बिहार के स्कूलों में बदलेगा मिड डे मिल का फ्लेवर; खास अवसरों पर विशेष खाना, जनप्रतिनिधियों भूमिका बढ़ी
बिहार के सरकारी स्कूलों मिड डे मील में अब तिथि भोजन का आयोजन होगा। इसके तहत खास अवसरों पर विशेष खाना मिलेगा। इस योजना के तहत मुखिया या दूसरे जनप्रतिनिधि के साथ सामाजिक संगठन बच्चों को विशेष खाना खिलाएंगे। आयोजन जनप्रतनिधियों के जन्मदिन, राज्य स्थापना दिवस, राष्ट्रीय नायकों की जयंती जैसे मौके पर होंगे। इस दिन जनप्रतिनिधि और मुखिया अपने आसपास के किसी स्कूल में मध्याह्न भोजन के दौरान विशेष खाने का इंतजाम करेंगे। परोसने से पहले खाने की जांच स्कूल स्तर पर प्राचार्य और शिक्षक खुद चखकर करेंगे।
मुखिया की भूमिका बढ़ी
मध्याह्न भोजन निदेशालय ने इस बाबत सभी जिला शिक्षा कार्यालय को पत्र लिखा है। डीईओ को इसे शुरू करने का निर्देश भी दिया है। बता दें कि केन्द्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने सौ दिवसीय कार्य योजना के तहत शिक्षा सप्ताह उत्सव के रूप में तिथि भोजन के आयोजन को शामिल किया है। दूसरी तरफ हर राज्य में इसे अलग-अलग नाम दिया गया है। बिहार में तिथि भोजन, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में स्नेह भोजन, असम में सम्प्रीति भोजन, आंध्र प्रदेश एवं पंजाब में प्रीति भोजन और कर्नाटक में शैलेगागी नावु नाम दिया गया है। किस तरह का खाना मिलेगा इसको लेकर भी शिक्षा मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किया है। मिथिलेश मिश्र, निदेशक, मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय ने कहा कि प्रारंभिक विद्यालयों में तिथि भोजन में मुखिया या दूसरे जनप्रतिनिधि या सामाजिक संगठन खास दिन स्कूलों में विशेष खाना का आयोजन करेंगे। पास स्कूल का चयन कर सकते हैं।
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हर स्कूल को तिथि भोजन
हर स्कूल को तिथि भोजन की चर्चा विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक में करनी है। सौ दिनों के दैनिक कार्यक्रम के तहत कम से कम एक दिन तिथि भोजन प्रत्येक स्कूल में किया जाना है। साथ ही इसकी जानकारी डीईओ को देनी है। वहीं डीईओ इसकी जानकारी निदेशालय के पास भेजेंगे। इसमें संबंधित जिला का नाम, विद्यालयों की कुल संख्या, तिथि भोजन दिवस करने वाले स्कूल का नाम, कुल नामांकन और लाभांवित बच्चों की संख्या शामिल है।
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ऐसा होगा तिथि भोजन
1. चावल या गेहूं से बना होगा (मैदा का इस्तेमाल नहीं )
2. फल या दालों के साथ हरी पत्तेदार सब्जियों से बने ताजा खाना
3. खाने में 450 ग्राम कैलोरी, 12 ग्राम प्रोटीन होना चाहिए
4. खाने में स्थानीय स्वाद और पसंद का ख्याल रखा जाएगा
5. खाने में मौसमी फल,सब्जियां अधिक से अधिक हो
6. उस दिन मेनू से अलग हो खाना
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बिहार के सरकारी स्कूलों मिड डे मील में अब तिथि भोजन का आयोजन होगा। इसके तहत खास अवसरों पर विशेष खाना मिलेगा। इस योजना के तहत मुखिया या दूसरे जनप्रतिनिधि के साथ सामाजिक संगठन बच्चों को विशेष खाना खिलाएंगे। आयोजन जनप्रतनिधियों के जन्मदिन, राज्य स्थापना दिवस, राष्ट्रीय नायकों की जयंती जैसे मौके पर होंगे। इस दिन जनप्रतिनिधि और मुखिया अपने आसपास के किसी स्कूल में मध्याह्न भोजन के दौरान विशेष खाने का इंतजाम करेंगे। परोसने से पहले खाने की जांच स्कूल स्तर पर प्राचार्य और शिक्षक खुद चखकर करेंगे।
मुखिया की भूमिका बढ़ी
मध्याह्न भोजन निदेशालय ने इस बाबत सभी जिला शिक्षा कार्यालय को पत्र लिखा है। डीईओ को इसे शुरू करने का निर्देश भी दिया है। बता दें कि केन्द्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय ने सौ दिवसीय कार्य योजना के तहत शिक्षा सप्ताह उत्सव के रूप में तिथि भोजन के आयोजन को शामिल किया है। दूसरी तरफ हर राज्य में इसे अलग-अलग नाम दिया गया है। बिहार में तिथि भोजन, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में स्नेह भोजन, असम में सम्प्रीति भोजन, आंध्र प्रदेश एवं पंजाब में प्रीति भोजन और कर्नाटक में शैलेगागी नावु नाम दिया गया है। किस तरह का खाना मिलेगा इसको लेकर भी शिक्षा मंत्रालय ने दिशा-निर्देश जारी किया है। मिथिलेश मिश्र, निदेशक, मध्याह्न भोजन योजना निदेशालय ने कहा कि प्रारंभिक विद्यालयों में तिथि भोजन में मुखिया या दूसरे जनप्रतिनिधि या सामाजिक संगठन खास दिन स्कूलों में विशेष खाना का आयोजन करेंगे। पास स्कूल का चयन कर सकते हैं।
बिहार में पुल टूटने का कब थमेगा सिलसिला? मसौढ़ी में डोरीपर और गोविंदचक के बीच पुलिया धंसी
हर स्कूल को तिथि भोजन
हर स्कूल को तिथि भोजन की चर्चा विद्यालय शिक्षा समिति की बैठक में करनी है। सौ दिनों के दैनिक कार्यक्रम के तहत कम से कम एक दिन तिथि भोजन प्रत्येक स्कूल में किया जाना है। साथ ही इसकी जानकारी डीईओ को देनी है। वहीं डीईओ इसकी जानकारी निदेशालय के पास भेजेंगे। इसमें संबंधित जिला का नाम, विद्यालयों की कुल संख्या, तिथि भोजन दिवस करने वाले स्कूल का नाम, कुल नामांकन और लाभांवित बच्चों की संख्या शामिल है।
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ऐसा होगा तिथि भोजन
1. चावल या गेहूं से बना होगा (मैदा का इस्तेमाल नहीं )
2. फल या दालों के साथ हरी पत्तेदार सब्जियों से बने ताजा खाना
3. खाने में 450 ग्राम कैलोरी, 12 ग्राम प्रोटीन होना चाहिए
4. खाने में स्थानीय स्वाद और पसंद का ख्याल रखा जाएगा
5. खाने में मौसमी फल,सब्जियां अधिक से अधिक हो
6. उस दिन मेनू से अलग हो खाना