बीएचयू की छात्रा ने पहले देवांश का अपहरण किया, हत्या की… फिर दृश्यम फिल्म की तरह सबूत मिटाने का खेल, 3 गिरफ्तार

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बीएचयू की छात्रा ने पहले देवांश का अपहरण किया, हत्या की… फिर दृश्यम फिल्म की तरह सबूत मिटाने का खेल, 3 गिरफ्तार

बीएचयू की छात्रा ने पहले देवांश का अपहरण किया, हत्या की… फिर दृश्यम फिल्म की तरह सबूत मिटाने का खेल, 3 गिरफ्तार

अभिषेक कुमार झा, वाराणसी: अपराध करने के बाद सबूत मिटाने के खेल को फिल्मी सीनों में देखकर सीखने की कोशिश के मामले हमेशा सामने आते हैं। लेकिन, फिल्मों का ही एक सीन जिसमें पुलिस हमेशा अपराधियों तक पहुंच जाती है, भूल जाते हैं। दृश्यम फिल्म से प्रभावित होकर बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी की छात्रा ने अपने पूर्व प्रेमी की हत्या कर सबूत मिटाने की कोशिश की। लेकिन, पुलिस ने साक्ष्यों और घटना के तारों को जोड़ना शुरू किया तो अपराधी तक पहुंचने में अधिक दिक्कत नहीं हुई। फर्रुखाबाद के युवक देवांश यादव अपहरण मामले में भेलूपुर पुलिस ने रविवार को सनसनीखेज खुलासा किया है। भेलूपुर पुलिस ने अपहरण मामले में बीएचयू की एक छात्रा समेत तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। देवांश के हत्या की बात कही गई है। देवांश की हत्या 26 मई को ही इन तीनों ने साजिश के तहत कर दी थी।

पुलिस ने किया अहम खुलासा

फर्रुखाबाद के युवक देवांश यादव अपहरण मामले में रविवार को भेलूपुर पुलिस ने बड़ा खुलासा किया। देवांश अपहरण में बीएचयू की छात्रा समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस की ओर से बताया गया कि देवांश की हत्या 26 मई को ही गिरफ्तार तीनों अभियुक्तों ने कर दी।
देवांश 25 मई को बीएचयू में पढ़ने वाली छात्रा अनुष्का तिवारी से मिलने बनारस आया था। 26 मई को होटल वापस नहीं आने के बाद उसे खोजने की कोशिश की गई। देवांश के परिजनों ने गुमशुदगी का मुकदमा 29 मई को दर्ज कराया। इसके बाद भेलूपुर पुलिस ने जांच शुरू की। जांच के बाद अब बीएचयू की छात्रा समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

मिलने का निमंत्रण, साजिश रचकर हत्या

फर्रुखाबाद का देवांश और कानपुर की रहने वाली अनुष्का तिवारी पहले से एक दूसरे को जानते थे। कक्षा 6 से लेकर कक्षा 9 तक दोनों साथ में पढ़े थे। इन दोनों के बीच लंबे समय तक प्रेम संबंध था। बीएचयू में पढ़ाई करने आने के बाद अनुष्का तिवारी देवांश को छोड़ जौनपुर निवासी राहुल सेठ के करीब आ गई। वह राहुल सेठ के साथ रहने लगी। देवांश भी लगातार अनुष्का से बात करता रहा। जांच अधिकारी ने बताया की अनुष्का तिवारी किसी तरह से देवांश से छुटकारा चाहती थी। इसी नीयत से अनुष्का ने देवांश को बनारस मिलने बुलाया।

25 मई को देवांश अनुष्का से मिलने बनारस पहुंचा और अस्सी घाट के पास होटल में रुका। 26 मई को अनुष्का ने देवांश को बुलाया। अर्टिगा कार में उसे बैठाकर साथ ले गई। कार में ही जूस में नींद की दवा पीस कर अनुष्का ने देवांश को पिला दिया। कार राहुल सेठ का ड्राइवर सदाब आलम चला रहा था। राहुल सेठ खुद स्कूटी से कार के पीछे- पीछे आ रहा था।

सुनसान इलाके में की हत्या

बेहोश देवांश को लेकर अनुष्का, शादाब और राहुल सेठ तीनों मुगलसराय की तरफ एक सुनसान इलाके में पहुंचे। उस समय तक देवांश को होश आने लगा था। सुनसान इलाके में ही एक कंस्ट्रक्शन साइट पर कुछ गिट्टी का ढेर पड़ा हुआ था। वहीं, इन तीनों ने मिलाकर देवांश को नीचे फेंका। जब तीनों ने देखा कि देवांश को होश आ रहा है तो पेचकश और अन्य हथियार से उसके गले पर कई बार कर दिए। इसके बाद भी जब देवांश की मौत नहीं हुई तो रिवॉल्वर से गोली मारकर हत्या कर दी।

सबूत मिटाने की कोशिश

राहुल सेठ, अनुष्का और शादाब ने सबूत मिटाने के लिए दृश्यम फिल्म की तर्ज पर देवांश का मोबाइल और अन्य हथियार बिहार की तरफ जाने वाले ट्रक पर फेंक दिया। उन्होंने सोचा कि उसकी लोकेशन या कत्ल में इस्तेमाल हथियार पुलिस को नहीं मिलेंगे। दृश्यम फिल्म में भी इसी तरीके से हत्या करने के बाद मोबाइल को दूसरे राज्य में जाने वाली ट्रक पर फेंक दिया गया था।

एमकॉम की छात्रा है अनुष्का

मूल रूप से कानपुर की रहने वाली अनुष्का तिवारी बीएचयू से एमकॉम की पढ़ाई कर रही है। राहुल सेठ से उसकी मुलाकात बनारस में हुई थी। इसके बाद उसकी राहुल सेठ से उसकी नजदीकियां बढ़ने लगी। यह बात देवांश को खटक रही थी। अनुष्का भी देवांश से पीछा छुड़ाना चाह रही थी। उसने राहुल के साथ मिलकर देवांश को रास्ते से हटाने का प्लान तैयार किया।

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