भले जमानत जब्त हो जाती, लोकसभा किशनगंज से लड़ना चाहते थे गिरिराज; बेगूसराय में क्या दिक्कत?

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भले जमानत जब्त हो जाती, लोकसभा किशनगंज से लड़ना चाहते थे गिरिराज; बेगूसराय में क्या दिक्कत?
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भले जमानत जब्त हो जाती, लोकसभा किशनगंज से लड़ना चाहते थे गिरिराज; बेगूसराय में क्या दिक्कत?

मुजफ्फरपुर में नवरात्रि के फलाहार कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि उनकी इच्छा किशनगंज से चुनाव लड़ने की थी। फिर भले ही उनकी जमानत जब्त हो जाती। किशनगंज में हिंदू बनकर चुनाव लड़ना चाहते थे।

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केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने मुजफ्फरपुर में नवरात्रि के मौके पर फलाहार के कार्यक्रम के खुले मंच से हिंदुओं को एकजुट होने की अपील की। इस दौरान वो काफी भावुक भी नजर आए। गिरिराज ने कहा कि किस से कहूं, मैं भी आजतक हिंदू नहीं बन सका हूं। मैं भी जाति विशेष बहुल इलाके से ही चुनाव लड़ता हूं, लेकिन मेरी इच्छा यही थी कि मैं किशनगंज से चुनाव लड़ता, भले ही मेरी जमानत जब्त हो जाती।

उन्होने कहा कि मैं हिंदू बनकर चुनाव लड़ना चाहता हूं, जिसे पूरा देश और दुनिया देखती। यही प्रार्थना करने के लिए मैंने आरती की शुरुआत पटना में 2015 से की थी।आपको बता दें बेगूसराय लोकसभा सीट से गिरिराज सिंह ने सीपीआई के अवधेश राय को 81480 वोटों से शिकस्त दी थी।

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केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों से भूल यही हुई कि उन्‍होंने सत्ता के लिए देश के टुकड़े किए और मुसलमानों के लिए पाकिस्तान बनाया। हिंदुओं के लिए हिंदुस्तान बनाया। अगर सारे मुसलमान पाकिस्तान चले गए होते, तो आज हमारी बेटियां लव जिहाद में नहीं फंसती, दुर्गा मंदिरों के बाहर हंगामा नहीं होता। रामनवमी पर कोई पत्थर नहीं फेंकता। कोई हनुमान जयंती पर पत्थर नहीं चलाता। हिंदुओं ने कभी ताजिया जुलूस के दौरान कभी पत्थर नहीं फेंका।

ये भी पढ़े:बिहार में हिन्दुओं को एकजुट करेंगे गिरिराज, 18 अक्टूबर से हिंदू स्वाभिमान यात्रा

केंद्रीय मंत्री और बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह ने मुजफ्फरपुर में नवरात्रि के मौके पर फलाहार के कार्यक्रम के खुले मंच से हिंदुओं को एकजुट होने की अपील की। इस दौरान वो काफी भावुक भी नजर आए। गिरिराज ने कहा कि किस से कहूं, मैं भी आजतक हिंदू नहीं बन सका हूं। मैं भी जाति विशेष बहुल इलाके से ही चुनाव लड़ता हूं, लेकिन मेरी इच्छा यही थी कि मैं किशनगंज से चुनाव लड़ता, भले ही मेरी जमानत जब्त हो जाती, लेकिन मैं हिंदू बनकर चुनाव लड़ना चाहता हूं, जिसे पूरा देश और दुनिया देखती। यही प्रार्थना करने के लिए मैंने आरती की शुरुआत पटना में 2015 से की थी।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारे पूर्वजों से भूल यही हुई कि उन्‍होंने सत्ता के लिए देश के टुकड़े किए और मुसलमानों के लिए पाकिस्तान बनाया। हिंदुओं के लिए हिंदुस्तान बनाया। अगर सारे मुसलमान पाकिस्तान चले गए होते, तो आज हमारी बेटी लव जिहाद में नहीं फंसती, हमारे दुर्गा मंदिरों के बाहर हंगामा नहीं होता। रामनवमी पर कोई उन पर पत्थर नहीं फेंकता। कोई हनुमान जयंती के अवसर पर पत्थर नहीं चलाता। आज भी हिंदुओं ने ताजिया जुलूस के दौरान कभी पत्थर नहीं फेंका।

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गिरिराज सिंह ने कहा कि मैं यही पूछना चाहता हूं कि हिंदुस्तान पाकिस्तान के बीच क्रिकेट होता है। और हम जीत जाते हैं, जीत की खुशी में पटाखा छोड़ते हैं। तो मुजफ्फरपुर के गुदड़ी चौक पर पत्थर क्‍यों मारा जाता है? उन्होने कहा कि हम जातियों और गोत्रों में बंटे हुए हैं। आज मैं हिंदुओं को खोजने निकलता हूं तो हिंदू, जाति और गोत्रों में बंटे हुए मिलते हैं। मैं उन्‍हीं हिंदुओं को जोड़ना चाहता हूं।

आपको बता दें 18 अक्टूबर से गिरिराज सिंह हिंदू स्वाभिमान यात्रा निकाल रहे हैं। जिसका उद्देश्य बिहार में हिंदुओं को एकजुट करना है। जिसकी शुरूआत भागलपुर से होगी। यात्रा किशनगंज में खत्म होगी।

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