बिहार की लोकसभी सीटों का हालः कटिहार में नीतीश के दुलाल को दूसरा मौका या तारिक मारेंगे छक्का h3>
Bihar Lok Sabha Election 2024: जूटनगरी के नाम से विख्यात कटिहार हमेशा से सीमांचल और बिहार की राजनीति का चर्चित केंद्र रहा है। पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे इस क्षेत्र में कोसी, गंगा और महानदी की धारा बहती है। उपजाऊ जमीन वाले इस क्षेत्र में हर बड़े दल को यहां की जनता ने सींचा है। 2024 का चुनाव सीमांचल में दिलचस्प है। लोकसभा चुनाव 2024 के रण में एक तरफ पिछले चुनाव में 57 हजार से अधिक वोट से जीते जदयू के दुलालचंद्र गोस्वामी दोबारा मैदान में हैं, वहीं महागठबंधन की ओर से पांच बार सांसद रहे कांग्रेस प्रत्याशी तारिक अनवर मैदान में डटे हैं।
संसदीय राजनीति में कटिहार लोकसभा क्षेत्र से बड़े-बड़े दिग्गजों को प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। कटिहार ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कोषाध्यक्ष के पद पर रहे सीताराम केसरी के साथ-साथ समाजवादी नेता युवराज को लोकसभा भेजा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर को पांच बार यहां से सांसद बनने का गौरव प्राप्त है। भाजपा के निखिल कुमार चौधरी ने भी यहां से हैट्रिक लगायी है। जदयू के दुलालचंद्र गोस्वामी दोबारा चुनावी मैदान में उतरे हैं। दूसरे चरण के तहत आगामी 26 अप्रैल को कटिहार लोकसभा चुनाव का मतदान होना है। विगत लोकसभा चुनाव में एनडीए की ओर से अत्यंत पिछड़ी जाति के प्रत्याशी के रूप में जदयू कोटे से दुलालचंद्र गोस्वामी को उम्मीदवार बनाया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश और मोदी लहर समेत अन्य भाजपा नेताओं के लगातार रैली एवं दौरे के बाद पिछले चुनाव में माहौल बदला और जदयू नेता दुलालचंद्र गोस्वामी ने 57 हजार मतों से जीत हासिल की थी।
राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी फिर आमने-सामने तारिक अनवर को कटिहार लोकसभा क्षेत्र से 1980, 1984, 1996 और 1998 में सांसद बनने का अवसर मिला। इसके बाद 2014 में उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से राजद के समर्थन से लोकसभा सदस्य बनने का मौका मिला। 2019 के चुनाव में एनडीए प्रत्याशी के हाथों इन्हें पराजय का स्वाद चखना पड़ा। बावजूद 2024 के चुनावी समर में फिर एक बार पुराने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने हैं।
छह विधानसभा में दो पर कांग्रेस और एक पर जदयू विधायक छह विधानसभा क्षेत्र से युक्त कटिहार लोकसभा क्षेत्र में कदवा और मनिहारी दो विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं। वहीं बलरामपुर विधानसभा क्षेत्र पर भाकपा-माले का कब्जा है। कटिहार, प्राणपुर से भाजपा, जबकि बरारी से जदयू के विधायक हैं। लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के लिए ‘एमवाई’ समीकरण अहम है।
एनडीए के तहत जदयू प्रत्याशी को पीएम के चेहरे के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर अत्यंत पिछड़े और मुस्लिम समुदाय के वोटों का भी आसरा है।
अब तक के सांसद, कब कौन जीता
वर्ष निर्वाचित दल
1957 अवधेश कुमार सिंह कांग्रेस
1962 प्रिया गुप्ता प्रजा सोशलिस्ट पार्टी
1967 सीताराम केसरी कांग्रेस
1971 ज्ञानेश्वर यादव भारतीय जनसंघ
1977 युवराज भारतीय लोक दल
1980 तारिक अनवर कांग्रेस
1984 तारिक अनवर कांग्रेस
1989 युवराज जनता दल
1991 मो. यूनुस सलीम जनता दल
1996 तारिक अनवर कांग्रेस
1998 तारिक अनवर कांग्रेस
1999 निखिल कुमार चौधरी भाजपा
2004 निखिल कुमार चौधरी भाजपा
2009 निखिल कुमार चौधरी भाजपा
2014 तारिक अनवर राकांपा
2019 दुलाल चंद्र गोस्वामी जदयू
2019 में किसे कितना वोट
दुलालचंद्र गोस्वामी (जदयू) 5,59,423 50.05%
तारिक अनवर (कांग्रेस) 5,02,220 44.93%
2014 में किसे कितना वोट
तारिक अनवर (राकांपा) 4,31,292 38.59%
निखिल कुमार चौधरी (भाजपा) 3,16,552 28.32%
क्यों खास है सीट
कटिहार का पौराणिक और राजनीतिक महत्व रहा है। पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण की मनिहारी में मणि खो गई थी। वहीं राजनीतिक रूप से यह लोकसभा क्षेत्र 1991 में पूर्व राज्यपाल युनूस सलीम और 1996 में पूर्व गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद एवं समाजवादी नेता युवराज का कर्म क्षेत्र रहा।
● कोसी, गंगा व महानंदा नदी की धारा वाली यह जमीन राजनीतिक रूप से भी उपजाऊ
● कांग्रेस, भाजपा के अलावा समाजवाद के बड़े नेता को भी यहां की जनता ने संसद भेजा
