 12 मई को आईपीएस स्कूल की बस से डॉक्टर आयशा को कुचलने वाले ड्रायवर विशाल बैरागी को टीटी नगर पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वह बैरसिया के एक गांव में छिपा था। पुलिस आरोपी को भोपाल ले आई है।

.

Advertising

उससे पूछताछ के बाद साफ होगा कि हादसा कैसे हुआ? क्या हादसे के समय उसने शराब पी रखी थी?

बता दें, पुलिस की दो टीमें बीते दो दिनों से लगातार उसकी तलाश में जुटी थी।

इन पांच बिंदुओं पर होगी आरोपी से पूछताछ

  • पुलिस आरोपी विशाल बैरागी से हादसे के समय नशे में धुत्त होकर बस चलाने को लेकर पूछताछ करेगी।
  • उसके पास मौजूद लाइसेंस की तस्दीक की जाएगी, यदि हैवी लाइसेंस के बगैर बस चला रहा था तो धाराओं में इजाफा होगा।
  • उससे पूछताछ की जाएगी कि हादसे के समय क्या वाकई में बस के ब्रेक फेल हुए थे।
  • यदि उसे पूर्व से ही बस चलाने का एक्सपीरियंस नहीं था तो उसे बस किसने चलाने को दी।
  • हादसे के समय वह कहां से चला और कहां जा रहा था।
Advertising

अगले महीने आयशा की शादी थी और कार्ड भी छप चुके थे।

फर्जी दस्तावेजों से बचने की कोशिश टीटी नगर थाना प्रभारी सुधीर अरजरिया ने बताया कि इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की बस से हुए हादसे के बाद जब जांच शुरू हुई तो दस्तावेज खंगाले गए। इस दौरान पाया गया कि दुर्घटना के तुरंत बाद, बैकडेट में दस्तावेज तैयार किए गए। इसमें प्रवेश नागर को क्रेता और प्रदीप पांडे को विक्रेता दर्शाया गया। यह संभावना है कि दस्तावेजों में दी गई तारीख हादसे के बाद ही बनाई गई है।

पुलिस ने इसे दस्तावेजी फर्जीवाड़ा मानते हुए दोनों पर IPC की संबंधित धाराओं में प्रकरण दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, हादसे के मुख्य आरोपी बस ड्राइवर विशाल बैरागी फिलहाल फरार है।

Advertising

फिटनेस और बीमा दोनों थे एक्सपायर, RTO सस्पेंड जांच में यह भी सामने आया कि हादसे में शामिल स्कूल बस का फिटनेस नवंबर 2024 में ही खत्म हो चुका था और बीमा भी नवीनीकृत नहीं था। बस सड़क पर अवैध रूप से दौड़ाई जा रही थी। इस लापरवाही को गंभीर मानते हुए संभागायुक्त संदीप सिंह ने भोपाल आरटीओ जितेंद्र शर्मा को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया था।

मामले से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें… डॉक्टर की मौत के बाद बस मालिक का फर्जीवाड़ा

डॉक्टर आयशा की मेकअप किट और सैंडल एक पार्सल डिलीवरी बॉय लेकर आया था।

भोपाल में बाणगंगा चौराहे पर सोमवार को हुए बस हादसे के बाद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल की सोसाइटी ने जांच से बचने के लिए एक दिन पहले की तारीख में डॉक्यूमेंट बनवा लिए। पुलिस की जांच में यह फर्जीवाड़ा सामने आया। इसके बाद दो लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पूरी खबर यहां पढ़ें…

मध्यप्रदेश की और खबर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे – Madhya Pradesh News

Advertising