बिहार दौरे पर अमित शाह, ललन सिंह के सियासी इलाके से भरेंगे हुंकार
पटना: बिहार की सियासी जमीन पर राजनीतिक रोटी सेंकने का सिलसिला जारी है। लोकसभा चुनाव 2024 और विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सभी पार्टियां एक्टिव हैं। राजनीतिक दलों की ओर से तरह-तरह के कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। हाल में जेडीयू नेता और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह ने मटन पार्टी का आयोजन किया था। मटन भोज में महागठबंधन के कार्यकर्ता शामिल हुए थे। अब ललन सिंह के इलाके में बीजेपी नेता और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह की रैली हो रही है। सियासी जानकारों की मानें, तो ये रैली कई मायनों में खास होने वाली है। अमित शाह की जिस इलाके में रैली हो रही है। ये इलाका मुंगेर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। इसी इलाके से जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी सांसद हैं। बीजेपी की नजर इस सीट पर पहले से है।
मुंगेर सीट पर बीजेपी की नजर
मुंगेर लोकसभा सीट को जीतने की जुगत में बीजेपी पहले से लगी हुई है। बीजेपी यहां से अपना दमदार उम्मीदवार मैदान में उतारेगी। इससे पूर्व शाह अप्रैल में बिहार दौरे पर आए थे। उन्होंने पटना के अलावा नवादा में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। जानकार मानते हैं कि अमित शाह के अप्रैल दौरे में ही लखीसराय इलाके में होने वाली रैली की रूपरेखा तैयार की गई थी। अमित शाह का जो मिनट-टु- मिनट कार्यक्रम आया है। उसमें बताया गया है कि गुरुवार को अमित शाह सबसे पहले लखीसराय पहुंचेंगे। वहां से वे अशोक धाम मंदिर में पूजा करकेंगे। उसके बाद सीधे सूर्यगढ़ा पहुंचेंगे। जहां आयोजित रैली में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। अमित शाह इस दौरान पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के घर भी जाएंगे। जहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।
कार्यकर्ताओं के साथ शाह की बैठक
जानकारों के मुताबिक अमित शाह की मूल रणनीति कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की है। अमित शाह एक्सक्लूसिव प्लानिंग के साथ बिहार दौरे पर आ रहे हैं। जानकार मानते हैं कि अमित शाह वैसे कार्यकर्ताओं से विशेष संवाद करेंगे जिनकी इलाके में ज्यादा पकड़ है। वैसे कार्यकर्ताओं को विशेष मंत्र देंगे। उसके अलावा 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बूथ वाइज संगठन को कैसे एक्टिव कर दिया जाए। उस पर भी अपनी राय देंगे। जानकार मानते हैं कि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो आगे की सोचती है। बीजेपी में किसी भी चुनाव से एक साल पहले तैयारी शुरू कर दी जाती है। इसके अलावा लंबी तैयारी को देखते हुए दो साल पहले से बूथ स्तर के कार्यकर्ता को एक्टिव कर दिया जाता है। जानकारों की मानें, तो बीजेपी की रणनीति का मूल मंत्र होता है बूथ स्तर पर कार्यकर्ता को एक्टिव करना। बीजेपी लखीसराय जैसे इलाके में इसी काम को करने जा रही है।
अमित शाह की स्पेशल प्लानिंग
अमित शाह के आगमन को लेकर अशोक धाम मंदिर और बाकी इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसके लिए रूट चार्ट का निर्माण किया गया है। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बांट दी गई है। बीजेपी के अंदर से खबर आ रही है कि मुंगेर लोकसभा सीट बीजेपी के रिसर्च बेस्ड सीट में शामिल है। बीजेपी ने वैसी सीटों की सूची तैयार की है जिसके लिए पार्टी को ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। लखीसराय का इलाका उसी रिसर्च वाले सेक्शन में आता है। इन सीटों पर पार्टी को कड़ी टक्कर मिल रही है। गृहमंत्री का दौरा भी इसी रणनीति का हिस्सा है। अमित शाह के आगमन से पहले मंडल और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को एक्टिव कर दिया गया है। सियासी जानकारों की मानें तो मुंगेर लोकसभा सीट 2004 में आरजेडी के कब्जे में थी। ललन सिंह एनडीए में रहते हुए इस सीट को जीत पाए थे। 2014 में ललन सिंह को एनडीए की उम्मीदवार ने हराया था। वीणा देवी यहां से विजयी रही थीं। बाद में ये सीट एक बार फिर एनडीए की वजह से ललन सिंह जीत पाए।
ललन सिंह को मिलेगी चुनौती
