भारत-पाकिस्तान की ताकत-कमजोरी, X-फैक्टर और खतरा, महामुकाबले की महा एनालिसिस h3>
भारत-पाकिस्तान की मजबूती
भारत की मजबूती उसकी बल्लेबाजी है। टॉप ऑर्डर से लेकर मिडल ऑर्डर तक हर बल्लेबाज अपने आप में नायाब है। अनुभव और कौशल की कहीं कोई कमी नहीं है। रोहित शर्मा, शुभमान गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, हार्दिक पंड्या, ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव ऐसे बल्लेबाज हैं, जो लगातार चमत्कारिक पारियां खेलने की काबिलियत रखते हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान का सबसे मजबूत स्तंभ बाबर आजम हैं। वह टीम की धुरी हैं और एंकर पारी खेलने में माहिर हैं। टूर्नामेंट के पहले ही मैच में शतक के साथ उन्होंने बता दिया है कि वह पूरी लय में हैं। उनके अलावा हमेशा की ही तरह बोलिंग यूनिट दमदार है। शाहीन शाह, नसीम शाह और हारिस रऊफ की पेस तिकड़ी किसी भी बल्लेबाजी लाइनअप के लिए खतरा साबित हो सकती है।
भारत-पाकिस्तान की कमजोरी
चोट से उबरकर टीम में वापसी कर रहे श्रेयस अय्यर सीधे इस बड़े मुकाबले में उतरेंगे। उनके पास मैच प्रैक्टिस की कमी है और यह बात विपक्षी भी अच्छी तरह जानते हैं। इसके अलावा रोहित और विराट ने भी पिछले कुछ समय से वनडे मुकाबला नहीं खेला है। मैच प्रैक्टिस की कमी इस मेगा मैच में टीम इंडिया को परेशान कर सकती है। पाकिस्तान की कमजोरी भी बाबर आजम पर जरूरत से ज्यादा आश्रित होना है। यह बात कभी भी उनके खिलाफ जा सकती है। बाबर के फ्लॉप होने पर टीम के भी फ्लॉप होने का खतरा मंडराने लगता है। टीम के ओपनर्स पहले मैच में नेपाल जैसी कमजोर टीम के खिलाफ नहीं चले थे और भारतीय अटैक के खिलाफ यह जोड़ी अतिरिक्त दबाव के साथ उतरेगी।
भारत-पाकिस्तान के X-फैक्टर
पाकिस्तान के खिलाफ मैच हो तो फिर वहां विराट कोहली के अलावा कोई दूसरा टीम का X-फैक्टर नहीं हो सकता। इन दो टीमों की पिछली टक्कर टी20 वर्ल्ड कप में हुई थी जहां विराट ने अकेले दम पर हारी बाजी पलट दी थी। अंतिम ओवर्स में विराट के उन दो दर्शनीय छक्कों का दबाव पाकिस्तानी टीम इस मैच में भी महसूस करेगी। पाकिस्तान के युवा गेंदबाज नसीम शाह टीम के लिए X-फैक्टर साबित हो सकते हैं। नसीम ने एशिया कप के पिछले एडिशन में डेब्यू करते हुए अपनी शानदार गेंदबाजी से चौंकाया था। वह तब से अच्छी लय में हैं। टीम के पेसर्स में सबसे युवा नसीम ने अभी तक 11 वनडे में 19.46 के शानदार ऐवरेज से 15 विकेट लिए हैं और उनकी इकॉनमी भी महज 4.78 की रही है।
भारत-पाकिस्तान के लिए खतरा
टीम के कॉम्बिनेशन को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। थिंक टैंक अगर मानता है कि कोई भी प्लेयर कभी, कभी भी, किसी भी पोजिशन पर खेलकर टीम को जीत दिला सकता है तो इससे अच्छी बात कोई और नहीं हो सकती। हालांकि, यदि ऐसा नहीं हुआ तो फिर टीम को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। दूसरी ओर एशिया कप में पाकिस्तान के हार का प्रतिशत 40 है। यह इस टूर्नामेंट की अन्य दो बड़ी टीमों भारत (32.65) और श्रीलंका (32.00) के मुकाबले कहीं ज्यादा है। इसके अलावा टीम के पास वनडे इस वनडे वर्ल्ड कप चक्र में उसने सिर्फ 32 मैच ही खेले हैं, जो एक तरह से बहुत कम हैं। वनडे मैचों की कमी टीम के खिलाफ जा सकती है।