● 26 अप्रैल को कटिहार में होगा मतदान
बिहार की और खबर देखने के लिए यहाँ क्लिक करे – Delhi News
Bihar Lok Sabha Election 2024: जूटनगरी के नाम से विख्यात कटिहार हमेशा से सीमांचल और बिहार की राजनीति का चर्चित केंद्र रहा है। पश्चिम बंगाल की सीमा से सटे इस क्षेत्र में कोसी, गंगा और महानदी की धारा बहती है। उपजाऊ जमीन वाले इस क्षेत्र में हर बड़े दल को यहां की जनता ने सींचा है। 2024 का चुनाव सीमांचल में दिलचस्प है। लोकसभा चुनाव 2024 के रण में एक तरफ पिछले चुनाव में 57 हजार से अधिक वोट से जीते जदयू के दुलालचंद्र गोस्वामी दोबारा मैदान में हैं, वहीं महागठबंधन की ओर से पांच बार सांसद रहे कांग्रेस प्रत्याशी तारिक अनवर मैदान में डटे हैं।
संसदीय राजनीति में कटिहार लोकसभा क्षेत्र से बड़े-बड़े दिग्गजों को प्रतिनिधित्व करने का अवसर मिला है। कटिहार ने इंडियन नेशनल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं कोषाध्यक्ष के पद पर रहे सीताराम केसरी के साथ-साथ समाजवादी नेता युवराज को लोकसभा भेजा है। पूर्व केंद्रीय मंत्री तारिक अनवर को पांच बार यहां से सांसद बनने का गौरव प्राप्त है। भाजपा के निखिल कुमार चौधरी ने भी यहां से हैट्रिक लगायी है। जदयू के दुलालचंद्र गोस्वामी दोबारा चुनावी मैदान में उतरे हैं। दूसरे चरण के तहत आगामी 26 अप्रैल को कटिहार लोकसभा चुनाव का मतदान होना है। विगत लोकसभा चुनाव में एनडीए की ओर से अत्यंत पिछड़ी जाति के प्रत्याशी के रूप में जदयू कोटे से दुलालचंद्र गोस्वामी को उम्मीदवार बनाया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश और मोदी लहर समेत अन्य भाजपा नेताओं के लगातार रैली एवं दौरे के बाद पिछले चुनाव में माहौल बदला और जदयू नेता दुलालचंद्र गोस्वामी ने 57 हजार मतों से जीत हासिल की थी।
राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी फिर आमने-सामने तारिक अनवर को कटिहार लोकसभा क्षेत्र से 1980, 1984, 1996 और 1998 में सांसद बनने का अवसर मिला। इसके बाद 2014 में उन्हें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से राजद के समर्थन से लोकसभा सदस्य बनने का मौका मिला। 2019 के चुनाव में एनडीए प्रत्याशी के हाथों इन्हें पराजय का स्वाद चखना पड़ा। बावजूद 2024 के चुनावी समर में फिर एक बार पुराने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी आमने-सामने हैं।
छह विधानसभा में दो पर कांग्रेस और एक पर जदयू विधायक छह विधानसभा क्षेत्र से युक्त कटिहार लोकसभा क्षेत्र में कदवा और मनिहारी दो विधानसभा में कांग्रेस के विधायक हैं। वहीं बलरामपुर विधानसभा क्षेत्र पर भाकपा-माले का कब्जा है। कटिहार, प्राणपुर से भाजपा, जबकि बरारी से जदयू के विधायक हैं। लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन के उम्मीदवार के लिए ‘एमवाई’ समीकरण अहम है।
एनडीए के तहत जदयू प्रत्याशी को पीएम के चेहरे के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नाम पर अत्यंत पिछड़े और मुस्लिम समुदाय के वोटों का भी आसरा है।
अब तक के सांसद, कब कौन जीता
वर्ष निर्वाचित दल
1957 अवधेश कुमार सिंह कांग्रेस
1962 प्रिया गुप्ता प्रजा सोशलिस्ट पार्टी
1967 सीताराम केसरी कांग्रेस
1971 ज्ञानेश्वर यादव भारतीय जनसंघ
1977 युवराज भारतीय लोक दल
1980 तारिक अनवर कांग्रेस
1984 तारिक अनवर कांग्रेस
1989 युवराज जनता दल
1991 मो. यूनुस सलीम जनता दल
1996 तारिक अनवर कांग्रेस
1998 तारिक अनवर कांग्रेस
1999 निखिल कुमार चौधरी भाजपा
2004 निखिल कुमार चौधरी भाजपा
2009 निखिल कुमार चौधरी भाजपा
2014 तारिक अनवर राकांपा
2019 दुलाल चंद्र गोस्वामी जदयू
2019 में किसे कितना वोट
दुलालचंद्र गोस्वामी (जदयू) 5,59,423 50.05%
तारिक अनवर (कांग्रेस) 5,02,220 44.93%
2014 में किसे कितना वोट
तारिक अनवर (राकांपा) 4,31,292 38.59%
निखिल कुमार चौधरी (भाजपा) 3,16,552 28.32%
क्यों खास है सीट
कटिहार का पौराणिक और राजनीतिक महत्व रहा है। पौराणिक कथाओं में कहा जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण की मनिहारी में मणि खो गई थी। वहीं राजनीतिक रूप से यह लोकसभा क्षेत्र 1991 में पूर्व राज्यपाल युनूस सलीम और 1996 में पूर्व गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद एवं समाजवादी नेता युवराज का कर्म क्षेत्र रहा।
● कोसी, गंगा व महानंदा नदी की धारा वाली यह जमीन राजनीतिक रूप से भी उपजाऊ
● कांग्रेस, भाजपा के अलावा समाजवाद के बड़े नेता को भी यहां की जनता ने संसद भेजा
● 26 अप्रैल को कटिहार में होगा मतदान