बिहार जाति आधारित गणना 2022 की तैयारी तेज, गणना सात जनवरी से होगी शुरू

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बिहार जाति आधारित गणना 2022  की तैयारी तेज, गणना सात जनवरी से होगी शुरू

बिहार जाति आधारित गणना 2022 की तैयारी तेज, गणना सात जनवरी से होगी शुरू


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बेगूसराय। हमारे प्रतिनिधि

बिहार जाति आधारित गणना 2022 को लेकर जिला प्रशासन की ओर से तैयारी तेज कर दी गई है। इस सिलसिले में बीपी इंटर स्कूल में चिह्नित सुपरवाइजर व छूटे हएु प्रगणकों को प्रशिक्षण दिया गया। चार्ज स्तर पर 7826 प्रगणकों को लगाया गया है। वहीं 1367 सुपरवाइजरों को प्रतिनियुक्त किया गया है। प्रगणकों को 29 व 30 दिसंबर 2022 को सेंट पॉल सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेंट जोसेफ पब्लिक स्कूल व बीपी इंटर स्कूल में प्रशिक्षण दिया जा चुका है।

जिला पंचायत राज अधिकारी मुकेश कुमार सिन्हा ने बताया कि बिहार जाति आधारित गणना 2022 दो चरणों में सम्पन्न होगी। प्रथम चरण अंतर्गत मकान सूचीकरण जबकि द्वितीय चरण में वास्तविक गणना कार्य संपन्न होगा। प्रथम चरण का कार्य 7-21 जनवरी 2023 तक जबकि जाति आधारित गणना कार्य 31 मई 2023 तक पूर्ण किया जाना है। इस स दौरान राज्य के सभी व्यक्तियों का जाति आधारित गणना किया जाना है। चाहे वो किसी भी जाति या संप्रदाय का हो। गणना के समय बिहार के वैसे निवासी जो किसी कारणवश राज्य या देश से अस्थायी प्रवास की स्थिति में हों, उनकी भी गणना की जायेगी। किसी भी परिस्थिति में प्रपत्रों अथवा मोबाइल एप में उप जाति की प्रविष्टि नहीं की जायेगी। जाति आधारित गणना की इकाई ग्रामीण एवं नगरीय क्षेत्र में वार्ड स्तर पर होगी। यदि वार्ड की जनसंख्या 700 या उससे कम होगी तो प्रत्येक वार्ड पर एक गणना ब्लॉक के रूप में की जाएगी। यदि आबादी 700 से अधिक होगी तो सात सौ के गुणक संख्या अनुरूप उप गणना ब्लॉक बना जाएगा। लगभग 700 आबादी का कार्य एक प्रगणक को सौंपा गया है।

गणना में कोई घर व परिवार नहीं छूटे

संक्षिप्त मकान सूची से संबंधित प्रपत्र में मकान सूचीकरण एवं नंबरीकरण के समय परिवारों की मकान सूचना संकलित की जानी है। इस सूचना के आधार पर मकान गणना के कार्य में घर-घर जाकर गणना का कार्य किया जायेगा। ताकि कोई परिवार या घर गणना के कार्य में नहीं छूटे। प्रत्येक पंचायत या नगर पालिका या नगर निकाय में यदि किसी वार्ड की आबादी 700 से कम होगी तो वहां एक प्रगणक और 700 से अधिक होने पर क्रमशः उप गणना ब्लॉक बनाते हुए प्रगणकों की नियुक्ति की गई है। किसी भी परिस्थिति में एक प्रगणक को दो वार्ड का क्षेत्र नहीं दिया गया है। प्रगणक और पर्यवेक्षक गणना के दौरान आंकड़े संग्रहण के लिए जिम्मेदार प्राथमिक गणना कर्मी हैं। प्रत्येक छह प्रगणकों के लिए एक पर्यवेक्षक नियुक्त किया गया है।

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