बिहार बोर्ड : कॉमर्स शिक्षक के बिना चल रहे सूबे के 5643 स्कूल
राज्य के कुल 7755 उच्च माध्यमिक स्कूलों में वाणिज्य संकाय की पढ़ाई होती है। इसमें 2112 स्कूलों में ही वाणिज्य संकाय के शिक्षक हैं। शेष 5643 स्कूलों में वाणिज्य शिक्षक के बिना ही इस विषय की पढ़ाई होती है। यह स्थिति किसी एक जिले की नहीं बल्कि हर जिले के सैकड़ों स्कूलों की है। छात्र वाणिज्य संकाय में नामांकन तो लेते हैं, लेकिन उन्हें पढ़ाने के लिए शिक्षक नहीं है। राज्य भर में कुल 7755 स्कूलों में वाणिज्य संकाय में कुल 3.60 लाख सीटें हैं। शिक्षकों का पद 23,265 है। लेकिन वर्तमान में मात्र छह से सात हजार की वाणिज्य संकाय के शिक्षक कार्यरत हैं।
ज्ञात हो कि शिक्षकों की कमी का असर इंटर नामांकन पर भी हो रहा है। पिछले तीन साल की बात करें तो इंटर में वाणिज्य संकाय में हर साल नामांकन कम हुआ है। वर्ष 2020 में जहां वाणिज्य संकाय में 75662 विद्यार्थियों ने नामांकन लिया, वहीं 2021 में यह संख्या घटकर 74024 हो गई। पिछले साल यानी 2022 में मात्र 61083 विद्यार्थियों ने ही नामांकन लिया। बिहार बोर्ड द्वारा हर साल वाणिज्य संकाय में सीटों की संख्या तमाम स्कूलों में बढ़ाई भी जाती है, लेकिन ज्यादातर स्कूलों में आधी सीट भी नहीं भर पाती।
राज्य के सभी तीन हजार उत्क्रमित स्कूलों में एक भी शिक्षक नहीं
पिछले तीन साल में राज्य के तीन हजार माध्यमिक स्कूलों को उच्च माध्यमिक में उत्क्रमित किया गया। इन स्कूलों में वाणिज्य की पढ़ाई तो शुरू हो गई, लेकिन एक भी स्कूल में वाणिज्य के शिक्षक नहीं है। ज्ञात हो कि बिहार बोर्ड द्वारा स्कूलों में इंटर नामांकन को लेकर 2022 में 2100 उत्क्रमित स्कूलों को कोड दिया गया है। इससे पहले 2021 में 900 स्कूलों को इंटर का स्कूल कोड दिया गया था।
ज्यादातर स्कूलों में एक, दो और तीन सेक्शन में नामांकन
ज्यादातर स्कूलों में एक, दो और तीन सेक्शन में नामांकन लिया जाता है। इसमें 40, 80 और 120 सीटें शामिल हैं। कई स्कूलों में पांच से छह सेक्शन भी वाणिज्य संकाय के हैं। पांच से छह सेक्शन वाले स्कूल में वाणिज्य के एक या दो शिक्षक हैं। ज्ञात हो कि वर्ष 2011 में वाणिज्य संकाय में शिक्षकों की कमी को दूर करने के लिए एसटीईटी ली गयी थी, इसमें लगभग पांच हजार का नियोजन हुआ।
केस:एक – राजेंद्रनगर बालक उच्च माध्यमिक विद्यालय में वाणिज्य संकाय में 120 सीटें हैं। लेकिन इस स्कूल में एक भी वाणिज्य के शिक्षक नहीं हैं। यह स्थिति स्कूल में पिछले पांच सालों से हैं।
केस:दो – मिलर उच्च माध्यमिक विद्यालय में 256 सीटों पर नामांकन होता है। लेकिन स्कूल में वाणिज्य के एक भी शिक्षक नहीं हैं। जो शिक्षक थे, वो कई साल पहले सेवानिवृत्त हो गए।