बिहार के खिलाड़ियों को तराश दिया जाएग तो वर्ष 2025 का वॉलीबॉल चैंपियन बन सकता है बिहार- जीई श्रीधरन
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पटना। वरीय संवाददाता
‘बिहार के खिलाड़ियों में राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर खेलने की प्रतिभा है। यहां के खिलाड़ी भारत की राष्ट्रीय टीम के खिलाडियों से किसी मायने में कम नहीं हैं। बस उन्हें बुनियादी स्तर पर ही पहचान कर अच्छे प्रशिक्षण से तराशने की जरुरत है। यह बातें अर्जुन पुरस्कार एवं द्रोणाचार्य पुरस्कार से सम्मानित अंतर्राष्ट्रीय वॉलीबॉल खिलाड़ी और वर्तमान राष्ट्रीय वॉलीबाल प्रशिक्षक जी. ई. श्रीधरन ने कही। पाटलिपुत्र खेल परिसर में आयोजित एक पत्रकार सम्मलेन में संवादाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि वे पहली बार किसी राज्य में प्रतिभा खोज में आए हैं। बिहार आकर उन्हें काफी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों से मुलाकात हुई। कहा कि उन्होंने खिलाड़ियों का चयन किया है जिन्हें ट्रेनिंग देकर राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वे अविभाजित बिहार में जमशेदपुर के टाटा कंपनी में थे और बिहार के लिए खेलते थे l राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय स्तर पर कई बार वॉलीबाल में देश का प्रतिनिधित्व किये और कई पदक जीते। एक अत्यंत साधारण परिवार से आने वाले श्रीधरन आर्थिक तंगी से कुली का काम तक करने को विवश थे मगर वॉलीबाल के प्रति अपने जूनून को कभी कम नहीं होने दिए और जिसका नतीजा आज सभी युवा खिलाड़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन गए हैं। बिहार के दो आयु वर्ग में कुल 48 बच्चों के बीच खिलाड़ी चुने हैं। इसमें से छह खिलाड़ियों को उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर का बताया है। इन खिलाड़ियों में भागलपुर, सारण, गया, बेगूसराय व कैमूर के खिलाड़ी शामिल हैं।
इन खिलाड़ियों को बताया अंतरराष्ट्रीय स्तर का
भागलपुर के मयंक और सुशांत, कैमूर के अनुज, गया के ऋषि लाल, सारण के राजीव रंजन बेगूसराय के दक्ष को अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी के रूप में नेशनल वॉलीबॉल के कोच ने बताया है। कहा कि इन्हें वे अपने कोयंबटूर स्थित ट्रेनिंग कैंप में ले जाकर प्रशिक्षण देंगे। उन्होंने कहा कि सुशांत जैसे खिलाड़ी लिब्रो के लिए बेहतरीन हैं तो स्ट्राइकर के रूप में कई खिलाड़ी देश की टीम में चुनौती पेश कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी 12 से 16 वर्ष और 16 से 18 वर्ष आयु वर्ग के खिलाड़ियों में से काफी बेहतरीन खिलाड़ी सामने आए हैं। इन्हें ट्रेनिंग दिलाकर देश के लिए तैयार किया जा सकता है। उन्होंने बिहार के वॉलीबॉल कोच को भी ट्रेनिंग देने पर सहमति जताई है। साथ ही उन्होंने वाद किया है कि हर तीन महीने में वे प्रतिभा के खोज में बिहार आएंगे। कहा कि यहां के खिलाड़ी थोड़े तराश दिए जाएं तो बिहार वर्ष 2025 तक वॉलीबॉल का चैंपियन बन सकता है।
खिलाड़ियों को नि:शुल्क देंगे प्रशिक्षण
बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रविंद्रण शंकरन ने बताया कि चुने गए खिलाड़ियों को पूरी तरह नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाएगा। बिहार की टीम को बाहर के राज्यों में विशेषकर दक्षिण के राज्यों में प्रशिक्षण हेतु भेजा जाएगा। एकेडमी में 24 खिलाड़ी रखकर ट्रेंड किया जाएगा। लक्ष्य लेकर आगे बढ़ना है। मौके पर बिहार वॉलीबॉल संघ के रामाश्रय सिंह, आरा के जिला खेल अधिकारी संजीव कुमार सिंह समेत अन्य रहे।
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