बुंदेलखंड में नोएडा जैसा औद्योगिक शहर: बीडा ने 385 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया, रोजगार की उम्मीद | Noida in Bundelkhand 385 hectares employment expected | News 4 Social h3>
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
जमीन अधिग्रहण की शुरुआत ग्राम सारमऊ से 8 फरवरी को हुई थी। इसके बाद अंबावाय, राजापुर, ढिकौली, बैदोरा और किल्चवारा खुर्द में भी जमीन अधिग्रहित की जाने लगी थी। दो महीने के भीतर 385 हेक्टेयर जमीन बीडा के नाम हो चुकी है।
अगले चरण में
सब रजिस्ट्रार सुभाष चंद्र ने बताया कि ग्राम गेवरा, मठ और रमपुरा में भी जमीन का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस सप्ताह इन तीनों गांवों की जमीनों की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।
बीडा यूपी सरकार द्वारा स्थापित एक नया औद्योगिक प्राधिकरण
बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित एक नया औद्योगिक प्राधिकरण है। यह नोएडा की तर्ज पर बुंदेलखंड क्षेत्र में एक आधुनिक औद्योगिक शहर विकसित करने के लिए स्थापित किया गया है।
रोजगार के अवसरों का सृजन करना
बीडा का मुख्य उद्देश्य बुंदेलखंड क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसरों का सृजन करना है। बीडा 33 गांवों में 14,225 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित करेगा, और इस भूमि का उपयोग विभिन्न उद्योगों को स्थापित करने के लिए किया जाएगा।
जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया
जमीन अधिग्रहण की शुरुआत ग्राम सारमऊ से 8 फरवरी को हुई थी। इसके बाद अंबावाय, राजापुर, ढिकौली, बैदोरा और किल्चवारा खुर्द में भी जमीन अधिग्रहित की जाने लगी थी। दो महीने के भीतर 385 हेक्टेयर जमीन बीडा के नाम हो चुकी है।
अगले चरण में
सब रजिस्ट्रार सुभाष चंद्र ने बताया कि ग्राम गेवरा, मठ और रमपुरा में भी जमीन का मूल्यांकन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इस सप्ताह इन तीनों गांवों की जमीनों की खरीद-बिक्री की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी।
बीडा यूपी सरकार द्वारा स्थापित एक नया औद्योगिक प्राधिकरण
बुंदेलखंड औद्योगिक विकास प्राधिकरण (बीडा) उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा स्थापित एक नया औद्योगिक प्राधिकरण है। यह नोएडा की तर्ज पर बुंदेलखंड क्षेत्र में एक आधुनिक औद्योगिक शहर विकसित करने के लिए स्थापित किया गया है।
रोजगार के अवसरों का सृजन करना
बीडा का मुख्य उद्देश्य बुंदेलखंड क्षेत्र में औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना और रोजगार के अवसरों का सृजन करना है। बीडा 33 गांवों में 14,225 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहित करेगा, और इस भूमि का उपयोग विभिन्न उद्योगों को स्थापित करने के लिए किया जाएगा।