बिहार के सीतामढ़ी में सड़क हादसे में 6 लोगों की मौत, जानिए कैसे हुई पूरी घटना h3>
सीतामढ़ी: सीतामढ़ी-पुपरी रोड में बाजपट्टी थाना क्षेत्र के भासर पकड़ी गांव के समीप ट्रक की ठोकर से टेंपो पर सवार 6 लोगों की मौत हो गई, जिसमें सात माह की एक बच्ची भी शामिल है। दुर्घटना बुधवार की शाम करीब 6 बजे की है। दर्दनाक मौत से गुस्साए स्थानीय लोग पुलिस को शव उठाने नहीं दे रहे थे। करीब तीन घंटे तक सदर डीएसपी सुबोध कुमार एवं अन्य पुलिस अधिकारी लोगों को समझाते रहे। तब जाकर लोग माने और पुलिस शव को कब्जे में कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज सकी। इससे पहले पुलिस लोगों को आश्वासन दे रही थी कि मृतकों एवं जख्मी के परिजनों को सरकारी मुआवजा दिलाने की कोशिश की जायेगी। फिर भी लोग शव को नहीं उठाने दे रहे थे। हालांकि बाद में लोग मान गये। तब तक शव सड़क पर ही पड़ा रहा।
शादी समारोह से लौटने के दौरान घटना
बताया गया है कि बाजपट्टी थाना क्षेत्र के हरपुरवा गांव के जाबिर के पुत्र की मंगलवार को शादी थी। शादी में जाबिर की बेटी अपने गांव कन्हौली थाना के बसहिया से बाल-बच्चों के साथ आई थी। शादी के बाद बुधवार को जाबिर की पुत्री अपने परिजन के साथ टेंपों से घर लौट रही थी। साथ में हरपुरवा गांव के भी कुछ लोग थे। यानी टेंपों पर करीब दर्जन भर लोग सवार थे। टेंपों जैसे ही सीतामढ़ी-पुपरी मुख्य में हरपुरवा मुस्लिम बस्ती के समीप सड़क पर पहुंची कि ट्रक की ठोकर से टेंपों पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना में मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो की मौत सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। मृतक में सात माह की एक बच्ची भी शामिल है, जो जाबिर की नतिनी है।
मृतक और घायलों के नाम
दुर्घटना में मृतकों में नईम मंसूरी का 11 वर्षीय पुत्र सुफियान, समसुल मंसूरी का 18 वर्षीय पुत्र अफजल, रिजवान मंसूरी का 11वर्षीय पुत्र इमामुद्दीन, सात माह की बच्ची सायिका, मो बदरे आलम (40 वर्ष) एवं मो. बदरे आलम का पुत्र मो. अफसर शामिल है। इधर, जख्मी में जाबिर की पत्नी मेहजबी ( 21), राजिया खातून (30), सलमान की पुत्री अफिया (14) के आलावा मो असरफूल (10) पिता अनवर मंसूरी, शाहिदा खातून (35) पति अनवर मंसूरी, अल्तमस (15) पिता अनवर मंसूरी शामिल है।
ट्रक जलकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त
उक्त घटना से गुस्से में स्थानीय लोगों ने सात लोगों के मौत के लिए जिम्मेदार ट्रक को आग के हवाले कर दिया। घटना की खबर जिले में जंगल के आग की तरह फैल गई। बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गये। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस भी पहुंच गई है। सदर डीएसपी सुबोध कुमार के आलावा सीतामढ़ी, बाजपट्टी एवं डुमरा थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची। बाजपट्टी पुलिस तुरंत ही पहुंच चुकी थी, पर भीड़ ने पुलिस को खदेड़ दी। शव को ले जाने के लिए शव वाहन भी घटनास्थल पर पहुंचा, तो लोगों पत्थर का प्रहार कर उसे भी भागा दिया। कुछ देर में जिला मुख्यालय से अग्निशमन दस्ता भी पहुंचा। लोगों ने उक्त वाहन को भी भगा दिया और ट्रक में लगी आग को नहीं बुझाने दिया। बाद में लोगों का गुस्सा शांत होने पर अग्निशमन दस्ता ट्रक का आग बुझाया। तब तक उसका अधिकांश हिस्सा जल चुका था।
क्या कहते है अधिकारी
मनोज कुमार तिवारी, एसपी ने कहा कि दर्दनाक घटना में 6 लोगों की मौत हो गयी है। जख्मी तीन लोगों को बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया है। आक्रोशित लोगों को शांत करने के बाद स्थिति नियंत्रण में है। घटना के बाद पूरे इलाके में लोग आक्रोशित हैं। ओवरटेक की समस्या से आये दिन दुर्घटना हो रही है। जिससे लोग काफी गुस्से में हैं।
क्या कहते है सदर एसडीओ
