बाल विवाह के ज़िम्मेदारों का हो ‘इलाज़’: चाइल्ड लाइन, प्रोबेशन विभाग और प्रधान पर लापरवाही का आरोप, DM से शिकायत – Muzaffarnagar News

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बाल विवाह के ज़िम्मेदारों का हो ‘इलाज़’:  चाइल्ड लाइन, प्रोबेशन विभाग और प्रधान पर लापरवाही का आरोप, DM से शिकायत – Muzaffarnagar News
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बाल विवाह के ज़िम्मेदारों का हो ‘इलाज़’: चाइल्ड लाइन, प्रोबेशन विभाग और प्रधान पर लापरवाही का आरोप, DM से शिकायत – Muzaffarnagar News

वरुण शर्मा | मुजफ्फरनगर33 मिनट पहले

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बाल विवाह के ज़िम्मेदारों का हो ‘इलाज़’।

मुजफ्फरनगर में बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए प्रयासरत है, वहीं दूसरी तरफ़ चाइल्ड लाइन, प्रोबेशन विभाग और ग्राम प्रधान की लापरवाही एक नाबालिग लड़की के भविष्य को अंधकार में धकेलने का कारण बन गई।

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ताज़ा मामला मुज़फ़्फ़रनगर के पुरकाजी क्षेत्र का सामने आया है, जहां एक गांव में 13 वर्षीय लड़की का बाल विवाह करा दिया गया। ग्रामीण समाज विकास केंद्र मेरठ ने इस मामले में डीएम उमेश कुमार मिश्रा से मिलकर कार्रवाई की मांग की। संस्था ने बाल विवाह को गैरकानूनी बताते हुए इस संवेदनशील मामले में चाइल्ड लाइन, प्रोबेशन विभाग और ग्राम प्रधान की चौंकाने वाली भूमिका ने सवाल खड़े किए हैं।

चाइल्ड लाइन पर गंभीर आरोप

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ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने आरोप लगाया कि बच्चों के अधिकारों और उनकी सुरक्षा के लिए जिम्मेदार चाइल्ड लाइन ने इस मामले में गलत जानकारी देकर स्थिति को और बिगाड़ दिया। जिस संस्था पर बच्चों की रक्षा का दायित्व है, उसकी लापरवाही ने यह साबित कर दिया कि जिम्मेदारी केवल कागजों तक सीमित है। यह केवल असंवेदनशीलता नहीं बल्कि जनता के विश्वास के साथ धोखा है।

प्रोबेशन विभाग और ग्राम प्रधान की मिलीभगत

ग्रामीण समाज विकास केंद्र का कहना है कि स्थानीय स्तर पर कानून व्यवस्था और समाज कल्याण के लिए जिम्मेदार ग्राम प्रधान और प्रोबेशन विभाग ने भी अपनी जिम्मेदारी से इस मामले में मुंह मोड़ा है। ग्राम प्रधान की निष्क्रियता और प्रोबेशन विभाग की ढील ने इस विवाह को रोकने की बजाय इसे संभव बनाया। ये रवैया समाज में बाल विवाह जैसे अपराध को प्रोत्साहित करने जैसा है।

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डीएम से शिकायत।

जिम्मेदारों पर कार्रवाई की मांग

ग्रामीण समाज विकास केंद्र ने इस गंभीर मामले को उजागर कर जिम्मेदार संस्थाओं की लापरवाही को सामने लाया है। केंद्र ने डीएम से शिकायत कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की और नाबालिग लड़की के भविष्य को सुरक्षित बनाने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।

सरकार को कार्रवाई करनी होगी!

सरकार को चाइल्ड लाइन, प्रोबेशन विभाग और ग्राम प्रधान की भूमिका की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हो।

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