बुलेट हूं मैं, झुकूंगा नहीं बल्कि फायर करूंगा… उद्धव ठाकरे के बेकार गृहमंत्री बताने पर फडणवीस का पलटवार
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को एक बेकार गृहमंत्री मिला है। एक असहाय और चाटुकार व्यक्ति यहां गृहमंत्री है। जब उनकी अपनी ही पार्टी के लोगों पर ‘मिंधे’ (ठाकरे की पार्टी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए यह शब्द प्रयोग करती है) गुट द्वारा हमला किया गया तब वह कदम उठाने के लिए तैयार नहीं थे। ठाकरे ने कहा कि क्या उन्हें (शिंदे को) मुख्यमंत्री कहा जाना चाहिए या गुंडा मंत्री कहा जाना चाहिए? मैं यह नहीं कह रहा हूं, लेकिन लोग फैसला करेंगे। जब वे अपने मंत्रिमंडल का विस्तार करें तो उन्हें गुंडा विभाग का एक प्रभारी मंत्री रखना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गृहमंत्री को तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिए। उन्होंने शिवसेना (यूबीटी) कार्यकर्ताओं पर हमला करने वालों के खिलाफ कथित रूप से कार्रवाई नहीं करने को लेकर ठाणे के पुलिस आयुक्त को भी ‘बेकार’ करार दिया। ठाकरे ने कहा कि शिवसैनिक और आम लोग ठाणे से बीजेपी-शिवसेना गठजोड़ को उखाड़ फेंकने में सक्षम हैं।
नागपुर में फडणवीस ने कहा कि ठाकरे एक कमजोर मुख्यमंत्री थे जो जेल भेजे गये अपने दो मंत्रियों को इस्तीफा देने के लिए कह नहीं पाये। उनका इशारा अनिल देशमुख और नवाब मलिक की ओर था। दोनों एनसीपी नेता हैं। उन्होंने कहा कि मैं उसी भाषा में उन्हें (ठाकरे को) जवाब दे सकता हूं लेकिन मैं उस तरह की भाषा का इस्तेमाल नहीं करूंगा। उद्धव ठाकरे हताश हैं। वह ढाई साल तक मुख्यमंत्री रहे, लेकिन अपने निवास के बाहर कभी नहीं आये। उन्होंने घर से ही अपना सारा काम किया एवं वह लोगों के बीच नहीं गये। लोग इसके बारे में जानते हैं।
वरिष्ठ बीजेपी नेता फडणवीस ने कहा कि ठाकरे इतने कमजोर थे कि वह उन दो मंत्रियों को इस्तीफा देने के लिए कह नहीं पाये जिन्हें जेल हुई थी क्योंकि उन्हें अपना पद चले जाने का डर था। शिवसेना (अविभाजित), राकांपा और कांग्रेस के साथ मिलकर महा विकास आघाड़ी (एमवीए) बनाने के बाद नवंबर 2019 में ठाकरे मुख्यमंत्री बने थे और यह सरकार जून 2022 में गिर गयी थी।