बीजेपी के साथ सरकार बनाने के लिए राजी हो गए थे शरद पवार लेकिन…4 साल बाद क्यों ये दावा कर रहे देवेंद्र फडणवीस
मुंबई: देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को शरद पवार पर दोहरा खेल खेलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि 2019 में पहले बीजेपी-एनसीपी सरकार बनाने के लिए हामी भरी थी। सहमति के 3-4 दिनों के बाद वह पीछे हट गए। इस तरह अजीत पवार उप मुख्यमंत्री बनने से चूक गए और उनके पास कोई विकल्प नहीं बचा। फडणवीस ने यह भी कहा कि जब पिछले साल उनसे एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार में डिप्टी सीएम के रूप में शामिल होने के लिए कहा गया था तो यह उनके लिए आश्चर्यजनक था। देवेंद्र फडणवीस ने शरद पवार पर डबल क्रॉस करने का आरोप लगाते हुए पीठ में छुरा घोंपने की बात कही।
अजीत पवार के साथ शपथ ग्रहण पर फडणवीस ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे ने 2019 में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के साथ चर्चा शुरू की और जैसे-जैसे उनकी बातचीत आगे बढ़ी, एनसीपी के कुछ लोगों ने बीजेपी से संपर्क किया। उन्होंने दावा किया उन्हें कहा गया कि एनसीपी, बीजेपी के साथ जाने और एक स्थिर सरकार बनाने को तैयार है।
‘अजित पवार के पास नहीं था विकल्प’
एक चैनल को दिए इंटरव्यू में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘शरद पवार के साथ एक बैठक हुई जहां यह निर्णय लिया गया कि सरकार बनाई जाएगी और कार्यप्रणाली तय की गई। सरकार बनाने के लिए सभी शक्तियां मुझे और अजीत पवार को दी गईं। हमने तदनुसार तैयारी की। एक अच्छा क्षण था। 3-4 दिन पहले शरद पवार अपनी बात से पीछे हट गए और अजित पवार के पास कोई ऑप्शन नहीं बचा।
‘…तो बेनकाब हो जाते अजित पवार’
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘अजित पवार के पास मेरे साथ आने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो वह बेनकाब हो जाते। अजित पवार को विश्वास था कि शरद पवार साथ आएंगे। इसलिए हमने शपथ ले ली। बाद में जो हुआ उसे पूरी जनता ने देखा। सरकार तोड़नी पड़ी।’
‘शरद पवार ने पीठ में घोंपा छुरा’
फडणवीस ने कहा कि सरकार बनाने की प्रक्रिया शरद पवार के साथ चर्चा के साथ शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि गठबंधन तोड़कर उद्धव ने जो किया वह पीठ में छुरा घोंपना था। उन्होंने कहा कि पवार ने जो किया वह दोहरा खेल था। उन्होंने हमारे साथ दोहरा खेल खेला।
‘मैंने लिया सही फैसला’
डिप्टी सीएम बनाए जाने पर फडणवीस ने कहा, ‘मैं स्वीकार करता हूं कि यह मेरे लिए एक झटका था। क्योंकि मैं इस मानसिकता में चला गया था कि मुझे पार्टी के लिए काम करना है और अचानक डेप्युटी सीएम बनने के लिए कहा गया… लेकिन अगर आप पूछें मैं आज कहूंगा कि यह एक सही निर्णय था। क्योंकि मैं वहां हूं, मैं एजेंडा ठीक से चला पा रहा हूं, पार्टी का ख्याल रख पा रहा हूं और सरकार को मेरे अनुभव से लाभ मिल रहा है। मेरा मानना है कि तब लिया गया निर्णय सही था।’
फडणवीस ने कहा, ‘मैंने अपनी पार्टी से कहा कि इससे गलत संदेश जाएगा कि मैं सीएम पद का लालची था इसलिए डिप्टी सीएम बन गया, इसलिए मुझे पार्टी का काम दीजिए। लेकिन बाद में पार्टी के अंदर चर्चा हुई और पार्टी नेताओं को लगा कि यह गठबंधन सरकार है और किसी अनुभवी व्यक्ति की आवश्यकता थी।’
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अजीत पवार के साथ शपथ ग्रहण पर फडणवीस ने कहा कि जब उद्धव ठाकरे ने 2019 में सरकार बनाने के लिए कांग्रेस के साथ चर्चा शुरू की और जैसे-जैसे उनकी बातचीत आगे बढ़ी, एनसीपी के कुछ लोगों ने बीजेपी से संपर्क किया। उन्होंने दावा किया उन्हें कहा गया कि एनसीपी, बीजेपी के साथ जाने और एक स्थिर सरकार बनाने को तैयार है।
‘अजित पवार के पास नहीं था विकल्प’
एक चैनल को दिए इंटरव्यू में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री ने कहा, ‘शरद पवार के साथ एक बैठक हुई जहां यह निर्णय लिया गया कि सरकार बनाई जाएगी और कार्यप्रणाली तय की गई। सरकार बनाने के लिए सभी शक्तियां मुझे और अजीत पवार को दी गईं। हमने तदनुसार तैयारी की। एक अच्छा क्षण था। 3-4 दिन पहले शरद पवार अपनी बात से पीछे हट गए और अजित पवार के पास कोई ऑप्शन नहीं बचा।
‘…तो बेनकाब हो जाते अजित पवार’
देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘अजित पवार के पास मेरे साथ आने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा था क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो वह बेनकाब हो जाते। अजित पवार को विश्वास था कि शरद पवार साथ आएंगे। इसलिए हमने शपथ ले ली। बाद में जो हुआ उसे पूरी जनता ने देखा। सरकार तोड़नी पड़ी।’
‘शरद पवार ने पीठ में घोंपा छुरा’
फडणवीस ने कहा कि सरकार बनाने की प्रक्रिया शरद पवार के साथ चर्चा के साथ शुरू हो गई थी। उन्होंने कहा कि गठबंधन तोड़कर उद्धव ने जो किया वह पीठ में छुरा घोंपना था। उन्होंने कहा कि पवार ने जो किया वह दोहरा खेल था। उन्होंने हमारे साथ दोहरा खेल खेला।
‘मैंने लिया सही फैसला’
डिप्टी सीएम बनाए जाने पर फडणवीस ने कहा, ‘मैं स्वीकार करता हूं कि यह मेरे लिए एक झटका था। क्योंकि मैं इस मानसिकता में चला गया था कि मुझे पार्टी के लिए काम करना है और अचानक डेप्युटी सीएम बनने के लिए कहा गया… लेकिन अगर आप पूछें मैं आज कहूंगा कि यह एक सही निर्णय था। क्योंकि मैं वहां हूं, मैं एजेंडा ठीक से चला पा रहा हूं, पार्टी का ख्याल रख पा रहा हूं और सरकार को मेरे अनुभव से लाभ मिल रहा है। मेरा मानना है कि तब लिया गया निर्णय सही था।’
फडणवीस ने कहा, ‘मैंने अपनी पार्टी से कहा कि इससे गलत संदेश जाएगा कि मैं सीएम पद का लालची था इसलिए डिप्टी सीएम बन गया, इसलिए मुझे पार्टी का काम दीजिए। लेकिन बाद में पार्टी के अंदर चर्चा हुई और पार्टी नेताओं को लगा कि यह गठबंधन सरकार है और किसी अनुभवी व्यक्ति की आवश्यकता थी।’
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