बसों का इंश्योरेंस, फिटनेस और न ही अन्य कोई डॉक्यूमेंट्स, यात्रियों की जान जोखिम में | Buses do not have insurance, fitness nor any other documents | News 4 Social

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बसों का इंश्योरेंस, फिटनेस और न ही अन्य कोई डॉक्यूमेंट्स, यात्रियों की जान जोखिम में | Buses do not have insurance, fitness nor any other documents | News 4 Social

बसों का इंश्योरेंस, फिटनेस और न ही अन्य कोई डॉक्यूमेंट्स, यात्रियों की जान जोखिम में | Buses do not have insurance, fitness nor any other documents | News 4 Social

गुना में हुए दर्दनाक हादसे के बाद परिवहन विभाग और प्रशासन ने मिलकर बसों की सघन चेकिंग का अभियान चलाया । जांच मे कई बसें अनफिट पायी गयीं। किसी का इंश्योरेंस नहीं था तो किसी में अन्य डाक्यूमेंट्स नहीं मिले।

भोपाल.गुना में हुए दर्दनाक हादसे के बाद परिवहन विभाग और प्रशासन ने मिलकर बसों की सघन चेकिंग का अभियान चलाया गया। जांच में कई बसें अनफिट पायी गयीं। किसी का इंश्योरेंस नहीं था तो किसी में अन्य डाक्यूमेंट्स नहीं मिले। बसों में आग बुझाने वाले उपकरण नहीं थे। कौन यात्री किस प्रकार की ज्वलनशील सामग्री लेकर यात्रा कर रहा है इसकी जांच के लिए ड्राइवर एवं कंडक्टर को कोई प्रशिक्षण नहीं दिया गया। अनियमितता पाए जाने जाने ३० से अधिक बसों की जांच की गयी। पांच बसों को जब्त भी किया गया। जबकि, नियम विरुद्ध चल रहीं बसों पर कार्रवाई करते हुए उनसे ५५ हजार रुपए का जुर्माना वसूला गया।
पैसा पूरा, सुविधा अधूरी
नादरा बस स्टैंड से सागर जा रहे यात्री रमाशंकर ने जांच अधिकारियों से कहा कि इस रूट पर चलने वाले सभी ऑपरेटर यात्रियों से पूरा किराया लेते हैं और उन्हें प्लास्टिक के स्टूल पर बिठा दिया जाता है। भीड़भाड़ होने की स्थिति में यह वैकल्पिक इंतजाम ड्राइवर कंडक्टरों ने कर रखा है। बसों में रखे ऐसे एक दर्जन स्टूल जब्त किए गए हैं।
आग बुझाने कुप्पी में पानी
राजदीप एंड संस, गगन ट्रेवल्स, आकाशदीप फर्म एवं सागर बुंदेलखंड ट्रांसपोर्ट कंपनी के वाहनों में आग बुझाने के किसी प्रकार के कोई इंतजाम नहीं मिले। प्राइवेट ऑपरेटरों के इन वाहनों में ड्राइवर एवं कंडक्टर पानी के प्लास्टिक जार भरकर रखे हुए थे। पूछने पर बताया गया की आग लगने के लिए पानी का इंतजाम है। जबकि नियमानुसार फायर एक्सटिंग्विशर एवं रासायनिक मटेरियल से भरे उपकरण बस में रखना अनिवार्य है।
शहर में 335 से ज्यादा यात्री बस
परिवहन विभाग के रिकॉर्ड के अनुसार शहर में 335 यात्री बसों के संचालन का परमिट जारी है। इन बसों का प्रतिमाह के हिसाब से ट्रांसपोर्ट टैक्स विभाग के खाते में जमा होना चाहिए। औचक निरीक्षण के दौरान पाया गया कि पिछले 4 महीने से कई ऑपरेटर ने शुल्क जमा नहीं किया था। इन वाहनों पर पैनाल्टी लगाई गई।
बस ऑपरेटर्स की बैठक जल्द
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी संजय तिवारी एवं फ्लाइंग स्क्वाड ने बसों की जांच की। आरटीओ संजय तिवारी ने बताया कि गुरुवार को हमने ३० से अधिक बसों की चेकिंग की। बिलखिरिया के पास परिवहन विभाग की चेकिंग में १५ से अधिक बसों में अनियमितता मिली। इंश्योरेंस, फिटनेस और अन्य डॉक्यूमेंट नहीं पाए गए। जल्द ही निजी बस ऑपरेटर्स की बैठक बुलाकर उन्हें अपनी-अपनी बसों को फिट रखने के लिए कहा जाएगा।
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15 साल पुरानी बस सड़क पर कैसे चल रही थी। दुर्घटनाग्रस्त बस का फिटनेस बीमा नहीं है। ऐसी दुर्घटनाएं होती रहती हैं लेकिन जिम्मेदार इस पर ध्यान नहीं देते हैं। परिवहन विभाग की कार्यप्रणाली सुधरनी चाहिए।
सीएल मुकाती, चेयरमैन,एमपी ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन
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बसों की जांच की जा रही है। जो फिट नहीं हंै उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, हमारी यह कार्रवाई जारी रहेगी। बसें पूरी तरह से फिट होने के बाद ही सड़कों पर उतारें। जो फिट नहीं होंगी उन्हें जब्त किया जाएगा।
संजय तिवारी,आरटीओ, भोपाल

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