सदर एसडीओ प्रशांत कुमार ने बताया कि दुर्घटना में कुछ लोगों की मौत हुई है। कुछ लोग जख्मी है और उन्हें एसकेएमसीएच रेफर किया गया है। सभी मृतक एवं जख्मी को शीघ्र सरकारी मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जायेगा। वहीं डीएम मनेश कुमार मीणा ने बताया कि घायलों का सदर अस्पताल एवं एसकेएमसीएच में इलाज चल रहा है। सड़क दुर्घटना रोकने के लिए हर माह सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की जाती है। शीघ्र बैठक कर दुर्घटना पर रोक लगाने की दिशा में ठोस पहल की जायेगी।
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
शादी समारोह से लौटने के दौरान घटना
बताया गया है कि बाजपट्टी थाना क्षेत्र के हरपुरवा गांव के जाबिर के पुत्र की मंगलवार को शादी थी। शादी में जाबिर की बेटी अपने गांव कन्हौली थाना के बसहिया से बाल-बच्चों के साथ आई थी। शादी के बाद बुधवार को जाबिर की पुत्री अपने परिजन के साथ टेंपों से घर लौट रही थी। साथ में हरपुरवा गांव के भी कुछ लोग थे। यानी टेंपों पर करीब दर्जन भर लोग सवार थे। टेंपों जैसे ही सीतामढ़ी-पुपरी मुख्य में हरपुरवा मुस्लिम बस्ती के समीप सड़क पर पहुंची कि ट्रक की ठोकर से टेंपों पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया। घटना में मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई, जबकि दो की मौत सदर अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। मृतक में सात माह की एक बच्ची भी शामिल है, जो जाबिर की नतिनी है।
मृतक और घायलों के नाम
दुर्घटना में मृतकों में नईम मंसूरी का 11 वर्षीय पुत्र सुफियान, समसुल मंसूरी का 18 वर्षीय पुत्र अफजल, रिजवान मंसूरी का 11वर्षीय पुत्र इमामुद्दीन, सात माह की बच्ची सायिका, मो बदरे आलम (40 वर्ष) एवं मो. बदरे आलम का पुत्र मो. अफसर शामिल है। इधर, जख्मी में जाबिर की पत्नी मेहजबी ( 21), राजिया खातून (30), सलमान की पुत्री अफिया (14) के आलावा मो असरफूल (10) पिता अनवर मंसूरी, शाहिदा खातून (35) पति अनवर मंसूरी, अल्तमस (15) पिता अनवर मंसूरी शामिल है।
ट्रक जलकर पूरी तरह क्षतिग्रस्त
उक्त घटना से गुस्से में स्थानीय लोगों ने सात लोगों के मौत के लिए जिम्मेदार ट्रक को आग के हवाले कर दिया। घटना की खबर जिले में जंगल के आग की तरह फैल गई। बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंच गये। मौके पर बड़ी संख्या में पुलिस भी पहुंच गई है। सदर डीएसपी सुबोध कुमार के आलावा सीतामढ़ी, बाजपट्टी एवं डुमरा थाना की पुलिस भी मौके पर पहुंची। बाजपट्टी पुलिस तुरंत ही पहुंच चुकी थी, पर भीड़ ने पुलिस को खदेड़ दी। शव को ले जाने के लिए शव वाहन भी घटनास्थल पर पहुंचा, तो लोगों पत्थर का प्रहार कर उसे भी भागा दिया। कुछ देर में जिला मुख्यालय से अग्निशमन दस्ता भी पहुंचा। लोगों ने उक्त वाहन को भी भगा दिया और ट्रक में लगी आग को नहीं बुझाने दिया। बाद में लोगों का गुस्सा शांत होने पर अग्निशमन दस्ता ट्रक का आग बुझाया। तब तक उसका अधिकांश हिस्सा जल चुका था।
क्या कहते है अधिकारी
मनोज कुमार तिवारी, एसपी ने कहा कि दर्दनाक घटना में 6 लोगों की मौत हो गयी है। जख्मी तीन लोगों को बेहतर इलाज के लिए एसकेएमसीएच, मुजफ्फरपुर रेफर कर दिया गया है। आक्रोशित लोगों को शांत करने के बाद स्थिति नियंत्रण में है। घटना के बाद पूरे इलाके में लोग आक्रोशित हैं। ओवरटेक की समस्या से आये दिन दुर्घटना हो रही है। जिससे लोग काफी गुस्से में हैं।
क्या कहते है सदर एसडीओ
सदर एसडीओ प्रशांत कुमार ने बताया कि दुर्घटना में कुछ लोगों की मौत हुई है। कुछ लोग जख्मी है और उन्हें एसकेएमसीएच रेफर किया गया है। सभी मृतक एवं जख्मी को शीघ्र सरकारी मुआवजा दिलाने का प्रयास किया जायेगा। वहीं डीएम मनेश कुमार मीणा ने बताया कि घायलों का सदर अस्पताल एवं एसकेएमसीएच में इलाज चल रहा है। सड़क दुर्घटना रोकने के लिए हर माह सड़क सुरक्षा समिति की बैठक की जाती है। शीघ्र बैठक कर दुर्घटना पर रोक लगाने की दिशा में ठोस पहल की जायेगी।