लोकसभा चुनाव में इस बार महागठबंधन बनाम एनडीए का मामला है। बीजेपी की इस सीट पर नजर है। बीजेपी को साफ लगता है कि जेडीयू के बस की बात नहीं है इस सीट को जीतना। एनडीए का इस सीट पर वोट ज्यादा है। इसलिए इस सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए इस पर खास ध्यान दिया जा रहा है। बीजेपी यहां से तगड़ा उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। बिहार की राजनीति को समझने वाले जानकार मानते हैं कि ललन सिंह ने कभी इस सीट पर बिना एनडीए के सहयोग से जीत हासिल नहीं की। पहले इस सीट पर आरजेडी का कब्जा रहा। अंतिम बार ललन सिंह जब इस सीट से सांसद बने जिसके पीछे एनडीए का पूरा तंत्र था। ललन सिंह लगातार इस इलाके में कैंपेन कर रहे हैं। मटन पार्टी दे रहे हैं। इसके पीछे यही कारण है कि अपनी जीत आगामी लोकसभा चुनाव में सुनिश्चित कर सकें। बीजेपी भी इस सीट को अपने पाले में करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
मुंगेर सीट पर बीजेपी की नजर
मुंगेर लोकसभा सीट को जीतने की जुगत में बीजेपी पहले से लगी हुई है। बीजेपी यहां से अपना दमदार उम्मीदवार मैदान में उतारेगी। इससे पूर्व शाह अप्रैल में बिहार दौरे पर आए थे। उन्होंने पटना के अलावा नवादा में पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात की। जानकार मानते हैं कि अमित शाह के अप्रैल दौरे में ही लखीसराय इलाके में होने वाली रैली की रूपरेखा तैयार की गई थी। अमित शाह का जो मिनट-टु- मिनट कार्यक्रम आया है। उसमें बताया गया है कि गुरुवार को अमित शाह सबसे पहले लखीसराय पहुंचेंगे। वहां से वे अशोक धाम मंदिर में पूजा करकेंगे। उसके बाद सीधे सूर्यगढ़ा पहुंचेंगे। जहां आयोजित रैली में विशाल जनसभा को संबोधित करेंगे। अमित शाह इस दौरान पूर्व बिहार विधानसभा अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा के घर भी जाएंगे। जहां कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।
कार्यकर्ताओं के साथ शाह की बैठक
जानकारों के मुताबिक अमित शाह की मूल रणनीति कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की है। अमित शाह एक्सक्लूसिव प्लानिंग के साथ बिहार दौरे पर आ रहे हैं। जानकार मानते हैं कि अमित शाह वैसे कार्यकर्ताओं से विशेष संवाद करेंगे जिनकी इलाके में ज्यादा पकड़ है। वैसे कार्यकर्ताओं को विशेष मंत्र देंगे। उसके अलावा 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बूथ वाइज संगठन को कैसे एक्टिव कर दिया जाए। उस पर भी अपनी राय देंगे। जानकार मानते हैं कि बीजेपी एक ऐसी पार्टी है जो आगे की सोचती है। बीजेपी में किसी भी चुनाव से एक साल पहले तैयारी शुरू कर दी जाती है। इसके अलावा लंबी तैयारी को देखते हुए दो साल पहले से बूथ स्तर के कार्यकर्ता को एक्टिव कर दिया जाता है। जानकारों की मानें, तो बीजेपी की रणनीति का मूल मंत्र होता है बूथ स्तर पर कार्यकर्ता को एक्टिव करना। बीजेपी लखीसराय जैसे इलाके में इसी काम को करने जा रही है।
अमित शाह की स्पेशल प्लानिंग
अमित शाह के आगमन को लेकर अशोक धाम मंदिर और बाकी इलाकों में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। इसके लिए रूट चार्ट का निर्माण किया गया है। पुलिसकर्मियों की ड्यूटी बांट दी गई है। बीजेपी के अंदर से खबर आ रही है कि मुंगेर लोकसभा सीट बीजेपी के रिसर्च बेस्ड सीट में शामिल है। बीजेपी ने वैसी सीटों की सूची तैयार की है जिसके लिए पार्टी को ज्यादा मेहनत करने की जरूरत है। लखीसराय का इलाका उसी रिसर्च वाले सेक्शन में आता है। इन सीटों पर पार्टी को कड़ी टक्कर मिल रही है। गृहमंत्री का दौरा भी इसी रणनीति का हिस्सा है। अमित शाह के आगमन से पहले मंडल और बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं को एक्टिव कर दिया गया है। सियासी जानकारों की मानें तो मुंगेर लोकसभा सीट 2004 में आरजेडी के कब्जे में थी। ललन सिंह एनडीए में रहते हुए इस सीट को जीत पाए थे। 2014 में ललन सिंह को एनडीए की उम्मीदवार ने हराया था। वीणा देवी यहां से विजयी रही थीं। बाद में ये सीट एक बार फिर एनडीए की वजह से ललन सिंह जीत पाए।
ललन सिंह को मिलेगी चुनौती
लोकसभा चुनाव में इस बार महागठबंधन बनाम एनडीए का मामला है। बीजेपी की इस सीट पर नजर है। बीजेपी को साफ लगता है कि जेडीयू के बस की बात नहीं है इस सीट को जीतना। एनडीए का इस सीट पर वोट ज्यादा है। इसलिए इस सीट पर जीत सुनिश्चित करने के लिए इस पर खास ध्यान दिया जा रहा है। बीजेपी यहां से तगड़ा उम्मीदवार उतारने की तैयारी में है। बिहार की राजनीति को समझने वाले जानकार मानते हैं कि ललन सिंह ने कभी इस सीट पर बिना एनडीए के सहयोग से जीत हासिल नहीं की। पहले इस सीट पर आरजेडी का कब्जा रहा। अंतिम बार ललन सिंह जब इस सीट से सांसद बने जिसके पीछे एनडीए का पूरा तंत्र था। ललन सिंह लगातार इस इलाके में कैंपेन कर रहे हैं। मटन पार्टी दे रहे हैं। इसके पीछे यही कारण है कि अपनी जीत आगामी लोकसभा चुनाव में सुनिश्चित कर सकें। बीजेपी भी इस सीट को अपने पाले में करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।