बिहार में सोशल मीडिया पर रीच बढ़ाने के लिए अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारी h3>
पटना: बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली सरकार ने सोशल मीडिया में अपनी उपस्थिति में सुधार लाने के विशेष तैयारी कर रही है। सरकार की ओर से व्हाट्सऐप, फेसबुक और ट्विटर पर नगण्य गतिविधि वाले जिलों को इन मंचों पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराने और आमजन से अपना सरोकार बढ़ाने को कहा है। सूचना एवं जनसंपर्क विभाग (आईपीआरडी) ने सोशल मीडिया पर उपस्थिति में सुधार के लिए कुछ जिलों के प्रदर्शन पर असंतोष व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को फेसबुक, ट्विटर और व्हाट्सऐप सहित विभिन्न सोशल मीडिया मंच के माध्यम से बिहार सरकार की उपलब्धियों और कल्याणकारी उपायों से आमजन को अवगत कराने का निर्देश दिया है।
‘फॉलोअर’ बढ़ाने का टास्क
संबंधित अधिकारियों को भी इन मंचों पर सक्रिय रहने और ‘‘फॉलोअर’’ की संख्या बढ़ाने का प्रयास करने के लिए कहा गया है। आईपीआरडी विभाग द्वारा हाल में आयोजित एक विचार-मंथन सत्र के दौरान कहा गया था कि जिला पीआरडी अधिकारियों द्वारा अपने संबंधित जिलों के सोशल मीडिया मंच पर फॉलोअर्स की संख्या बढ़ाकर हर व्यक्ति और हर सामाजिक वर्ग तक पहुंचने का प्रयास किया जाना चाहिए।
जिलों में बढ़ाएं सोशल मीडिया पर रीच
अररिया जिला में जिला प्रशासन के ट्विटर हैंडल पर फॉलोअर्स की संख्या कि मार्च, 2023 में 12,899 से गिरकर अप्रैल, 2023 में 11,00 हो गई है और इसके सोशल मीडिया संपर्क में गिरावट देखी गई है। सीवान और जमुई जैसे जिलों में इसी अवधि के दौरान क्रमशः नौ और सात फॉलोअर्स को जोड़ने के बावजूद उनकी कुल संख्या दो अंकों में भी नहीं पहुंची थी। अन्य जिले जिन्हें फॉलोअर्स की संख्या बढाने को कहा गया है उनमें औरंगाबाद (11), शिवहर (17), मधेपुरा (25), लखीसराय (27), किशनगंज (55), शेखपुरा (64), भोजपुर (64), अरवल (67), सीतामढ़ी (68), खगड़िया (74) और मधुबनी (87) शामिल हैं।
जिलों में परफॉर्मेंस खराब
दूसरी ओर, बिहार की राजधानी पटना जिला 1341 नए फॉलोअर्स के साथ शीर्ष पर रहा, इसके बाद नालंदा (566), पूर्वी चंपारण (304) और मुजफ्फरपुर (270) का स्थान रहा। जहां तक फेसबुक की बात है तो राज्य के 14 जिले गया, बांका, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, रोहतास, सारण, समस्तीपुर, खगड़िया, दरभंगा, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्णिया और बक्सर अपने-अपने पेज पर एक भी नया फॉलोअर जोड़ने में विफल रहे थे। मधेपुरा ने अप्रैल के महीने में 100 फॉलोअर्स को खो दिया, जो मार्च में 5100 फॉलोअर्स से नीचे था, जबकि बेगूसराय में आठ नए लोगों को जोड़ने के बावजूद अब तक इसके कुल फॉलोअर की संख्या दोहरे अंकों में भी नहीं पहुंची है। अप्रैल के महीने में 2000 फॉलोअर्स को जोड़ने के साथ पटना फिर से यहां शीर्ष पर रहा, उसके बाद गोपालगंज (1000) और वैशाली (1000) का स्थान रहा।
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‘फॉलोअर’ बढ़ाने का टास्क
संबंधित अधिकारियों को भी इन मंचों पर सक्रिय रहने और ‘‘फॉलोअर’’ की संख्या बढ़ाने का प्रयास करने के लिए कहा गया है। आईपीआरडी विभाग द्वारा हाल में आयोजित एक विचार-मंथन सत्र के दौरान कहा गया था कि जिला पीआरडी अधिकारियों द्वारा अपने संबंधित जिलों के सोशल मीडिया मंच पर फॉलोअर्स की संख्या बढ़ाकर हर व्यक्ति और हर सामाजिक वर्ग तक पहुंचने का प्रयास किया जाना चाहिए।
जिलों में बढ़ाएं सोशल मीडिया पर रीच
अररिया जिला में जिला प्रशासन के ट्विटर हैंडल पर फॉलोअर्स की संख्या कि मार्च, 2023 में 12,899 से गिरकर अप्रैल, 2023 में 11,00 हो गई है और इसके सोशल मीडिया संपर्क में गिरावट देखी गई है। सीवान और जमुई जैसे जिलों में इसी अवधि के दौरान क्रमशः नौ और सात फॉलोअर्स को जोड़ने के बावजूद उनकी कुल संख्या दो अंकों में भी नहीं पहुंची थी। अन्य जिले जिन्हें फॉलोअर्स की संख्या बढाने को कहा गया है उनमें औरंगाबाद (11), शिवहर (17), मधेपुरा (25), लखीसराय (27), किशनगंज (55), शेखपुरा (64), भोजपुर (64), अरवल (67), सीतामढ़ी (68), खगड़िया (74) और मधुबनी (87) शामिल हैं।
जिलों में परफॉर्मेंस खराब
दूसरी ओर, बिहार की राजधानी पटना जिला 1341 नए फॉलोअर्स के साथ शीर्ष पर रहा, इसके बाद नालंदा (566), पूर्वी चंपारण (304) और मुजफ्फरपुर (270) का स्थान रहा। जहां तक फेसबुक की बात है तो राज्य के 14 जिले गया, बांका, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, रोहतास, सारण, समस्तीपुर, खगड़िया, दरभंगा, लखीसराय, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, पूर्णिया और बक्सर अपने-अपने पेज पर एक भी नया फॉलोअर जोड़ने में विफल रहे थे। मधेपुरा ने अप्रैल के महीने में 100 फॉलोअर्स को खो दिया, जो मार्च में 5100 फॉलोअर्स से नीचे था, जबकि बेगूसराय में आठ नए लोगों को जोड़ने के बावजूद अब तक इसके कुल फॉलोअर की संख्या दोहरे अंकों में भी नहीं पहुंची है। अप्रैल के महीने में 2000 फॉलोअर्स को जोड़ने के साथ पटना फिर से यहां शीर्ष पर रहा, उसके बाद गोपालगंज (1000) और वैशाली (1000) का स्थान रहा।