भय के साये में काम कर रहे बैंक कर्मी, निहत्थे चौकीदारों के भरोसे है बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था
Hindi News बिहार बेगूसरायभय के साये में काम कर रहे बैंक कर्मी, निहत्थे चौकीदारों के भरोसे है बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था
खोदावंदपुर, निज संवाददाता। बैंकों में लूट की घटना प्रायः होती रहती है। अपराधी लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। पुलिस लाठी पिटती रह जाती है। इन घटनाओं से बैंक का शीर्ष प्रबंधन कोई सीख नहीं…
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायThu, 21 Mar 2024 08:00 PM
ऐप पर पढ़ें
खोदावंदपुर, निज संवाददाता। बैंकों में लूट की घटना प्रायः होती रहती है। अपराधी लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। पुलिस लाठी पिटती रह जाती है। इन घटनाओं से बैंक का शीर्ष प्रबंधन कोई सीख नहीं लेता। बैंक की शाखाओं में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते जिससे अपराधियों के मनोबल में कमी नहीं आती। सुरक्षा की उचित व्यवस्था नहीं होने से बैंकों में ग्राहकों की जान हमेशा सांसत में रहती है। खोदावंदपुर में बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है।
बताते चलें कि खोदावंदपुर प्रखंड में निहत्थे चौकीदारों के भरोसे विभिन्न बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था है। स्थानीय पुलिस के अधिकारी दिन में एक बार बैंकों में जाकर अपनी ड्यूटी बजाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। प्रखंड क्षेत्र में एसबीआई चलकी शाखा, यूको बैंक खोदावंदपुर शाखा, बैंक ऑफ बड़ौदा बाड़ा शाखा, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक खोदावंदपुर शाखा, यूको बैंक खोदावंदपुर शाखा व सहकारिता बैंक खोदावंदपुर कार्यरत है। इसके अलावा खोदावंदपुर प्रखंड मुख्यालय में यूको बैंक की व दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक सीएसपी सन्चालित है। बाड़ा पंचायत अंतर्गत मिर्जापुर चौक के समीप बैंक ऑफ बड़ौदा की तथा दौलतपुर पंचायत अंतर्गत चलकी चौक के समीप यूको बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र संचालित है। इसके अतिरिक्त विभिन्न पंचायतों में विभिन्न बैंकों से जुड़े कई ग्राहक सेवा केंद्र चलाए जा रहे हैं। एक मात्र बैंक ऑफ बड़ौदा बाड़ा शाखा में निजी सुरक्षा गार्ड है। इसको छोड़ किसी भी अन्य बैंक शाखाओं में सशस्त्र सुरक्षा गार्ड नहीं है। इन बैंक शाखाओं में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निहत्थे चौकीदारों की ड्यूटी लगाई गई है जिसे किसी भी दृष्टि से पर्याप्त नहीं कहा जा सकता। बैंकों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं रहने से खतरे की प्रबल संभावना बनी रहती है। बैंक कर्मियों का कहना है कि सशस्त्र सुरक्षा गार्ड नहीं रहने से उनलोगों को भय के साये में काम करना पड़ता है। शीर्ष प्रबंधन से बैंकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग की जाती रही है परन्तु इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
खोदावंदपुर, निज संवाददाता। बैंकों में लूट की घटना प्रायः होती रहती है। अपराधी लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। पुलिस लाठी पिटती रह जाती है। इन घटनाओं से बैंक का शीर्ष प्रबंधन कोई सीख नहीं…
हिन्दुस्तान टीम,बेगुसरायThu, 21 Mar 2024 08:00 PM
ऐप पर पढ़ें
खोदावंदपुर, निज संवाददाता। बैंकों में लूट की घटना प्रायः होती रहती है। अपराधी लूट की घटना को अंजाम देकर फरार हो जाते हैं। पुलिस लाठी पिटती रह जाती है। इन घटनाओं से बैंक का शीर्ष प्रबंधन कोई सीख नहीं लेता। बैंक की शाखाओं में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम नहीं किए जाते जिससे अपराधियों के मनोबल में कमी नहीं आती। सुरक्षा की उचित व्यवस्था नहीं होने से बैंकों में ग्राहकों की जान हमेशा सांसत में रहती है। खोदावंदपुर में बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था भगवान भरोसे है।
बताते चलें कि खोदावंदपुर प्रखंड में निहत्थे चौकीदारों के भरोसे विभिन्न बैंकों की सुरक्षा व्यवस्था है। स्थानीय पुलिस के अधिकारी दिन में एक बार बैंकों में जाकर अपनी ड्यूटी बजाकर अपने कर्तव्य की इतिश्री कर लेते हैं। प्रखंड क्षेत्र में एसबीआई चलकी शाखा, यूको बैंक खोदावंदपुर शाखा, बैंक ऑफ बड़ौदा बाड़ा शाखा, दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक खोदावंदपुर शाखा, यूको बैंक खोदावंदपुर शाखा व सहकारिता बैंक खोदावंदपुर कार्यरत है। इसके अलावा खोदावंदपुर प्रखंड मुख्यालय में यूको बैंक की व दक्षिण बिहार ग्रामीण बैंक सीएसपी सन्चालित है। बाड़ा पंचायत अंतर्गत मिर्जापुर चौक के समीप बैंक ऑफ बड़ौदा की तथा दौलतपुर पंचायत अंतर्गत चलकी चौक के समीप यूको बैंक का ग्राहक सेवा केंद्र संचालित है। इसके अतिरिक्त विभिन्न पंचायतों में विभिन्न बैंकों से जुड़े कई ग्राहक सेवा केंद्र चलाए जा रहे हैं। एक मात्र बैंक ऑफ बड़ौदा बाड़ा शाखा में निजी सुरक्षा गार्ड है। इसको छोड़ किसी भी अन्य बैंक शाखाओं में सशस्त्र सुरक्षा गार्ड नहीं है। इन बैंक शाखाओं में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर निहत्थे चौकीदारों की ड्यूटी लगाई गई है जिसे किसी भी दृष्टि से पर्याप्त नहीं कहा जा सकता। बैंकों में सुरक्षा के व्यापक प्रबंध नहीं रहने से खतरे की प्रबल संभावना बनी रहती है। बैंक कर्मियों का कहना है कि सशस्त्र सुरक्षा गार्ड नहीं रहने से उनलोगों को भय के साये में काम करना पड़ता है। शीर्ष प्रबंधन से बैंकों में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम की मांग की जाती रही है परन्तु इस ओर ध्यान नहीं दिया जाता।
यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।