भारत-पाकिस्तान की मजबूती
भारत की मजबूती उसकी बल्लेबाजी है। टॉप ऑर्डर से लेकर मिडल ऑर्डर तक हर बल्लेबाज अपने आप में नायाब है। अनुभव और कौशल की कहीं कोई कमी नहीं है। रोहित शर्मा, शुभमान गिल, विराट कोहली, श्रेयस अय्यर, हार्दिक पंड्या, ईशान किशन और सूर्यकुमार यादव ऐसे बल्लेबाज हैं, जो लगातार चमत्कारिक पारियां खेलने की काबिलियत रखते हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान का सबसे मजबूत स्तंभ बाबर आजम हैं। वह टीम की धुरी हैं और एंकर पारी खेलने में माहिर हैं। टूर्नामेंट के पहले ही मैच में शतक के साथ उन्होंने बता दिया है कि वह पूरी लय में हैं। उनके अलावा हमेशा की ही तरह बोलिंग यूनिट दमदार है। शाहीन शाह, नसीम शाह और हारिस रऊफ की पेस तिकड़ी किसी भी बल्लेबाजी लाइनअप के लिए खतरा साबित हो सकती है।
भारत-पाकिस्तान की कमजोरी
चोट से उबरकर टीम में वापसी कर रहे श्रेयस अय्यर सीधे इस बड़े मुकाबले में उतरेंगे। उनके पास मैच प्रैक्टिस की कमी है और यह बात विपक्षी भी अच्छी तरह जानते हैं। इसके अलावा रोहित और विराट ने भी पिछले कुछ समय से वनडे मुकाबला नहीं खेला है। मैच प्रैक्टिस की कमी इस मेगा मैच में टीम इंडिया को परेशान कर सकती है। पाकिस्तान की कमजोरी भी बाबर आजम पर जरूरत से ज्यादा आश्रित होना है। यह बात कभी भी उनके खिलाफ जा सकती है। बाबर के फ्लॉप होने पर टीम के भी फ्लॉप होने का खतरा मंडराने लगता है। टीम के ओपनर्स पहले मैच में नेपाल जैसी कमजोर टीम के खिलाफ नहीं चले थे और भारतीय अटैक के खिलाफ यह जोड़ी अतिरिक्त दबाव के साथ उतरेगी।
भारत-पाकिस्तान के X-फैक्टर
पाकिस्तान के खिलाफ मैच हो तो फिर वहां विराट कोहली के अलावा कोई दूसरा टीम का X-फैक्टर नहीं हो सकता। इन दो टीमों की पिछली टक्कर टी20 वर्ल्ड कप में हुई थी जहां विराट ने अकेले दम पर हारी बाजी पलट दी थी। अंतिम ओवर्स में विराट के उन दो दर्शनीय छक्कों का दबाव पाकिस्तानी टीम इस मैच में भी महसूस करेगी। पाकिस्तान के युवा गेंदबाज नसीम शाह टीम के लिए X-फैक्टर साबित हो सकते हैं। नसीम ने एशिया कप के पिछले एडिशन में डेब्यू करते हुए अपनी शानदार गेंदबाजी से चौंकाया था। वह तब से अच्छी लय में हैं। टीम के पेसर्स में सबसे युवा नसीम ने अभी तक 11 वनडे में 19.46 के शानदार ऐवरेज से 15 विकेट लिए हैं और उनकी इकॉनमी भी महज 4.78 की रही है।
भारत-पाकिस्तान के लिए खतरा
टीम के कॉम्बिनेशन को लेकर कुछ भी स्पष्ट नहीं है। थिंक टैंक अगर मानता है कि कोई भी प्लेयर कभी, कभी भी, किसी भी पोजिशन पर खेलकर टीम को जीत दिला सकता है तो इससे अच्छी बात कोई और नहीं हो सकती। हालांकि, यदि ऐसा नहीं हुआ तो फिर टीम को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है। दूसरी ओर एशिया कप में पाकिस्तान के हार का प्रतिशत 40 है। यह इस टूर्नामेंट की अन्य दो बड़ी टीमों भारत (32.65) और श्रीलंका (32.00) के मुकाबले कहीं ज्यादा है। इसके अलावा टीम के पास वनडे इस वनडे वर्ल्ड कप चक्र में उसने सिर्फ 32 मैच ही खेले हैं, जो एक तरह से बहुत कम हैं। वनडे मैचों की कमी टीम के खिलाफ जा सकती है।